Andhra Pradesh Tourism: प्रकृति का अद्भुत सौंदर्य और मन को शांत करने वाला ठिकाना है पापीकोंडालु

Papikondalu
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प्रीटी । Oct 7 2025 5:50PM

पापीकोंडालु कृष्णा जिले और पूर्वी-गोडावरी जिले की सीमा पर स्थित हैं। यहाँ पर गोदावरी नदी पर्वत श्रृंखलाओं के बीच से बहती हुई नागिन जैसी बलखाती है। “पापीकोंडालु” नाम का अर्थ है– पापों को हरने वाली पहाड़ियाँ। कहा जाता है कि यहाँ आने मात्र से मनुष्य का मन निर्मल हो जाता है और जीवन में शांति का संचार होता है।

आंध्र प्रदेश का पापीकोंडालु (Papi Kondalu) भारत के उन प्राकृतिक स्थलों में से एक है जहाँ पहुँचते ही पर्यटक खुद को किसी अलग ही दुनिया में पाते हैं। यह रमणीय स्थल गोदावरी नदी की घाटियों के बीच स्थित है और अपनी हरियाली, पहाड़ों की श्रृंखला और नदी के शांत प्रवाह के कारण दक्षिण भारत का “कश्मीर” भी कहा जाता है।

पापीकोंडालु का भूगोल और नाम

पापीकोंडालु कृष्णा जिले और पूर्वी-गोडावरी जिले की सीमा पर स्थित हैं। यहाँ पर गोदावरी नदी पर्वत श्रृंखलाओं के बीच से बहती हुई नागिन जैसी बलखाती है। “पापीकोंडालु” नाम का अर्थ है – पापों को हरने वाली पहाड़ियाँ। कहा जाता है कि यहाँ आने मात्र से मनुष्य का मन निर्मल हो जाता है और जीवन में शांति का संचार होता है।

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पर्यटन का मुख्य आकर्षण

बोट क्रूज़ (नौका विहार) – पापीकोंडालु घूमने का सबसे रोमांचक अनुभव बोट क्रूज़ है। पर्यटक राजमहेंद्रवरम या पोलवरम से बोट पकड़कर गोदावरी की गहराइयों में प्रवेश करते हैं। पानी के बीच से उठती हरी-भरी पहाड़ियाँ मन मोह लेती हैं।

वन्य जीवन और प्राकृतिक सौंदर्य – यह क्षेत्र वनस्पति और जीव-जंतु विविधता से भरा है। यहाँ तेंदुआ, हिरण, जंगली भैंसा और कई पक्षियों की प्रजातियाँ देखी जा सकती हैं।

आदिवासी संस्कृति – पापीकोंडालु क्षेत्र में बसे आदिवासी गाँव पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति, परंपराएँ और हस्तशिल्प से परिचित कराते हैं।

गांधी पथम् और रामकृष्ण मुनीवनम् – ये धार्मिक और आध्यात्मिक स्थल भी यहाँ के आकर्षणों में शामिल हैं।

घूमने का उपयुक्त समय

पापीकोंडालु की यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे बेहतर माना जाता है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है और नदी का जलस्तर भी नौका विहार के लिए उपयुक्त रहता है।

पहुँचने का मार्ग

हवाई मार्ग : नजदीकी हवाई अड्डा राजमहेन्द्रवरम एयरपोर्ट है।

रेल मार्ग : राजमहेन्द्रवरम रेलवे स्टेशन से टैक्सी या बस द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।

सड़क मार्ग : आंध्र प्रदेश के बड़े शहरों से पापीकोंडालु तक नियमित बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।

पर्यटकों के लिए सुझाव

बोट क्रूज़ की बुकिंग पहले से कर लें।

हल्के कपड़े और पानी की बोतल अवश्य साथ रखें।

पर्यावरण की स्वच्छता बनाए रखने के लिए कचरा न फैलाएँ।

स्थानीय आदिवासी हस्तशिल्प का समर्थन करें।

पापीकोंडालु पर्यटन केवल प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद नहीं है बल्कि यह आत्मा को शांति देने वाला अनुभव है। हरी-भरी पहाड़ियों, झरनों और गोदावरी नदी की मधुर ध्वनि के बीच पर्यटक खुद को प्रकृति की गोद में पाते हैं। यदि आप रोज़मर्रा की भागदौड़ से थक चुके हैं और सुकून की तलाश में हैं, तो पापीकोंडालु आपके लिए एक आदर्श गंतव्य है।

- प्रीटी

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