मुँहासों-झाइयों जैसी समस्याओं का कारण होता है त्वचा का गलत pH लेवल, ऐसे करें बैलेंस

ph level of skin
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डॉक्टर्स के मुताबिक त्वचा का पीएच लेवेल 4.4 और 6 के बीच में रहना चाहिए। त्वचा का पीएच लेवल 5 से कम होने पर त्वचा की नमी बरकरार रहती है और बैक्टीरिया चेहरे पर हमला नहीं कर पाते। वहीं अगर त्वचा का पीएच 6 से अधिक हो जाए तो मुंहासे या फोड़े-फुंसी की समस्या होने लगती है।

अगर आप भी चेहरे पर मुहाँसे और फोड़े-फुंसी की समस्या से परेशान हैं तो हो सकता है कि आपकी त्वचा का पीएच (pH) लेवल बिगड़ गया हो। त्वचा के पीएच लेवल असामन्य होने की वजह से चेहरे पर मुहाँसे, रूखापन और झुर्रियाँ जैसी तमाम समस्याएं होने लगती हैं। पीएच का मतलब होता है पावर ऑफ हाइड्रोजन, इसे पोटेंशियल ऑफ़ हाइड्रोजन भी कहा जाता है। हाइड्रोजन या हाइड्रोजन आयन की को बनाना। पीएच से तय होता है कि कोई वस्तु एसिडिक है एल्कलाइन। हमारी त्वचा को भी हेल्थी और ग्लोइंग रखने के लिए इसका पीएच लेवल संतुलित रखना जरूरी होती है। डॉक्टर्स के मुताबिक त्वचा का पीएच लेवेल 4.4 और 6 के बीच में रहना चाहिए। त्वचा का पीएच लेवल 5 से कम होने पर त्वचा की नमी बरकरार रहती है और बैक्टीरिया चेहरे पर हमला नहीं कर पाते। वहीं अगर त्वचा का पीएच 6 से अधिक हो जाए तो मुंहासे या फोड़े-फुंसी की समस्या होने लगती है। अगर आप हेल्थी और ग्लोइंग त्वचा चाहते हैं तो आपको अपनी त्वचा का पीएच लेवल सामान्य रखने की जरूरत है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप कैसे अपनी त्वचा का पीएच लेवेल को सामान्य रख सकते हैं - 

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सही फेसवाश चुनें 

अगर आप अपनी स्किन का पीएच लेवल सामान्य रखना चाहती हैं तो चेहरे पर केमिकल युक्त साबुन या क्लींजर का इस्तेमाल करने से बचें। हमारे चेहरे की त्वचा हल्की एसिडिक (अम्लीय) होती है जिससे त्वचा में नमी बनी रहती है। वहीं ज़्यादातर साबुन बेसिक (क्षारीय) नेचर के होते हैं जिससे चेहरे की त्वचा को नुकसान पहुँचता है और उसकी नमी खत्म हो जाती है। चेहरे पर साबुन के इस्तेमाल से रूखापन, खुजली और मुंहासों जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं । ऐसे में कोई ऐसा फेसवॉश चुनें जिससे  आपकी त्वचा का पीएच लेवल संतुलित रहे और त्वचा की नमी बनी रहे। इसके अलावा चेहरा हमेशा साधारण पानी से ही धोएं। ज़्यादा गर्म या ठंडे पानी से चेहरा धोने से भी त्वचा को नुकसान पहुँचता है। 


एप्पल साइडर विनेगर

एप्पल साइडर विनेगर (सेब का सिरका) त्वचा के पीएच लेवल को सामान्य रखने में मदद करता है। हालांकि, चेहरे पर एप्पल साइडर विनेगर लगाने से पहले इसे पानी में मिला लेना चाहिए। इसके लिए आप चार कप पानी में आधा कप एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर इसे चेहरे पर टोनर के रूप में इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे आपको सॉफ्ट और ग्लोइंग त्वचा मिलेगी। 

सही मॉइस्चराइज़र चुनें

उम्र बढ़ने के साथ-साथ त्वचा में नेचुरल ऑयल और सीबम का उत्पादन कम हो जाता है जिससे त्वचा का पीएच संतुलन बिगड़ने लगता है। ऐसे में त्वचा की नमी  बरकरार रखने के लिए किसी अच्छे मॉइस्चरीज़र या तेल का इस्तेमाल करें। इससे आपकी त्वचा को नमी मिलेगी और त्वचा हाइड्रेटेड रहेगी। आप चाहें तो चेहरे पर नारियल, जोजोबा, जैतूर या आर्गन ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं।

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सनस्क्रीन है जरूरी 

सूरज की तेज किरणें भी हमारी त्वचा के लिए हानिकारक होती हैं। इससे हमारी त्वचा डैमेज हो जाती है और त्वचा का पीएच लेवल असंतुलित हो जाता है। इसलिए त्वचा को सूरज की किरणों से डैमेज होने से बचाने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूरी है। अपनी त्वचा के पीएच लेवल को संतुलित रखने के लिए हमेशा धूप में बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन लगाएं। 

खान-पान का ध्यान रखें 

त्वचा के पीएच लेवल को संतुलित रखने के लिए अपनी डाइट का भी खास ख्याल रखें। अपने खाने में एंटी-ऑक्सीडेंट युक्त चीज़ें शामिल करें जैसे हरी पत्तेदार सब्जियाँ और फल जैसे केला, तरबूज आदि। इसके साथ ही प्रोसेस्ड और जंक फूड खाने से बचें क्योंकि ऐसे खाने से भी आपकी त्वचा का पीएच लेवल बिगड़ सकता है।

- प्रिया मिश्रा 

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