Unlock 3 के अंतिम दिन देश में लगभग 43 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र, आंध्र और कर्नाटक से

Coronavirus

संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने एक नये सर्वेक्षण के हवाले से कहा है कि सर्वेक्षण में शामिल 90 फीसदी देशों में कोविड-19 महामारी के चलते टीकाकरण, परिवार नियोजन सेवाओं, कैंसर एवं हृदय रोग जांच एवं उपचार जैसी अन्य स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि भारत में कोविड-19 के कुल मामलों में से लगभग 43 प्रतिशत मामले महज तीन राज्यों- महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से हैं। मंत्रालय ने कहा कि केंद्र उन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के नियमित संपर्क में है जहां कोरोना वायरस संक्रमण के अधिक मामले सामने आ रहे हैं तथा जहां इसकी वजह से मृत्यु दर अधिक है। इसने कहा कि ऐसे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी गई है कि वे जांच संख्या बढ़ाने और मौत के मामलों में कमी लाने के लिए प्रभावी चिकित्सकीय प्रबंधन सुनिश्चित करने के वास्ते त्वरित कदम उठाएं तथा विभिन्न स्तरों पर प्रभावी निगरानी कर लोगों का जीवन बचाएं। मंत्रालय ने कहा कि भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 78,512 नए मामले सामने आए हैं और कुछ मीडिया प्रतिष्ठानों द्वारा इनकी संख्या लगभग 80 हजार बताए जाने की खबर निराधार है। इसने कहा कि पिछले 24 घंटे में सामने आए नए मामलों में से 70 प्रतिशत मामले सात राज्यों से हैं। इनमें महाराष्ट्र में सर्वाधिक, लगभग 21 प्रतिशत मामले सामने आए हैं। इसके बाद आंध्र प्रदेश में 13.5 प्रतिशत, कर्नाटक में 11.27 प्रतिशत और तमिलनाडु में 8.27 प्रतिशत मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-19 के अब तक सामने आए कुल मामलों में से 43 प्रतिशत मामले केवल तीन राज्यों- महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में सामने आए हैं। इसने कहा कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से हुई मौतों में से लगभग 50 प्रतिशत मौत इन्हीं तीन राज्यों- महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में हुई हैं। इनमें महाराष्ट्र में सर्वाधिक 30.48 प्रतिशत मौत हुई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 78,512 मामले आने के साथ ही अब तक संक्रमण की चपेट में आए लोगों की संख्या सोमवार को 36 लाख के आंकड़े को पार कर गई। वहीं, 27,74,801 लोगों के ठीक होने के बाद महामारी से उबरने की दर बढ़कर 76.62 प्रतिशत हो गई। पिछले 24 घंटे में 971 और लोगों की मौत होने से देश में महामारी से जान गंवाने वालों की कुल संख्या 64,469 हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि भारत ने जांच क्षमता में विस्तार का संकल्प प्रदर्शित किया है। जनवरी में पुणे में केवल एक प्रयोगशाला से जांच की शुरुआत के साथ अगस्त 2020 में जांच क्षमता बढ़कर हर रोज 10 लाख से अधिक की हो गई है। देश में अब तक 4.23 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच हो चुकी है और पिछले 24 घंटे में 8,46,278 नमूनों की जांच हुई है।

