Unlock 1 के आखिरी दिन प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों को दी एक और बड़ी सौगात

Narendra Modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में भविष्य में जब भी कभी कोविड-19 से बचाव का टीका उपलब्ध होने और इतनी बड़ी आबादी का टीकाकरण करने की योजना तथा उसकी तैयारियों को लेकर मंगलवार को एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने चार मार्गदर्शक सिद्धांत प्रतिपादित किए।

देश में बुधवार से ‘अनलॉक-2’ की शुरूआत से पूर्व कोविड-19 के मामलों की संख्या 5,66,840 तक पहुंच चुकी है और संक्रमण के लगभग 66 प्रतिशत मामले केवल जून महीने में ही सामने आये हैं। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह चिंता का कारण है कि लोग नियमों का कड़ाई से पालन नहीं कर रहे हैं जैसा कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान किया था। एक जून से जब ‘अनलॉक-1’ के तहत रियायतें दी गई थी, देश में 3,76,305 मामले थे। अब तक कुल मामलों में से लगभग दो-तिहाई मामले महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली और गुजरात से हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि समय रहते लॉकडाउन लागू होने और अन्य फैसलों के चलते भारत कई लोगों की जान बचा सका लेकिन अनलॉक-1 शुरू होने के बाद लोगों में लापरवाही बढ़ी है। उन्होंने हर किसी को स्वास्थ्य दिशा निर्देशों का पालन करने को कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि गांव के प्रधान हों या प्रधानमंत्री, कोई भी कानून से ऊपर नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आपसे आग्रह भी करता हूं, आप सभी स्वस्थ रहिए। दो गज की दूरी का पालन करते रहिए। गमछा, फेस कवर, मास्क ये हमेशा उपयोग कीजिये, कोई लापरवाही मत बरतिए।’’ मोदी ने कहा कि 25 मार्च को जब देशभर में लॉकडाउन की घोषणा हुई थी तब कानूनों का बहुत कड़ाई से पालन हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है। समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया गया है। लेकिन हम ये भी देख रहे हैं कि जब से देश में अनलॉक-1 हुआ है, व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार में लापरवाही भी बढ़ती ही चली जा रही है।’’ उन्होंने कहा कि पहले मास्क को लेकर, दो गज की दूरी को लेकर, 20 सेकेंड तक दिन में कई बार हाथ धोने को लेकर लोग बहुत सतर्क रहा करते थे। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आज, जब हमें ज्यादा सतर्कता की जरूरत है, तो लापरवाही बढ़ना चिंता का कारण है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि अब सरकारों को, स्थानीय निकाय की संस्थाओं को, देश के नागरिकों को फिर से उसी तरह की सतर्कता दिखाने की जरूरत है। विशेषकर निषिद्ध क्षेत्रों में हमें बहुत ध्यान देना होगा। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की कि जो भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उन्हें टोकना होगा, रोकना होगा और समझाना भी होगा। उन्होंने कहा, ‘‘अभी आपने खबरों में देखा होगा, एक देश के प्रधानमंत्री पर 13 हजार रुपये का जुर्माना इसलिए लग गया, क्योंकि वह सार्वजनिक जगह पर बिना मास्क पहने गए थे। भारत में भी स्थानीय प्रशासन को इसी चुस्ती से काम करना चाहिए।’’ कोरोना के खिलाफ सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों को 130 करोड़ देशवासियों के जीवन की रक्षा करने का अभियान बताते हुए मोदी ने कहा, ‘‘भारत में गांव का प्रधान हो या देश का प्रधानमंत्री, कोई भी नियमों से ऊपर नहीं है।’’ इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 का टीका तैयार होने पर बड़ी आबादी के टीकाकरण के लिए भारत की तैयारियों की मंगलवार को समीक्षा की और जोर दिया कि टीकाकरण सस्ता और हर किसी के लिए उपलब्ध होना चाहिए। भारत में कोविड-19 के एक दिन में 18,522 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले मंगलवार को बढ़कर 5,66,840 हो गए, जिनमें से 418 और लोगों की जान जाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 16,893 हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे अद्यतन किए आंकड़ों के अनुसार देश में 2,15,125 लोगों का इलाज जारी है,जबकि 3,34,821 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं एक मरीज देश से बाहर चला गया है। अधिकारी ने कहा, ‘‘मरीजों के ठीक होने की दर 59.07 प्रतिशत है।’’ तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पी अंबलगन के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है। एक अस्पताल ने मंगलवार को यह जानकारी दी। एमआईओटी अस्पताल ने कहा कि शुरू में उनमें कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं दिखा और उनका सीटी स्कैन भी सामान्य था। लेकिन एहतियात के तौर पर उन्हें निगरानी में रखा गया था। उनके दूसरे नमूने की जांच में कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि हुयी। अस्पताल ने कहा कि एक दिन पहले उन्हें हल्की खांसी हुयी और उसका इलाज किया जा रहा है। उनकी हालत स्थिर है और सभी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मानदंड सामान्य हैं। उधर, दिल्ली में 2,084 मामले सामने आये। राष्ट्रीय राजधानी में 29 जून को कोरोना वायरस से स्वस्थ होने की दर 66.03 प्रतिशत थी। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 1,69,883 है। इसके बाद तमिलनाडु में 86,224, दिल्ली में 85,161, गुजरात में 31,938, उत्तर प्रदेश में 22,828, पश्चिम बंगाल में 17,907 और राजस्थान में 17,660 मामले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश वापस आए 30.43 लाख प्रवासियों का पता लगाने और सामुदायिक निगरानी में सहायता करने के लिए 1.6 लाख मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (आशा) के काम की सराहना की। तेलंगाना में कोविड-19 मामलों की संख्या 15,394, कर्नाटक में 14,295, हरियाणा में 14,210, आंध्र प्रदेश में 13,891, और मध्य प्रदेश में 13,370 हो गई है। वहीं बिहार में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 9,640, असम में 7,752, जम्मू-कश्मीर में 7,237 और ओडिशा में 6,859 हो गई है। पंजाब में अब तक 5,418 जबकि केरल में 4,189 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं। उत्तराखंड में कुल 2,831, छत्तीसगढ़ में 2,761, झारखंड में 2,426, त्रिपुरा में 1,380, मणिपुर में 1,227, गोवा में 1,198, लद्दाख में 964 और हिमाचल प्रदेश में 942 लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं। त्रिपुरा सरकार ने कहा कि वह कोरोना वायरस लॉकडाउन का विस्तार करने के बारे में नहीं सोच रही है क्योंकि राज्य में स्थिति "स्थिर" है। शिक्षा मंत्री रतन लाल नाथ ने मंगलवार को कहा, "भले ही पूर्वोत्तर के तीन राज्यों असम, मणिपुर और मेघालय में लॉकडाउन बढ़ा दिया गया हो, लेकिन हम उस राह पर चलने के बारे में नहीं सोच रहे हैं।'' अरुणाचल प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 187, मिजोरम में 148 , अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 90, सिक्किम में 88 और मेघालय में 47 मामले सामने आ चुके हैं। सरकार ने सोमवार को 1 जुलाई से 'अनलॉक 2' के शुरू करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे। इस दौरान अधिक घरेलू उड़ानों और यात्री ट्रेनों को संचालन की अनुमति दी जाएगी। हालांकि इस दौरान शिक्षण संस्थान, मेट्रो रेल सेवाएं, सिनेमा घर और जिम बंद रहेंगे। आवश्यक गतिविधियों को छोड़कर रात 10 से सुबह 5 बजे के बीच रात्रि कर्फ्यू लागू रहेगा। इस बीच, एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस पाबंदियों के कारण यूक्रेन में फंसे 144 भारतीय छात्रों को लेकर एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान मंगलवार सुबह मध्य प्रदेश के इंदौर हवाई अड्डे पर उतर गई।

