2020 की सबसे कामयाब वेब सीरीज रही स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी, IMDB ने दिया पहला स्थान

क्राइम- खून खबरा- हिंसा के बीच सोनी लिव पर एक आर्थिक फ्रॉड पर आधारिक वेब सीरीज स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी रिलीज हुई है। वेब सीरीज को काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। वेब सीरीज का 50-50 मिनट के 9 एपिसोड है।
मुंबई। क्राइम- खून खबरा- हिंसा के बीच सोनी लिव पर एक आर्थिक फ्रॉड पर आधारिक वेब सीरीज स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी रिलीज हुई है। वेब सीरीज को काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। वेब सीरीज का 50-50 मिनट के 9 एपिसोड है। जिसमें आप 500 करोड़ का बैंक फ्रॉड सामने आता है। कहानी की शुरूआत इस बैंक फ्रॉड से होती है और भारत के प्रधानमंत्री को सवालों के घेरे में खड़ा करके खत्म हो जाती हैं। ये वेब सीरीज देबाशीष बसु और सुचेता दलाल की किताब द स्कैम पर आधारित है जो हर्षद मेहता के शेयर बाजार घोटाले पर लिखी गयी हैं।
इसे भी पढ़ें: क्या दूसरों की मदद के लिए सोनू सूद ने गिरवी रखी अपनी संपत्ति? ताजा रिपोर्ट से हुआ बड़ा खुलासा
‘स्कैम 1992’ आईएमडीबी की ‘शीर्ष 10 भारतीय वेब सीरीज’ की सूची में सबसे ऊपर
फिल्मकार हंसल मेहता की ‘स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी’ आईएमडीबी की ‘2020 की शीर्ष 10 भारतीय वेब सीरीज’ की सूची में दर्शकों द्वारा सर्वाधिक पंसद की जाने वाली सीरीज है। ‘स्कैम 1992’ ने हर्षद मेहता द्वारा किए गए शेयर बाजार घोटाले को शानदार तरीके से पर्दे पर उतारने के लिए खासी तारीफ बटोरी है। आईएमडीबी की रेटिंग 10 अंक के पैमाने पर फिल्मों एवं टीवी कार्यक्रमों को अंक देने के वाले यूजर तय करते हैं।
दूसरे नंबर रही पंचायत
‘सोनीलिव’ की ‘स्कैम 1992’ को 10 में से 9.5 अंक मिले और यह आईएमडीबी की शीर्ष 250 सदाबहार टीवी सीरीज में भी जगह बनाने में कामयाब रही। अमेजन प्राइम वीडियो की ‘पंचायत’ सीरीज दूसरे नंबर पर और हॉटस्टार की ‘स्पेशल ऑप्स’ तीसरे स्थान पर रही। इस सूची में ‘बंदिश बैंडिट्स’ को चौथा और ‘मिर्जापुर’ के दूसरे सीजन को पांचवां स्थान मिला। ये दोनों ही सीरीज अमेजन पर उपलब्ध हैं।
इसे भी पढ़ें: फिल्मों में आने से पहले अनुष्का शर्मा करती थी ऐसे विज्ञापन,सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
आईएमडीबी के संस्थापक एवं सीईओ कोल नीधम ने कहा कि भारतीय सीरीज को लेकर दुनिया भर इस साल दिलचस्पी ‘‘सर्वाधिक’’ रही। नीधम ने एक बयान में कहा कि इस साल शीर्ष स्थान पर रही भारतीय वेब सीरीज ‘स्कैम 1992’ इतनी लोकप्रिय हुई, कि वह शीर्ष 250 सदाबहार टीवी सीरीज की सूची में जगह बनाने में कामयाब रही। ‘वूट सेलेक्ट’ की ‘असुर: वेलकम टू योर डार्क साइड’ छठे स्थान पर, ‘पाताल लोक’ सातवें, ‘हाई’ आठवें, ‘अभय’ नौवें और ‘आर्या’ दसवें स्थान पर रही।
क्या है फिल्म की कहानी
फिल्म में शेयर बाजार का सबसे बड़ा फ्रॉड करने वाले हर्षद मेहता की कहानी को दिखाया गया है। हर्षद मेहता का बचपन काफी दिक्कतों में बीता है। एक साधारण परिवार में जन्म लेने वाला हर्षद ने शुरूआत से ही आर्थिक मुश्किलों का सामना किया था। कहानी की शुरुआत भी इसी मुश्किलों को दिखाते हुए होती हैं। हर्षद भले ही साधारण परिवार से हो लेकिन उसके सपने काफी बड़े होते हैं वह अपनी जिंदगी में साधारण नहीं रहना चाहता। परिवार की मदद करने के लिए हर्षद बैंक में क्लर्क का काम भी करता है और सड़क पर सामान भी बेचता है। यहीं काम करते हुए वह एक दिन वह शेयर बाजार की तरफ रुख करता है और ये शेयर बाजार की दुनिया ही अब हर्षद के साधारण जीवन को आसाधारण बनाने वाली थी। हर्षद मेहता शेयर मार्किट की दुनिया में लंबी छलांग मारता है और शिखर पर पहुंच जाता हैं लेकिन जैसा कि कहा जाता हैं कि शेयर बाजार एक जुआ बाजार होता हैं जब तक किस्मत काम करती हैं तब तक इंसान की किस्मत चमकती रहती हैं लेकिन जैसे ही तुक्का गलत हुआ। किस्मत का इंसान से कनेक्शन टूट जाता है। हर्षद के साथ भी ऐसा ही होता है जिस तेजी से वह आगे बढ़ा था उससे भी ज्यादा तेजी से वह सड़क पर आ जाता हैं। जैसा की हर्षद साधारण नहीं है वह फिर सड़क से उठता है। टाइम ही टाइम को बदल सकता है और टाइम को बदलने के लिए थोड़ा टाइम दीजिए। इसी सीख के साथ हर्षद अपने भाई अश्विन के संग नई शुरुआत करता है।
नयी शुरूआत के बाद अब हर्षद मेहता शेयर बाजार से मनी मार्किट का सरदार बन जाता है। मनी मार्किट के साथ पैसों के खेल के लिए वह निजी-सराकरी बैंकों के साता खेल खेता हैं। इस खेल में हर्षद के कई दुश्मन भी बनने लगते हैं लेकिन हर्षद दिन पर दिन अपने दिमाग के दम पर बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) का अमिताभ बच्चन बन गया। हर्षद को कई नाम से पुकारा जाता था लेकिन उसका सबसे पॉलुलर नाम बिग बुल था। शेयर बाजार में बुल का मतलब है, वह जो अपने सींगों से लोगों की उम्मीदों को ऊंचा उठा दे। हर्षद अपने दिमाग के दम पर लोगों की उम्मीद को खूब ऊंचा उठाए जा रहा था और अपनी जेब भर रहा था। ये सब कुछ ऐसे ही चलता रहता अगर एक पत्रकार ने हर्षद मेहता की पोल न खोली होगी। बिजनेस की दुनिया की पत्रकारिता करने वाली सुचेता ने हर्षद टीम के स्कैम की बहुत ही बारीकी से जांच की.... क्या ये जांच हर्षद का कुछ बिगाड़ पाती है आखिर कैसे इस स्कैम में एक प्रधानमंत्री का नाम सामने आता है इसे जानने के लिए आपको स्कैम 1992 देखनी पड़ेगी।
अन्य न्यूज़