महाराष्ट्र ने पाबंदी में छूट दी

महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को लोगों और सामान की विभिन्न जिलों के बीच आवाजाही से पाबंदी हटा दी और अपने कार्यालयों में लोगों की उपस्थिति बढ़ाने समेत कई और राहत देते हुए कोविड-19 की वजह से राज्य में लागू सामान्य बंदी (लॉकडाउन) को 30 सितंबर तक बढ़ा दिया। सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के तहत दो सितंबर से होटल और लॉज का संचालन पूर्ण क्षमता से हो सकेगा लेकिन स्कूल, कॉलेज, सिनेमाघर और तरणताल 30 सितंबर तक बंद रहेंगे। पाबंदियों में यह रियायत ऐसे वक्त दी गई है जब महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों का बड़ी संख्या में मिलना लगातार जारी है और इसमें कोई गिरावट नजर नहीं आ रही। सरकार ने घोषणा की कि दो सितंबर से लोगों और सामान की विभिन्न जिलों के भीतर आवाजाही पर कोई पाबंदी नहीं होगी। सरकार ने अपने आदेश में कहा कि अब लोगों को एक जिले से दूसरे जिले में यात्रा के लिये कोई अनुमति या ई-परमिट दिखाने की जरूरत नहीं होगी। आदेश के मुताबिक, सरकार ने निजी बसों-मिनी बसों और अन्य वाहन चालकों द्वारा यात्रियों की आवाजाही की भी इजाजत दे दी है। राज्य के परिवहन आयुक्त इसके लिये मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करेंगे। सरकार ने कहा कि जिन बाह्य शारीरिक गतिविधियों पर पूर्व में कोई पाबंदी नहीं थी वो वही रहेंगी लेकिन जिम और मंदिरों को फिर से खोले जाने का इसमें कोई जिक्र नहीं है। आगामी दो सितंबर से महाराष्ट्र सरकार के ग्रुप ए और ग्रुप बी के 100 प्रतिशत अधिकारी कार्यालय आ सकेंगे। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन, पुणे, पिंपरी-चिंचवड और अन्य नगर निगमों के तहत आने वाले इलाकों में सरकारी कर्मचारी कार्यालय में कुल क्षमता के 30 प्रतिशत या न्यूनतम 30 कर्मचारी जो भी ज्यादा हो जा सकते हैं। सभी कोविड-19 हॉटस्पॉट में भी यही व्यवस्था लागू होगी। सरकार ने कहा कि निजी कार्यालय अपनी जरूरत के मुताबिक अपनी 30 प्रतिशत कर्मचारी क्षमता के साथ काम कर सकते हैं।

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उत्तराखंड में 592 नए मामले सामने आए

उत्तराखंड में सोमवार को कोविड—19 के 592 नए मरीज मिले जिससे इस महामारी से पीडित लोगों की संख्या 19827 हो गयी। इसके अलावा 12 और मरीजों की महामारी से मृत्यु हो गयी। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमित सर्वाधिक 149 नए मामले देहरादून जिले में मिले जबकि हरिद्वार में 138, नैनीताल में 99 और उधमसिंह नगर में 58 मरीज सामने आए। सोमवार को कोरोना वायरस ने 12 और मरीजों की जान ले ली। सात मरीजों की मृत्यु हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में हुई जबकि चार अन्य की एम्स ऋषिकेश में मौत हो गयी। एक मरीज की मौत दून मेडिकल कॉलेज में हुई। अब तक प्रदेश में महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या 269 हो चुकी है। प्रदेश में अब तक कुल 13608 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और उपचाराधीन मरीजों की संख्या 5887 है। प्रदेश में कोविड-19 के 63 मरीज प्रदेश से बाहर चले गए हैं।

आंध्र प्रदेश में 10 हजार से अधिक मामले

आंध्र प्रदेश में सोमवार को लगातार छठे दिन कोरोना वायरस संक्रमण के 10,000 से अधिक मामले सामने आए। इसके साथ ही राज्य में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,34,771 हो गई। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र के बाद अब आंध्र प्रदेश दूसरा ऐसा राज्य बन गया है जहां उपचाराधीन मरीजों की संख्या एक लाख से अधिक हो गई है। बुलेटिन के मुताबिक, अब तक राज्य में कोविड-19 के कुल 3,969 मरीज दम तोड़ चुके हैं और 3,30,526 मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य में फिलहाल 1,00,276 मरीज उपचाराधीन हैं। इसके मुताबिक, सोमवार सुबह नौ बजे तक पिछले 24 घंटे में पूर्वी गोदावरी, पश्चिमी गोदावरी, एसपीएस नेल्लोर और श्रीकाकुलम जिले में प्रत्येक में एक हजार से अधिक कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले सामने आए। बुलेटिन के मुताबिक, सोमवार को राज्य में संक्रमण के 10,004 नए मामले सामने आए। इसके मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 85 मरीजों की मौत हो गई। एसपीएस नेल्लोर में 12 जबकि चित्तूर एवं प्रकासम में नौ-नौ मरीजों ने दम तोड़ दिया।

