Kudremukh National Park: मानसून में किसी जन्नत से कम नहीं लगता कुद्रेमुख नेशनल पार्क, कैसे पहुंचें और जानें इसकी खासियत

दक्षिण भारत में कई फेमस में जगहें है। जहां घूमने में काफी मजा आता है। मानसून के दैरान कुद्रेमुख नेशनल पार्क को एक्सप्लोर करना इससे बेहतर कुछ भी नहीं हो सकता है। इस मौसम में पर्यटक काफी आते हैं।
भारत का दक्षिण हिस्सा भी बेहद खूबसूरत है। दक्षिण भारत में मौजूद केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक राज्य में हर दिन लाखों देशी और विदेशी पर्यटक घूमने आते हैं। साउथ इंडिया में एक ऐसी जगह है जो मानसून के दौरान उसकी खूबसूरती चरम पर होती है। कुद्रेमुख नेशनल पार्क कर्नाटक में स्थित है, जहां सुंदरता देखने के बाद आ खुशी से नाचने लग जाओंगे। आइए जानते हैं कहां पर यह जगह स्थित है।
कुद्रेमुख नेशनल पार्क कहां है?
यह पार्क कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले में स्थित है। कुद्रेमुख नेशनल पार्क करीब 600 किलोमीटर के वर्ग क्षेत्र में फैला हुआ है। इस पार्क के बारे में कहा जाता है कि वर्ष 1987 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला है। कुद्रेमुख नेशनल पार्क की खास बात है कि इसे प्राकृतिक सुंदरता का असीम भंडार माना जाता है।
कुद्रेमुख नेशनल पार्क की खासियत
कुद्रेमुख नेशनल पार्क को कर्नाटक का स्वर्ग माना जाता है क्योंकि यहां पर प्राकृतिक सौंदर्य से इस कदर लबरेज है कि यह साउथ इंडिया का छिपा हुआ खजाना माना जाता है। यहां पर स्थित ऊंची-ऊंची चोटिया, घास के मैदान, घने जंगल और मनमोहक ट्रैकिंग मार्ग इस पार्क की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करते हैं। कुद्रेमुख नेशनल पार्क को जन्नत माना जाता है। जिन लोगों को प्रकृति से प्रेम करते हैं, उनके लिए यह स्वर्ग माना जाता है। यहां शांत वातावरण पर्यटकों को खूब आकर्षित करता है।
कुद्रेमुख नेशनल पार्क कैसे पहुंचें?
बता दें कि कुद्रेमुख नेशनल पार्क पहुंचना बेहद आसान है। यह पार्क मंगलौर सेंट्रल रेलवे स्टेशन के नजदीक है। देश के किसी भी कोने से मंगलौर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद लोकल टैक्सी या कैब लेकर कुद्रेमुख नेशनल पार्क पहुंच सकते हैं। यह पार्क सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक खुला रहता है। वहीं, इस पार्क की पर्यटकों के लिए 200 रुपये है और विदेशी पर्यटकों के लिए 1000 रुपये का टिकट लगता है।
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