गुजरात में 620 नए मामले

गुजरात में मंगलवार को कोविड-19 के 620 नए मामले सामने आने के साथ ही प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 32,446 हो गई। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से यह जानकारी दी गई। विभाग के मुताबिक एक दिन में 20 लोगों की महामारी के कारण मौत से प्रदेश में अब तक इस बीमारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 1,848 हो गया। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक आज 422 और मरीजों को छुट्टी मिलने के बाद प्रदेश में इस बीमारी से ठीक हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 23,670 हो गई। प्रदेश में अब 6,928 कोविड-19 मरीजों का इलाज चल रहा है जिनमें से 71 मरीजों की हालत गंभीर है। राज्य में अब तक कुल 3,73,663 नमूनों की कोरोना वायरस की जांच हुई है।

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अर्थव्यवस्था की स्थिति सुधरेगी

नीति आयोग का कहना है कि कोविड-19 महामारी पर नियंत्रण के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने मंगलवार को ‘स्वच्छ ऊर्जा अर्थव्यवस्था की ओर: कोविड-19 के बाद भारत के ऊर्जा और मोबिलिटी क्षेत्र में अवसर’ विषय पर रिपोर्ट पेश किए जाने के मौके पर कहा कि इस समय जो देश में जो सुधार हो रहे हैं, उनकी वजह से आगे चलकर भारत की वृद्धि दर अपने समकक्ष देशों से अधिक रहेगी। कुमार ने कहा कि इस महामारी पर नियंत्रण के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति सुधरने लगेगी। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने पिछले सप्ताह अनुमान लगाया है कि 2020 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 4.5 प्रतिशत की गिरावट आएगी। आईएमएफ ने कहा है कि कोरोना वायरस की वजह से भारत में आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। हालांकि, इसके साथ ही आईएमएफ ने कहा कि 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था छह प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगी। कुमार ने कहा कि भारत के मजबूत लोकतांत्रिक संस्थान नीतिगत स्थिरता को आगे बढ़ाते हैं। यदि इनका क्रियान्वयन बेहतर तरीके से होता है तो वृद्धि दर में भारत अपने समकक्षों से आगे रहेगा। इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कान्त ने कहा कि स्वच्छ ऊर्जा भारत के आर्थिक पुनरोद्धार और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में प्रमुख भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि हमें अपने घरेलू नवोन्मेषी पारिस्थितिकी तंत्र का दोहन करना होगा ताकि नए सामान्य में देश और उद्योग के लिए मूल्य प्राप्त किया जा सके। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 की वजह से देश के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में बदलाव आ सकता है क्योंकि लोग उचित मूल्य के उत्पादों की मांग करेंगे और इसके चलते विनिर्माता परंपरागत वाहनों का उत्पादन शुरू करेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन में विलंब हो सकता है, क्योंकि विनिर्माता मांग पैदा करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे और भारत चरण-छह उत्सर्जन मानकों वाले वाहनों का उत्पादन करेंगे। इसके अलावा चीन से कलपुर्जों के आयात पर अंकुशों से इलेक्ट्रिक वाहनों का विनिर्माण प्रभावित हो सकता है।

अक्टूबर से गोवा आ सकेंगे विदेशी पर्यटक

गोवा के दाबोलिम हवाई अड्डे पर चार्टर्ड विमानों की स्लॉट बुकिंग की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है और विदेशी पर्यटक अक्टूबर से राज्य आ सकेंगे। गोवा के एक मंत्री ने यह जानकारी दी। राज्य पत्तन मंत्री माइकल लोबो ने यह भी बताया कि यूरोपिय देशों खासकर रूस के पर्यटकों ने गोवा आने के लिए बुकिंग शुरु कर दी है। उन्होंने कहा, “वर्तमान स्थिति (महामारी और लॉकडाउन) के मद्देनजर राज्य के पर्यटन क्षेत्र को फिर से खड़ा होने में छह-आठ महीने का समय लगेगा और लॉकडाउन के पहले आने वाले पर्यटकों की संख्या अर्जित करने के लिए लगभग-12-14 महीनों तक इंतजार करना होगा। उत्तरी गोवा के कलनगट से विधायक लोबो ने कहा कि रेस्तरां की तरह बार खोलने की अनुमति मिलनी चाहिए।

हरियाणा में कोरोना वायरस से चार और की मौत

हरियाणा में कोविड-19 से चार और लोगों की मौत हो गई और 338 नये मामले सामने आये हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार राज्य में मंगलवार को मृतकों की संख्या 236 पहुंच गई और संक्रमितों की संख्या 14,548 हो गई है। संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित फरीदाबाद और गुड़गांव जिलों में क्रमश: दो और एक व्यक्ति की मौत हो गई। बुलेटिन के अनुसार पलवल में एक और व्यक्ति की संक्रमण से मौत होने के साथ ही मृतक संख्या 236 पहुंच गई। गुड़गांव और फरीदाबाद में कोविड-19 से क्रमश: कुल 91 और 77 लोग अपनी जान गंवा जा चुके हैं। इन दोनों जिलों में कोविड-9 संक्रमण के कुल मिलाकर 9000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। राज्य में अभी 4,340 मरीजों का इलाज चल रहा है और 9,972 को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। राज्य में मंगलवार को स्वस्थ होने की दर 68.55 प्रतिशत है। फरीदाबाद में मंगलवार को संक्रमण के 143 नए मामले, गुड़गांव में 87, रोहतक में 28, करनाल में 20 और कैथल में 11 मामले सामने आए हैं।