केरल में मामलों की संख्या 75 हजार के पार

केरल में कोविड-19 के 1530 नए मामले आने से सोमवार को संक्रमितों की संख्या 75,000 से ज्यादा हो गयी। स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि राज्य में संक्रमितों की संख्या 75,384 हो गयी है। संक्रमण से सात और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 294 हो गयी है। एक विज्ञप्ति में उन्होंने बताया कि 1693 लोगों को छुट्टी मिलने के साथ कुल 51,542 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में राज्य में 23,488 मरीजों का उपचार चल रहा है। विज्ञप्ति में बताया गया कि राज्य में 19,366 पृथक-वास वार्ड हैं और 1,98,843 लोगों की निगरानी की जा रही है। संक्रमण के नए मामलों में 29 स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं, 54 लोग विदेश से आए थे, 80 लोग दूसरे राज्यों से आए। तिरुवनंतपुरम में सबसे ज्यादा 221, एर्नाकुलम में 210 और मल्लपुरम में 177 मामले आए। पालक्कड़ से 42, वायनाड 25 और इडुक्की से 15 मामले सामने आए।

दिल्ली में 1,358 नए मामले, 18 की मौत

दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,358 नए मामले सामने आने के बाद शहर में संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,74,748 तक पहुंच गई। वहीं, इसी अवधि में संक्रमण से 18 मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,444 हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, सोमवार को 14,389 नमूनों की जांच की गई जो प्रतिदिन के औसत 20,000 परीक्षण की संख्या से काफी कम रहा। दिल्ली में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 2,024 नए मामले सामने आए थे जो अगस्त में एक ही दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले थे। शनिवार को संक्रमण के 1,954 नए मामले सामने आए थे। बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में फिलहाल 14,626 मरीज उपचाराधीन हैं। राष्ट्रीय राजधानी में अब तक 23 जून को एक ही दिन में सर्वााधिक 3,947 नए मामले सामने आए थे।

जम्मू-कश्मीर में 535 नए मामले

जम्मू-कश्मीर में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 535 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 37,698 हो गई है। इसके अलावा बीते 24 घंटे में नौ रोगियों की मौत के साथ ही मृतकों की तादाद 703 तक पहुंच गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जम्मू क्षेत्र में 245 और कश्मीर घाटी में 290 नए मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र शासित प्रदेश में 7980 रोगियों का इलाज चल रहा है। 29,015 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं।

कर्नाटक में मेट्रो ट्रेन, राजनीतिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों की अनुमति

कर्नाटक में अनलॉक-4 के मद्देनजर राज्य सरकार की ओर से सोमवार को जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक, यहां सात सितंबर से मेट्रो ट्रेन सेवा चरणबद्ध तरीके से बहाल की जाएगी। साथ ही राजनीतिक, सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों की छूट रहेगी लेकिन इसमें 100 से अधिक लोगों को शामिल होने की अनुमति नहीं होगी। मुख्य सचिव टीएम विजय भास्कर की ओर से जारी आदेश में केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत अनलॉक-4 के दौरान स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान छात्रों के लिए 30 सितंबर तक बंद रहेंगे जबकि कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को कुछ छूट दी गई है। आदेश के मुताबिक, 'गृह मंत्रालय के परामर्श से आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय अथवा रेल मंत्रालय द्वारा चरणबद्ध तरीके से सात सितंबर, 2020 से मेट्रो रेल को संचालित करने की अनुमति दी जाएगी।' इस बाबत आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय और बैंगलोर मेट्रो रेल निगम लिमिटेड की तरफ से मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की जाएगी। दिशा-निर्देशों के मुताबिक, 21 सितंबर से अधिकतम 100 लोगों की मौजूदगी के साथ सामाजिक, शैक्षणिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों और अन्य सभाओं की अनुमति रहेगी। हालांकि, इस दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा और थर्मल स्कैनिंग के साथ ही सेनेटाइजर का उपयोग करना होगा। वहीं, शादी समारोह में 50 लोगों की अधिकतम सीमा और अंत्येष्टि के लिए अधिकतम 20 लोगों के शामिल होने का नियम 20 सितंबर तक लागू रहेगा जिसके बाद अधिकतम 100 लोग शामिल हो सकेंगे। इसके मुताबिक, सिनेमा हॉल, स्वीमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थियेटर और ऐसे सभी स्थल बंद ही रहेंगे।

