रकम दुगुनी करने का लालच देकर निवेशकों के लाखों रुपए लेकर भागी एक और कंपनी

another-company-taking-millions-of-rupees-by-giving-greed-to-double-the-amount

पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार हाईवे थाना क्षेत्र के लाजपत नगर, पूनम विहार निवासी भानुप्रताप सिंह ने कल्पबट रियल एस्टेट कंपनी खोली थी। इसका कार्यालय जंक्शन रोड स्थित सौंख अड्डा पर पर खोला गया।

मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में कम समय में रकम दुगुनी करने का लालच देकर निवेशकों को आकर्षित करने वाली एक और नॉन बैंकिंग फायनांस एण्ड रियल एस्टेट कंपनी लाखों रुपए लेकर भाग गई है। इस घटना के बाद निवेशकों ने कल्पबट रियल एस्टेट कंपनी के सीएमडी एवं चार डायरेक्टरों के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार हाईवे थाना क्षेत्र के लाजपत नगर, पूनम विहार निवासी भानुप्रताप सिंह ने कल्पबट रियल एस्टेट कंपनी खोली थी। इसका कार्यालय जंक्शन रोड स्थित सौंख अड्डा पर पर खोला गया। कंपनी में भानुप्रताप सिंह की पत्नी गुड्डी देवी, मुरादाबाद के मेहंदी नगर निवासी श्रवण कुमार, विक्रम सिंह और रक्षपाल डायरेक्टर थे।

इसे भी पढ़ें: IMF और विश्वबैंक अधिकारियों से मिलने के बाद पाकिस्तान ने की इतने करोड़ो की मांग

कंपनी ने एकमुश्त निवेश पर रकम को छह माह में दोगुना करने और किस्तों से जमा किए निवेश को साढ़े आठ साल में दोगुना करने का निवेशकों से वादा किया था। जिसके चलते गिरधरपुर निवासी पप्पन खान, अडींग निवासी सलीम, राधेश्याम कॉलोनी निवासी सुल्तान समेत कई अन्य लोगों ने गोवर्धन चैराहा स्थित कार्यालय पर 50 लाख रुपए का निवेश किया। करीब डेढ़ वर्ष पहले कंपनी को बंद कर दिया गया था। तभी से पप्पन खान आदि निवेशक पैसा वापस लेने के लिए भानुप्रताप सिंह के पीछे घूम रहे हैं। उनकी धनराशि वापस नहीं की जा रही है। कंपनी ने दोगुनी रकम मिलना तो दूर उन्होंने निवेशकों को मूल रकम भी नहीं लौटाई। इसलिए पप्पन खान आदि ने कंपनी के चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर सहित पांचों निदेशकों के खिलाफ थाना हाईवे में नामजद रिपोर्ट कराई है।

इसे भी पढ़ें: फ्यूचर कंज्यूमर की वेरलिन्वेस्ट, आईएफसी से 280 करोड़ रुपये जुटाने की योजना

गौरतलब है कि इससे पूर्व मथुरा की ही एक कंपनी कल्पतरु बिल्डटेक कार्पोरेशन (केबीसीएल) के मालिक व निदेशक हजारों निवेशकों के सैकड़ों करोड़ रुपए लेकर फरार हैं। इस मामले में उनके खिलाफ मथुरा, आगरा व ग्वालियर सहित अनेक नगरों में सौ से अधिक मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं तथा दिल्ली की एक अदालत द्वारा हाजिर न होने पर सेबी के एक मामले में सीएमडी जयकृष्ण सिंह राणा को भगोड़ा भी घोषित किया जा चुका है। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़