धोखाधड़ी के नए तरीके! "फैंटम हैकर" स्कैम से ऐसे बचाएं अपना बैंक अकाउंट

Fake apps
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इन फर्जी ऐप्स को इस तरह डिजाइन किया जाता है कि वे असली बैंकिंग या उपयोगी ऐप्स की तरह दिखें। जब कोई उपयोगकर्ता इन्हें इंस्टॉल करता है, तो ये ऐप्स स्मार्टफोन की सेंसर, कीबोर्ड, कैमरा और अन्य डेटा एक्सेस करने की अनुमति मांगते हैं।

आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन जिस तरह टेक्नोलॉजी हमें सुविधाएं दे रही है, उसी तरह साइबर अपराधी भी इसे हथियार बनाकर लोगों को चूना लगा रहे हैं। अमेरिका की सुरक्षा एजेंसी एफबीआई (FBI) ने एक गंभीर अलर्ट जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि कई फर्जी ऐप्स (Fake Apps) के जरिए लोगों के बैंक खाते खाली किए जा रहे हैं। ये ऐप्स असली दिखते हैं, लेकिन एक बार डाउनलोड करने पर ये आपकी निजी जानकारी को हैकर्स तक पहुंचा सकते हैं।

कैसे हो रहा साइबर फ्रॉड?

एफबीआई द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार, साइबर अपराधी एक नई "फैंटम हैकर" तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस तकनीक में वे उपयोगकर्ताओं को यह विश्वास दिलाते हैं कि उनके बैंक खाते पर किसी साइबर हमले का खतरा है। घबराहट में लोग अपने पैसे "सुरक्षित" खाते में ट्रांसफर कर देते हैं, लेकिन यह अकाउंट असल में हैकर्स का ही होता है। इस तरह कुछ ही मिनटों में लोगों की सालों की जमा पूंजी गायब हो जाती है।

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ये खतरनाक ऐप्स कैसे काम करते हैं?

इन फर्जी ऐप्स को इस तरह डिजाइन किया जाता है कि वे असली बैंकिंग या उपयोगी ऐप्स की तरह दिखें। जब कोई उपयोगकर्ता इन्हें इंस्टॉल करता है, तो ये ऐप्स स्मार्टफोन की सेंसर, कीबोर्ड, कैमरा और अन्य डेटा एक्सेस करने की अनुमति मांगते हैं। एक बार जब यूजर इन्हें यह परमिशन दे देता है, तो ये ऐप्स उसके बैंक अकाउंट, ओटीपी, पासवर्ड और अन्य संवेदनशील जानकारियों को चुरा लेते हैं।

इन ऐप्स को डाउनलोड करने से बचें:

साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञों के अनुसार, निम्नलिखित तरीकों से इन खतरनाक ऐप्स से बचा जा सकता है:

व्हाट्सएप या एसएमएस के जरिए मिले लिंक से कोई ऐप डाउनलोड न करें: कई बार फ्रॉड मैसेज में लिंक भेजकर लोगों को ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया जाता है।

ईमेल से आए किसी अनजान लिंक या एपीके फाइल पर भरोसा न करें: हैकर्स अक्सर नकली ईमेल भेजते हैं, जो असली बैंक या कंपनी की तरह दिखते हैं।

थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर्स से ऐप्स डाउनलोड करने से बचें: हमेशा गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर से ही ऐप्स डाउनलोड करें।

सोशल मीडिया पर मिले किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म पर कई फर्जी लिंक शेयर किए जाते हैं।

सुरक्षित रहने के उपाय:

अगर आप ऑनलाइन फ्रॉड से बचना चाहते हैं, तो निम्नलिखित उपाय अपनाएं:

एप की प्रामाणिकता जांचें: किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग, रिव्यू और डेवलपर की जानकारी जरूर देखें।

बैंकिंग ऐप्स सावधानी से डाउनलोड करें: बैंकिंग या वित्तीय ऐप्स को केवल बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से ही डाउनलोड करें।

फर्जी एप्स से सतर्क रहें: कई बार नकली ऐप्स गूगल प्ले स्टोर या ऐपल स्टोर पर भी नजर आ जाते हैं, इसलिए डाउनलोड करने से पहले उनका नाम और लोगो अच्छे से जांचें।

गैरजरूरी परमिशंस न दें: किसी भी ऐप को एक्स्ट्रा परमिशन देने से बचें, खासकर अगर वह कॉन्टैक्ट, लोकेशन, कैमरा, और मैसेज एक्सेस की मांग कर रहा हो।

फोन में एंटीवायरस और सिक्योरिटी एप्लिकेशन इंस्टॉल करें: एक अच्छा एंटीवायरस ऐप आपके डिवाइस को मैलवेयर और वायरस से बचा सकता है।

आजकल हैकर्स बेहद स्मार्ट हो गए हैं और वे लगातार नए-नए तरीकों से लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहना बहुत जरूरी है। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने या कोई नया ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी सत्यता की जांच जरूर करें। आपकी एक छोटी सी लापरवाही आपके बैंक खाते को खाली कर सकती है। इसलिए, सतर्क रहें, साइबर फ्रॉड से बचें और अपनी डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता दें।

- डॉ. अनिमेष शर्मा

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