उप्र में कोरोना से 63 और लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 के 63 और मरीजों की मौत हो गई वहीं 5061 नए लोगों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान 63 और लोगों की मौत के साथ राज्य में इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3486 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा 15 मौतें लखनऊ में हुई है। इसके अलावा देवरिया में सात, कानपुर नगर में पांच, प्रयागराज और वाराणसी में तीन-तीन, बरेली, बाराबंकी, आजमगढ़, मुजफ्फरनगर, रायबरेली और ललितपुर में दो-दो तथा चित्रकूट, श्रावस्ती, कौशांबी, बलरामपुर, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, मऊ, बदायूं, संभल, बिजनौर, सिद्धार्थ नगर, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बलिया, मेरठ, मुरादाबाद तथा गोरखपुर में कोविड-19 संक्रमित एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में 5061 नए लोगों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। लखनऊ में सबसे ज्यादा 791 नए रोगियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके अलावा गोरखपुर में 374, प्रयागराज में 288, कानपुर नगर में 251 और वाराणसी में 210 नए मरीजों का पता लगा है। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में इस वक्त 54758 मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं, 172140 लोग अब तक कोविड-19 बीमारी से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में रविवार को 136585 नमूनों की जांच की गई। राज्य में अब तक 5626897 नमूनों की जांच की जा चुकी है जो किसी भी प्रदेश में सर्वाधिक है।

कर्नाटक में कोविड-19 के 6,495 नये मामले

कर्नाटक में सोमवार को कोविड-19 के 6,495 नये मामले सामने आये और 113 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग के मुताबिक राज्य में 6,495 नये मरीज सामने आने के साथ कोविड-19 के कुल मामले बढ़ कर 3,42,423 हो गये। वहीं, 113 मरीजों की मौत हो जाने से इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़ कर 5,702 हो गई। सोमवार को इस रोग से उबरने पर विभिन्न अस्पतालों से 7,238 मरीजों को छुट्टी भी दे दी गई। जो नये मामले सामने आये हैं उनमें 1,862 सिर्फ बेंगलुरु शहरी से हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अपनी बुलेटिन में कहा कि 31 अगस्त शाम तक राज्य में कोविड-19 के कुल 3,42,423 मामले सामने आ चुके हैं। वैसे अबतक 2,49,467 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। बुलेटिन में कहा गया है कि अभी 87,235 मरीज उपचाररत हैं जिनमें 747 मरीज गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती हैं। सोमवार को जिन 113 मरीजों की मौत हुई उनमें 27 बेंगलुरू शहरी क्षेत्र से हैं। ज्यादातर मरीज पहले से सांस लेने में परेशानी या इंफ्लुएंजा जैसे रोगों से ग्रसित थे। बेंगलुरु शहरी जिले में अब तक संक्रमण के कुल 1,29,125 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य में अब तक कुल 28,95,807 नमूनों की जांच की गई है।

गुजरात में कोविड-19 के 1,280 नए मामले

गुजरात में सोमवार को कोविड-19 के 1,280 नये मरीज सामने आने से राज्य में इस महामारी के मामले बढ़कर 96,435 हो गये। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि इसी अवधि में 14 और मरीजों की मौत हो जाने से अब तक 3,022 लोग इस बीमारी से अपनी जान गंवा चुके हैं। विभाग के मुताबिक, सोमवार को 1,025 लोगों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। इस प्रकार अब तक राज्य में 77,782 मरीज ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में अब कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर 80.66 प्रतिशत है। विभाग के मुताबिक, गुजरात में फिलहाल 15,631 मरीज उपचाराधीन हैं जिनमें से 79 की हालत नाजुक बनी हुई है। राज्य में अब तक 23,31,836 नमूनों की जांच की जा चुकी है।

त्रिपुरा में 321 और लोग संक्रमित

त्रिपुरा में सोमवार को 321 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के मुताबिक इसके साथ ही राज्य में इस महामारी की चपेट में आने वालों की कुल संख्या 11,647 तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में पांच कोविड-19 मरीजों की मौत हुई है जिन्हें मिलकार अब तक त्रिपुरा में 103 लोगों की जान संक्रमण की वजह से जा चुकी है। अधिकारी के मुताबिक जिन पांच लोगों की मौत हुई है उनमें चार पश्चिमी त्रिपुरा जिले और एक खोवाई जिले का रहने वाला था। उन्होंने बताया कि राज्य में इस समय 4,092 मरीज उपचाराधीन हैं जबकि 7,433 मरीज ठीक हो चुके हैं जिनमें से 204 मरीज गत 24 घंटे में ठीक हुए हैं। अधिकारी के मुताबिक 19 संक्रमितों ने दूसरे राज्यों में पलायन किया है। उन्होंने बताया कि त्रिपुरा में अब तक 2,71,173 नमूनों की जांच की गई है।