केरल में कोरोना वायरस के 131 नए मामले

केरल में मंगलवार को कोरोना वायरस के 131 नए मामले आने से संक्रमित लोगों की संख्या 4442 हो गयी। कन्नूर में सीआईएसएफ के नौ कर्मियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने कहा है कि ऐसे संकेत हैं कि सामुदायिक संक्रमण हो चुका है। राज्य में संक्रमण से 24 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि नए मामलों में 65 लोग विदेश से आए थे और 46 लोग दूसरे राज्यों से आए थे। दस मरीज अन्य संक्रमित लोगों के संपर्क में आए थे। विज्ञप्ति के मुताबिक संक्रमण से 2112 मरीज ठीक हो चुके हैं । मंगलवार को 75 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी गयी। वर्तमान में कम से कम 2304 मरीजों का उपचार चल रहा है। मल्लापुरम में 31,000 लोगों को निगरानी में रखा गया है और वहां पर आज 32 मामलों की पुष्टि हुई। कन्नूर में 26, पालक्कड़ में 17, कोल्लम में 12, एर्नाकुलम में 10, अलप्पुझा में नौ, कासरगोड में आठ, तिरुवनंतपुरम में पांच, त्रिशूर और कोझिकोड में चार-चार, कोट्टायम में तीन और पत्तनमथिट्टा में एक मामला सामने आया। पिछले 24 घंटे में 6076 लोगों के नमूने लिए गए। विज्ञप्ति के मुताबिक अब तक 2,31,570 लोगों के नमूनों की जांच हुई है। उधर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की केरल इकाई ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को एक पत्र लिखकर कहा है कि ऐसे संकेत हैं कि सामुदायिक संक्रमण हो चुका है क्योंकि दूसरों राज्यों से आए बिना लक्षण वाले लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। आईएमए ने कहा कि है कि संक्रमित लोगों के उपचार में नहीं शामिल रहे स्वास्थ्यकर्मियों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। आईएमए ने कहा समुदाय स्तर पर जांच हुई है लेकिन यह सीमित स्तर पर ही हुई है। बड़ी संख्या में लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और उनके संपर्क का पता नहीं चल पाया है। आईएमए ने कहा कि इसलिए जांच बढ़ायी जानी चाहिए और प्रति सप्ताह प्रति लाख पर 100 लोगों की जांच होनी चाहिए। संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों और निषिद्ध क्षेत्रों में घर-घर जाकर सर्वेक्षण होना चाहिए। आईएमए ने कहा कि गैर कोविड स्वास्थ्य केंद्रों सहित डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। इससे समुदाय स्तर पर जांच बढ़ाने की जरूरत है। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) ने अगले आदेश तक मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश करने की अनुमति नहीं देने का फैसला किया है।

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अंडमान-निकोबार में कुल 97 लोग संक्रमित

अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 97 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी। द्वीपसमूह में मार्च के मध्य में दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम से लौटे नौ लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद संक्रमण का पहला दौर शुरू हुआ था, लेकिन उससे अच्छी तरह से निपट लिया गया। कोविड-19 के सभी 33 रोगी ठीक होने के बाद 10 मई को अपने घर लौट गए थे। लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने के कारण उस समय तो द्वीप समूह संक्रमण के मामलों से मुक्त हो गया, लेकिन 10 जून को इसने फिर दस्तक दे दी, जब बाहर से घर लौटे दो लोग इससे संक्रमित पाए गए। तब से जैसे-जैसे विभिन्न गंतव्यों से उड़ानें यहां उतर रही हैं, संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। अंडमान-निकोबार के स्वास्थ्य सेवा निदेशक तथा कोरोना वायरस के लिये नोडल अधिकारी अविजीत रॉय ने बताया कि केन्द्र शासित प्रदेश में अब तक 97 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा चुके हैं, जिनमें से 45 लोग ठीक हो चुके हैं। 52 लोग अब भी संक्रमित हैं। उन्होंने कहा, 'अधिकतर मामले दिल्ली, चेन्नई और कोलकाता से आए यात्रियों में मिले हैं।'

आंध्र प्रदेश में 704 नए मरीज

आंध्र प्रदेश में 704 और लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है। इसके बाद प्रदेश में मंगलवार को कोविड-19 के कुल मामले 14,595 हो गए। स्वास्थ्य विभाग के ताजा बुलेटिन के मुताबिक, सात और मरीजों के दम तोड़ने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 187 हो गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, एक जून को अनलॉक-1 शुरू होने के बाद से राज्य में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़े हैं। इस महीने में 10,919 नए मामले सामने आए हैं। प्रदेश में कोरोना वायरस का पहला मामला 12 मार्च को सामने आया था और तब से 31 मई तक 3,676 मामले थे। अधिकारियों ने बताया कि कुल 14,595 मामलों से 12,202 स्थानीय लोगों के हैं जबकि 1,997 मामले अन्य राज्य से लौटे लोगों के जबकि 396 विदेश से लौटे लोगों के हैं। स्थानीय तौर पर भी पिछले 30 दिनों में 8526 मामले सामने आए हैं। उपमुख्यमंत्री (स्वास्थ्य) एकेके श्रीनिवास (नानी) ने इस बात का खंडन किया कि प्रदेश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के उपाय नाकाम साबित रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को सतर्क रहना चाहिए और इसे फैलने से रोकने के लिए सभी कदम उठाने चाहिए।

