World Father's Day 2025: जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है फादर्स डे, जानिए इतिहास

हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है। यह दिन उन पिता को समर्पित होता है, जो हर परिस्थिति में हमारे साथ मजबूती से खड़े रहते हैं। इस बार 15 जून 2025 को फादर्स डे मनाया जा रहा है।
हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है। यह दिन उन पिता को समर्पित होता है, जो हर परिस्थिति में हमारे साथ मजबूती से खड़े रहते हैं। इस बार 15 जून 2025 को फादर्स डे मनाया जा रहा है। यह सिर्फ एक तारीख नहीं बल्कि एक फीलिंग है, उन अनकहे एहसासों की, जो एक पिता अपने बच्चे के लिए हर रोज जीता है। पिता का प्यार कभी डांट में कभी प्यार, कभी सपोर्ट में तो कभी खामोशी में छिपा होता है। तो आइए जानते हैं फादर्स डे के इतिहास और अहमियत के बारे में...
इतिहास
साल 1908 में अमेरिका के वेस्ट वर्जीनिया में सबसे पहले फादर्स डे मनाया गया था। इस दिन को मनाए जाने की शुरूआत एक दुखद कोयला खदान विस्फोट के बाद हुआ था, जिसमें 361 पुरुष मारे गए थे। इनमें से अधिकतर लोग पिता थे। मृतक लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक स्थानीय चर्च में एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। हालांकि यह प्रथा आगे नहीं बढ़ी, लेकिन इसका राष्ट्रीय चलन शुरू नहीं किया।
फादर्स डे को मुख्यदारा में लाने का श्रेय वाशिंगटन की सोनोरा स्मार्ट डोड को जाता है। सोनोरा अपने पिता विलियम जैक्सन स्मार्ट को सम्मानित करना चाहती थीं। क्योंकि उनके पिता ने अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद 6 बच्चों की अकेले परवरिश की थी। ऐसे में सोनोरा को लगा को मदर्स डे की तरह पिता के लिए एक खास दिन होना चाहिए। वहीं जून के महीने में सोनोरा ने अपने पिता के बर्थडे पर यह दिन मनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया, इस तरह से 19 जून 1910 को पहली बार फादर्स डे मनाया गया।
फादर्स डे की अहमियत
आज के समय में पिता की भूमिका पारंपरिक सीमाओं से बाहर निकल रही है। अब पिता सिर्फ कमाने वाले या अनुशासन देने वाले नहीं रहे गए, बल्कि अब वह सहारा भी हैं, साथी भी और बच्चों के दोस्त बन चुके हैं। बच्चों के स्कूल प्रोजेक्ट में पिता हाथ बंटाते हैं, बीमार बच्चे को दवा पिलाते हैं और इमोशनल सपोर्ट दे रहे हैं। इसलिए आज फादर्स डे एक इमोशनल जरूरत बन चुका है।
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