उप्र सरकार के एक और मंत्री संक्रमित

उत्तर प्रदेश सरकार के एक और मंत्री के सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी। वह अपने घर में पृथकवास में चले गए हैं। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण और हज राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, 'पूर्व में मेरे स्टाफ में कुछ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे, मुझे कोरोना के शुरूआती लक्षण दिख रहे थे जिसके चलते मैंने आज अपनी कोविड-19 की जांच करायी। जांच में मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। मेरे संपर्क में आने वाले सभी लोगों से मेरा निवेदन है कि वह आवश्कतानुसार अपनी जांच करा लें। डॉक्टरों की सलाह पर मैं अपने आवास पर पृथकवास में हूं।' रजा (52) विधान परिषद सदस्य हैं। गौरतलब है कि प्रदेश के दो मंत्रियों की कोविड-19 के कारण मौत हो चुकी है।

बंगाल में सात, 11 और 12 सितंबर को पूर्ण लॉकडाउन

पश्चिम बंगाल में कोविड-19 का प्रसार रोकने के लिये सात, 11 और 12 सितंबर को पूर्ण बंदी रहेगी। राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने सोमवार को यह जानकारी दी। राज्य सरकार ने पहले ही सितंबर में इन तारीखों पर पूर्ण बंदी की घोषणा की थी लेकिन केंद्र सरकार ने हाल में जारी ‘अनलॉक-4’ के दिशा-निर्देशों यह स्पष्ट किया था कि राज्य बिना पूर्व परामर्श के स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन नहीं कर सकते। सिन्हा द्वारा जारी आदेश में यह भी कहा गया कि पश्चिम बंगाल के निषिद्ध क्षेत्रों में लॉकडाउन को 30 सितंबर तक बढ़ाया जाएगा। आदेश में कहा गया कि स्कूल, कॉलेज, सिनेमा घर, तरणताल और उद्यान सितंबर के अंत तक बंद रहेंगे। इसके मुताबिक, निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर दी गई छूट के अतिरिक्त हालांकि आठ सितंबर से मेट्रो के चरणबद्ध तरीके से संचालन की भी इजाजत दी जाएगी।

राजस्थान में 30 सितम्बर तक बंद रहेंगे स्कूल, कॉलेज

राजस्थान में कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर सभी स्कूल कॉलेज अभी बंद रहेंगे। राजस्थान सरकार द्वारा जारी अनलॉक-4 दिशानिर्देशों के अनुसार निषिद्ध क्षेत्र के बाहर सभी व़िद्यालय, महाविद्यालय, शैक्षणिक और कोचिंग संस्थान 30 सितम्बर तक बंद रहेंगे। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी दिशानिर्देशों के अनुसार आनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी व इसे प्रोत्साहित किया जायेगा। विद्यालयों में आनलाइन अध्यापन और ‘टेलीकाउन्सलिंग’ एवं संबंधित कार्यो के लिए 21 सितम्बर से 50 प्रतिशत शैक्षणिक एवं अन् कर्मचारियों को स्कूल में बुलाया जा सकेगा। इसके लिये स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा पृथक से मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की जायेगी। इसके अलावा 21 सितम्बर से केवल निषिद्ध क्षेत्र से बाहर के विद्यालयों के कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियो को स्वैच्छिक रूप से विद्यालय जाकर अपने अध्यापकों से मार्गदर्शन प्राप्त करने की अनुमति होगी। हालांकि निषिद्ध क्षेत्र में ऐसी कोई अनुमति नहीं प्रदान की गई है। अनलॉक-4 के तहत सिनेमा हाल, स्वीमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थियेटर एवं ऐसे अन्य स्थान बंद रहेंगे। सात सितम्बर से मेट्रो रेल का संचालन श्रेणीबद्ध तरीके से हो सकेगा। इसके लिये आवास एवं शहरी मामलोंके मंत्रालय द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की जायेगी। सामाजिक, राजनैतिक, खेल, मनोरंजन, अकादमिक, सांस्कृतिक, धार्मिक कार्यक्रम तथा अन्य बड़े सामूहिक आयोजन की अनुमति 21 सितम्बर से होगी। ऐसे आयोजनों में अधिकतम सीमा 50 व्यक्तियों की होगी एवं फेस मास्क पहनना, सामाजिक दूरी एव थर्मल स्केनिंग आदि के प्रावधान अनिवार्य होंगे। विवाह संबंधी आयोजन के लिये मेहमानों की अधिकतम संख्या 50 से अधिक नहीं होगी और कार्यक्रमों के लिये उपखंड मजिस्ट्रेट को पूर्व सूचना देनी होगी। दिशानिर्देर्शो के अनुसार किसी भी निर्देश का उल्लंघन अपराध है और भारी जुर्माने के साथ दंडनीय है।