ठाणे और मीरा भयंदर में दस दिनों के लिए पूर्ण लॉकडाउन

महाराष्ट्र के ठाणे में कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए 2-12 जुलाई के दौरान पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। निगम आयुक्त विपिन शर्मा ने मंगलवार को यह कहा। प्रशासन द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि इस अवधि में गैर जरूरी सेवाएं नहीं संचालित होंगी और न ही वाहनों को आने जाने दिया जाएगा, मेडिकल और जरूरी यात्रा को इससे छुट प्राप्त होगी। आदेश के अनुसार जरूरी वस्तुओं और नष्ट होने वाली चीजों की ढुलाई की इजाजत होगी। समीप के मीरा भयंदर में निगर निकाय अधिकारियों ने कोरोना वायरस महामारी को नियंत्रित करने के लिए एक से दस जुलाई तक के लिए फिर पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है। इस दौरान जरूरी वस्तुओं की दुकानें भी बंद रहेंगी। मीरा भयंदर के निगमायुक्त विजय राठौड़ ने कहा कि बेकरी उत्पादों समेत जरूरी सामान बेचने वाली और खाद्यान्न की बिक्री करने वाली दुकानें इस दौरान बंद रहेंगी। प्रशासन के आदेश के अनुसार खाद्यान्नों, सब्जियों, मछलियों, मांस, बेकरी उत्पाद सुबह नौ बजे से रात ग्यारह बजे तक घर पर पहुंचाये जाएंगे जबकि दूध एवं डेयरी सामान सुबह पांच बजे से दस बजे तक पहुंचाये जायेंगे। मीरा भयंदर ठाणे जिल के अंतर्गत ही आता है। सोमवार रात को ठाणे में कोरोना वायरस के मामले 8,506 हो गये जबकि अबतक 311 मरीजों की जान जा चुकी है। इसी तरह मीरा भयंदर निगम क्षेत्र में कोविड-19 के अबतक 3175 मामले आ चुके हैं और 142 मरीजों की मौत हो चुकी है।

त्रिपुरा नहीं कर रहा लॉकडाउन बढ़ाने पर विचार

त्रिपुरा के शिक्षा मंत्री रतन लाल नाथ ने मंगलवार को कहा कि उनका राज्य कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू लॉकडाउन को बढ़ाने के बारे में नहीं सोच रहा है क्योंकि यहां स्थिति "स्थिर" है और कार्यकर्ता सराहनीय काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "भले ही पूर्वोत्तर के तीन राज्यों- असम, मणिपुर और मेघालय में लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है, लेकिन हम अभी उस दिशा में नहीं सोच रहे हैं। हमारी स्थिति स्थिर है और हमारे कर्मचारी सराहनीय काम कर रहे हैं।" मंत्रिमंडल प्रवक्ता नाथ ने यहां सचिवालय में संवाददाताओं से कहा कि राज्य में मरीजों के ठीक होने की दर 80.25 प्रतिशत हो गई है। इस बीच, त्रिपुरा में कोविड-19 के लिए 34 नए मामले सामने आए हैं जिससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1,386 हो गयी है। राज्य में अब भी 301 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं।

उत्तराखंड में दो और मरीजों की मौत

उत्तराखंड में मंगलवार को दो और कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों ने दम तोड़ दिया जबकि 51 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने से महामारी से पीड़ितों की संख्या बढ़कर 2881 पर पहुंच गयी। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां जारी बुलेटिन के अनुसार, कोरोना संक्रमण से मौत के दोनों नये मामले देहरादून के हैं, जहां महंत इंद्रेश अस्पताल में भर्ती 22 वर्षीया एक युवती और 63 वर्षीय एक पुरूष मरीज ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही प्रदेश में महामारी से मरने वालों की संख्या 41 हो गयी है। प्रदेश में आज सामने आए 51 नए कोरोना मरीजों में से 28 उधमसिंह नगर जिले से हैं जबकि 12 देहरादून जिले से हैं। उत्तराखंड में 2231 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और उपचाराधीन मरीजों की संख्या 582 हैं।