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तमिलनाडु में 5956 नए मामले

तमिलनाडु में सोमवार को 5956 और लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया, जिसके बाद राज्य में कुल मामले 4.28 लाख के पार पहुंच गए। वहीं, 91 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा 7322 हो गया है। तमिलनाडु में लगातार दो दिन छह हजार से ज्यादा मामले आए थे। हालांकि, आज संक्रमण के नए मामले छह हजार से कम हैं। इसके अलावा एक बार फिर से नए मामलों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक है। आज छह हजार से ज्यादा मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में 29 अगस्त को 6352 और 30 अगस्त को 6495 मामले आए थे। स्वास्थ्य विभाग के कोविड बुलेटिन में बताया गया है कि राज्य में संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 52,578 है जबकि 6,008 रोगियों को अस्पताल से छुट्टी देने के बाद संक्रमण को मात देने वाले लोगों की संख्या 3,38,141 हो गई है। चेन्नई में 1150 मामले आए हैं। शहर में कुल मामले 1,35,597 हैं और 2,747 लोगों की मौत हुई है। राज्य में कुल मामले 4,28,041 हैं और 7322 मरीजों ने दम तोड़ा है।

तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) ने सोमवार को कम होती ग्रेट अंडमानी जनजाति के लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने पर चिंता जताई और अंडमान-निकोबार प्रशासन से दो हफ्ते में तथ्यात्मक रिपोर्ट देने को कहा। अंडमान-निकोबार प्रशासन के मुताबिक स्ट्रेट द्वीप पर रहने वाली जनजाति के 10 सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। उल्लेखनीय है कि इस जनजाति के केवल 59 सदस्य जीवित हैं। अखबार में छपी एक खबर पर संज्ञान लेते हुए आयोग ने कहा, ‘‘ग्रेट अंडमानी जनजाति के 10 सदस्यों का कोरोना वायरस से संक्रमित होना समूह और दूरदराज के द्वीपों पर रह रहे अन्य मूल लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है।’’ अंडमान-निकोबार के मुख्य सचिव को भेजे गए पत्र में आयोग ने कहा, ''मामले की गंभीरता को देखते हुए दो हफ्ते में तथ्यात्मक रिपोर्ट और प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम की जानकारी आयोग को भेजने का अनुरोध किया जाता है।’’ उल्लेखनीय है कि काम के सिलसिले में जनजाति के छह सदस्य पोर्ट ब्लेयर आए थे और जांच में उनके संक्रमित होने की जानकारी मिली। स्वास्थ्य टीम हाल में स्ट्रेट द्वीप जनजाति के बाकी सदस्यों की जांच के लिए गई थी। अंडमान-निकोबार के स्वास्थ्य विभाग में उप निदेशक अैर नोडल अधिकारी ने बताया कि द्वीप पर जनजाति के 37 सदस्यों की जांच की गई जिनमें से चार और लोगों को कोविड-19 होने की पुष्टि हुई। गौरतलब है कि अंडमान-निकोबार में छह अधिसूचित जनजातियां - निकोबारी, ग्रेड अंडमानी, जारवा, सेंथिल, ओंग और शोमपेन- हैं। निकोबारी को छोड़ सभी अन्य जनजातियां खतरे का सामना कर रही हैं। जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने शनिवार को कहा था कि उनका मंत्रालय नियमित रूप से अंडमान-निकोबार प्रशासन के संपर्क में है। अंडमान-प्रशासन ने मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट में बताया कि जनजाति के संक्रमित 10 सदस्यों में तीन ठीक हो चुके हैं जबकि शेष का जीबी पंत अस्पताल में या गृह पृथकवास में इलाज चल रहा है। प्रशासन ने बताया, ''संक्रमितों के परिवारों को छोड़कर अधिकतर आदिवासियों को स्ट्रेट द्वीप वापस भेज दिया गया है। संक्रमित सदस्यों की सहत ठीक है और वे निगरानी में हैं।’’ प्रशासन ने यह भी बताया कि डुगोंग क्रीक में रहने वाले ओंग जनजाति के सदस्यों के नमूनों की जांच की गई जिनमें से सभी की रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। प्रशासन के मुताबिक जारवा जनजाति के लोगों की भी जांच करने का फैसला किया गया है।

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हिमाचल प्रदेश में धार्मिक स्थल खुलेंगे

हिमाचल प्रदेश सरकार ने 'अनलॉक चार' के तहत धार्मिक स्थल खोलने का सोमवार को फैसला किया, मगर सरकारी बसों की अंतरराज्यीय आवाजाही की इजाजत नहीं होगी। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मार्च में धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया था। राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के 29 अगस्त के निर्देश के तहत, कोविड-19 प्रकोप को फैलने से रोकने के लिए लागू की गई पाबंदियां 30 सितंबर तक जारी रहेंगी। मुख्य सचिव एवं राज्य कार्यकारी समिति के प्रमुख अनिल खाची ने जिलाधिकारियों, पुलिस अफसरों और राज्य के अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया है कि निषिद्ध क्षेत्रों में लॉकडाउन बढ़ाने का कड़ाई से पालन हो। 'अनलॉक चार' एक सितंबर से प्रभावी होगा और 30 सितंबर तक चलेगा। मुख्य सचिव ने कहा कि भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा जारी की जाने वाली मानक संचालन प्रक्रिया के तहत ही धार्मिक स्थलों को खोला जाएगा। बहरहाल, आदेश में धार्मिक स्थलों को खोलने की सटीक तारीख नहीं है। अधिकारी ने बताया कि राज्य में प्रवेश करने वाले लोगों को कोविड19 ईपास. एचपी. जीओवी. इन पर ऑनलाइन अपना पंजीकरण कराना होगा। उन्होंने बताया कि उनके आने के ब्यौरे को पृथकवास में भेजने तथा संपर्कों का पता लगाने के लिए संबंधित अधिकारियों से साझा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से ज्यादा प्रभावित शहरों से आने वाले सभी लोगों को पृथकवास केंद्रों में रखा जाएगा। मुख्य सचिव ने कहा कि जिन सैलानियों की कम से कम दो रातों की वैध बुकिंग होगी और राज्य में प्रवेश करने से 96 घंटे पहले उनकी केविड जांच निगेटिव आई होगी, उन्हें पृथकवास में रहने से छूट होगी।

टीमों की तैनाती करेगा केंद्र

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि केंद्र उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में टीमों की तैनाती करेगा जहां कोविड-19 के मामलों में अचानक से वृद्धि हो रही है। इसने कहा कि ये टीम कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार की रोकथाम, निगरानी, जांच और मामलों के प्रभावी चिकित्सकीय प्रबंधन को मजबूत करने में राज्यों के प्रयासों को मजबूत करने में मदद करेंगी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ये टीम समय पर रोग निदान और बाद की प्रक्रिया से जुड़ी चुनौतियों के प्रभावी प्रबंधन में राज्यों को परामर्श भी देंगी। प्रत्येक टीम में एक महामारीविद और एक जनस्वास्थ्य विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इसने उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में उच्चस्तरीय केंद्रीय टीम तैनात करने का निर्णय किया है, जहां कोविड-19 के मामलों में अचानक वृद्धि हो रही है। मंत्रालय ने कहा कि इनमें से कुछ राज्यों में मृत्यु दर भी अधिक है। इसने कहा, ‘‘टीम कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार की रोकथाम, निगरानी, जांच और मामलों के प्रभावी चिकित्सकीय प्रबंधन को मजबूत करने में राज्यों के प्रयासों को मजबूत करने में मदद करेंगी।’’ इन चार राज्यों में उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के सर्वाधिक उपचाराधीन मरीज हैं, जिनकी संख्या 54,666 है। इसके बाद ओडिशा में 27,219, छत्तीसगढ़ में 13,520 और झारखंड में 11,577 उपचाराधीन मरीज हैं।

-नीरज कुमार दुबे

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