बीएसएफ में कोविड-19 के मामले 1000 के पार पहुंचे

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 53 और कर्मियों के कोरेाना वायरस से संक्रमित पाये जाने के साथ ही देश के सबसे बड़े इस सीमा प्रहरी बल में संक्रमितों की संख्या 1000 के पार चली गयी। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार अब तक बीएसएफ में कोरोना वायरस की चपेट में 1028 कर्मी आये हैं जिनमें से 659 स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 354 का इलाज चल रहा है। चार कर्मी पिछले 24 घंटे में ही स्वस्थ हुए। अब तक सीमा सुरक्षा बल के पांच कर्मियों की कोविड-19 से मौत हो चुकी है जिनमें वह कर्मी भी है जिसकी सड़क हादसे में मौत हो गयी और बाद में जांच में पता चला कि वह संक्रमित हो गया था। अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 53 नये मरीज सामने आये। उनमें से 29 मामले ओडिशा से सामने आये। बीएसएफ में करीब ढाई लाख कर्मी हैं जिन पर पाकिस्तान और बांगलादेश से लगती सीमा की सुरक्षा का जिम्मा है। सीमा सुरक्षा से जुड़े दो अन्य अर्धसैनिक बल भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) हैं। आईटीबीपी में करीब 90 हजार तथा एसएसबी में करीब 80 हजार कर्मी हैं। आईटीबीपी में भी मंगलवार को 19 नये मामले आये। मंगलवार को ही कोविड-19 का एक मरीज स्वस्थ हुआ। इस बल में अब तक कोरोना वायरस के 331 मामले आ चुके हैं जिनमें से 237 स्वस्थ हो चुके हैं और 94 का उपचार चल रहा है। दो मरीजों की मौत हो चुकी है।

बिहार में कोविड-19 से पांच और लोगों की मौत

बिहार में कोविड-19 से पांच गत 24 घंटे में पांच और लोगों की मौत हो गई जिन्हें मिलाकर राज्य में इस महामारी से अब तक 68 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं इस अवधि में 238 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई जिन्हें मिलाकर मंगलवार को राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9,744 हो गई। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण से पिछले मंगलवार को (गत 24 घंटे में) रोहतास जिले में दो तथा पूर्वी चंपारण, गया एवं नालंदा में एक-एक व्यक्ति की मौत दर्ज की गई। बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से अबतक जिन 68 लोगों की मौत हो चुकी है उनमें से पटना में छह, दरभंगा, रोहतास एवं सारण में पांच-पांच, बेगूसराय एवं नालंदा में चार-चार, गया, जहानाबाद, खगड़िया, नवादा एवं वैशाली में 03—03, भोजपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सीतामढ़ी एवं सिवान में दो-दो तथा अररिया, अरवल, औरंगाबाद, भागलपुर, जमुई, कटिहार, मधेपुरा, मुंगेर, शिवहर एवं पश्चिम चंपारण जिले में एक-एक मरीज की मौत शामिल है। बिहार में पिछले 24 घंटे के भीतर कोरोना वायरस से संक्रमण के 238 नये मामले प्रकाश में आने के साथ प्रदेश में मंगलवार को राज्य में कुल संक्रमितों का संख्या बढ़कर 9,744 हो गई। बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के अबतक प्रकाश में आए 9744 मामलों में से पटना के 713, भागलपुर के 494, मधुबनी के 456, बेगूसराय के 421, सिवान के 412, मुंगेर के 355, समस्तीपुर के 350, रोहतास के 335, कटिहार के 317, मुजफ्फरपुर के 312, दरभंगा के 306, खगड़िया के 299, पूर्णिया के 296, नवादा के 286, गोपालगंज के 255, जहानाबाद के 252, सुपौल के 242, बांका के 229, बक्सर के 227, नालंदा के 225, भोजपुर के 220, औरंगाबाद के 219, पूर्वी चंपारण के 214, सारण के 211, गया के 209, मधेपुरा के 201, पश्चिम चंपारण के 187, कैमूर के 176, सहरसा के 175, किशनगंज के 167, वैशाली के 160, शेखपुरा के 153, सीतामढी के 137, लखीसराय एवं अररिया के 127-127, अरवल के 110, शिवहर के 91 तथा जमुई जिले के 78 मामले शामिल हैं। बिहार में अब तक 2,20,890 नमूनों की जांच की गई है और कोरोना वायरस संक्रमित 7,544 मरीज ठीक हुए हैं। बिहार में इस समय कोविड-19 के 2,132 मरीज उपचाराधीन हैं।

तमिलनाडु में आंकड़ा 90 हजार के पार

तमिलनाडु में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के लगभग 4,000 नए मामले सामने आए जिसके बाद राज्य में कोविड-19 के मामलों का आंकड़ा 90,000 के पार चला गया। इसके अलावा पिछले 24 घंटों में इस संक्रमण से 60 और लोगों की मौत हुई हैं जिसके बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,201 पर पहुंच गई है। राज्य सरकार ने यह जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में कहा गया कि मंगलवार को सामने आए नए मामलों में अकेले चेन्नई से संक्रमण के 2,393 मामले हैं। चेन्नई में संक्रमण के कुल मामलों का आंकड़ा 58,387 पहुंच गया जबकि राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 90,187 पहुंच गए। वहीं मंगलवार को 2,325 मरीजों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जिससे स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या 50,074 हो गई है। राज्य में अब 38,889 मरीजों का उपचार चल रहा है। राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कोविड-19 से संक्रमित 60 लोगों की मौत हो गई जिनमें से 57 मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं।

राजस्थान में भी 31 जुलाई तक बंद रहेंगे स्कूल, कॉलेज

कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के मद्देनजर लगे लॉकडाउन के तहत राजस्थान में सभी स्कूल-कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थान 31 जुलाई तक बंद रहेंगे। राज्य में सिटी बसें चलाने की अनुमति भी अभी नहीं दी गयी है। राजस्थान सरकार ने पूर्णबंदी में ढील देने के कदमों के तहत ‘अनलॉक-2’ के कार्यान्वयन के आदेश मंगलवार को जारी किए। इसमें कहा गया है कि राज्य के सभी विद्यालय, महाविद्यालय, शैक्षणिक संस्थान और कोचिंग संस्थान 31 जुलाई 2020 तक बंद रहेंगे। इस दौरान ऑनलाइन व दूरस्थ शिक्षा को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसमें कहा गया है कि केंद्र व राज्य सरकार के प्रशिक्षण संस्थान 15 जुलाई से काम कर सकेंगे और भारत सरकार के कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग द्वारा जारी की गयी मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करेंगे। ये दिशा-निर्देश एक जुलाई से 31 जुलाई तक प्रभावी होंगे। इनके अनुसार व्यक्तियों और वस्तुओं के अंतराज्यीय व राज्य के अंदर आवागमन पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। अन्य सभी वाणिज्यिक यात्री परिवहन वाहन में यात्रा से पहले व यात्रा के बाद सेनेटाइजेशन जैसी सुरक्षात्मक गतिविधियों को अपनाना जरूरी होगा। निजी और वाणिज्यिक वाहनों में यात्रियों के बैठने की क्षमता से अधिक संख्या में यात्रियों के बैठने को अनुमति नहीं दी गई है। इन दिशा-निर्देश में कहा गया है कि जहां कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामले आते हैं वहां निषिद्ध क्षेत्र का निर्धारण जिला कलेक्टर करेंगे। निषिद्ध क्षेत्रों व निषिद्ध क्षेत्र/कर्फ्यू वाले इलाकों में किसी तरह की छूट लागू नहीं होगी।

एक विवाह ऐसा भी!

बिहार में पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल के एक गांव में हाल में आयोजित एक विवाह समारोह राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की अब तक की सबसे बड़ी श्रृंखला के रूप में उभर कर सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि 350 से अधिक लोगों की ‘कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग’ कर उनकी जांच किए जाने पर पिछले कुछ दिनों के भीतर पालीगंज में 100 से अधिक लोगों में कारोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। विवाह में शामिल हुए दूल्हे के 15 करीबी रिश्तेदार भी संक्रमित पाए गए जिन्होंने संभवत: और लोगों को संक्रमित किया। अधिकारियों ने नाम नहीं उजागर किए जाने का अनुरोध करते हुए बताया कि दूल्हा हरियाणा के गुरुग्राम में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम कर रहा था, जो मई के अंतिम सप्ताह में अपनी शादी के लिए डीहपाली गांव स्थित अपने घर लौटा था। "तिलक" समारोह के कुछ दिनों बाद, उसमें लक्षण दिखने शुरू हो गए थे। शादी की तारीख 15 जून को दूल्हे को तेज बुखार था पर परिवार के सदस्यों की जिद पर उसने बुखार की दवा लेकर विवाह की रस्मों को अदा किया। दो दिन बाद 17 जून को दूल्हे की हालत बिगड़ने पर परिजन उसे इलाज के लिए पटना स्थित एम्स ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा कि प्रशासन को सूचित किए बिना ही परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया लेकिन किसी ने जिलाधिकारी को फोन किया और पूरे प्रकरण की जानकारी दे दी जिसके बाद मृतक के सभी करीबी रिश्तेदारों का 19 जून को परीक्षण कराया गया। एहतियात के तौर पर 24-26 जून को जिस गांव में शादी हुई थी, वहां एक विशेष शिविर स्थापित कर 364 लोगों के नमूने एकत्र किए गए थे। उनमें से 86 लोग संक्रमित मिले। प्रखंड विकास अधिकारी चिरंजीव पांडेय ने कहा कि "मीठा कुआं, खगारी मोहल्ला और पालीगंज बाजार के कुछ हिस्सों को पूरी तरह से सेनेटाइज किए जाने के साथ सील कर दिया गया है।" संक्रमित पाए गए लोगों को इलाज के लिए बिहटा और फुलवारीशरीफ स्थित पृथक-वास केंद्रों में भर्ती कराया गया है। बिहार में पटना कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में पहले स्थान पर है और जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से पांच लोगों की मौत के साथ इससे अबतक 699 प्रभावित हुए हैं और 372 लोगों का इलाज चल रहा है।

हिमाचल प्रदेश में और एक व्यक्ति की मौत

हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 से मंगलवार को 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से यह नौवीं मौत है। एक अधिकारी ने बताया कि हमीरपुर जिला में जंगलीबेरी गांव निवासी उक्त महिला को उम्र संबंधी कई बीमारियां भी थीं। उनकी मृत्यु मंडी जिले के नेरचोक मेडिकल कॉलेज में हुई। संक्रमण से अभी तक हुई मौतों में दिल्ली की वह महिला भी शामिल है जो 15 मार्च से एक गेस्टहाउस में रुकी हुई थी। उनकी दो अप्रैल को चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर में मौत हो गई।

तमिलनाडु के मंत्री कोरोना से संक्रमित

तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री केपी अंबलगन के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है। एक अस्पताल ने मंगलवार को यह जानकारी दी। एमआईओटी अस्पताल ने कहा कि शुरू में उनमें कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं दिखा और उनका सीटी स्कैन भी सामान्य था। लेकिन एहतियात के तौर पर उन्हें निगरानी में रखा गया था। उनके दूसरे नमूने की जांच में कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि हुयी। अस्पताल ने कहा कि एक दिन पहले उन्हें हल्की खांसी हुयी और उसका इलाज किया जा रहा है। उनकी हालत स्थिर है और सभी महत्वपूर्ण मानदंड सामान्य हैं। सूत्रों ने कहा कि मंत्री का करीब एक सप्ताह से अस्पताल में इलाज चल रहा है।

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असम में कोरोना वायरस से एक और की गई जान

असम में कोरोना वायरस से एक मरीज की मौत हो गई है और इसके संक्रमण के 41 नए मामले सामने आए हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने बताया कि राज्य में मंगलवार को मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 12 हो गया है जबकि कुल मामले 7,835 हो गए हैं। मंत्री ने कहा कि गुवाहाटी के रहने वाले व्यक्ति को 22 जून को अस्पताल में लाया गया था। उनके नमूने को जांच के लिए भेजा गया था और पाया गया है कि वह संक्रामक रोग से पीड़ित थे। सरमा ने ट्वीट किया कि उन्हें यह सूचित करते हुए दुख हो रहा है कि 22 जून को जीएससीएच में गुवाहाटी निवासी को अस्पताल में मृत लाया गया था। बाद में वह कोविड-19 से संक्रमित पाए गए। उन्होंने बताया कि इसी के साथ मृतकों की संख्या 12 हो गई है। मंत्री ने शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। नए मामलों में से, 18 सोनितपुर से, जोरहाट से छह, कामरूप (एम) से पांच, लखीमपुर, नागांव और बारपेटा से तीन-तीन, कार्बी आंगलोंग से दो और धेमाजी से एक मामला आया है। राज्य में 2,488 मरीज फिलहाल संक्रमण का इलाज करा रहे हैं जबकि 5333 मरीज संक्रमण से उबर चुके हैं और तीन मरीज कहीं और चले गए हैं। गुवाहाटी शहर में 28 जून की आधी रात से 14 दिन का पूर्ण बंद लागू है। यहां अबतक 1337 मामले रिपोर्ट हुए हैं। शहर कामरूप (मेट्रो) जिला का हिस्सा है। राज्य में कुल 3,99,393 नमूनों की जांच की चुकी है।

राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से आठ और मौत

राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से मंगलवार को आठ और मरीजों की मौत के साथ ही राज्य में संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 413 हो गई है। इसके साथ ही 354 नये मामले सामने आने से राज्य में इस महामारी से संक्रमितों की कुल संख्या 18,014 हो गयी जिनमें से 3381 उपचाराधीन हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार को जोधपुर में चार, जयपुर में तीन और संक्रमित की मौत दर्ज की गयी। अन्य राज्य के एक रोगी की भी यहां मौत हुई है। इससे राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 413 हो गई है। केवल जयपुर में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 160 हो गयी है जबकि जोधपुर में 49, भरतपुर में 34, कोटा में 23, अजमेर में 18, बीकानेर में 13 और नागौर में 12 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। अन्य राज्यों के 27 रोगियों की भी यहां मौत हुई है। उन्होंने बताया कि मंगलवार रात साढ़े आठ बजे तक राज्य में संक्रमण के 354 नये मामले सामने आये। इनमें भरतपुर में 58, जोधपुर में 55, सीकर में 44, जयपुर में 27, अलवर में 22, धौलपुर में 18, सिरोही में 14, कोटा में 12, बाड़मेर व चुरू में 11-11, नागौर में नौ, सवाई माधोपुर व अजमेर में आठ-आठ, राजसमंद व बीकानेर में सात-सात नये मामले शामिल हैं। राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के साथ साथ 61 वे लोग भी हैं जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर व जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया था। राज्यभर में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण कई थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है।

-नीरज कुमार दुबे

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