COAI ने 5G सेवाओं की शुरुआत लिये बैंड की कीमत पर TRAI से परामर्श करने की मांग की

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सीओएआई ने कहा कि वैश्विक स्तर पर 5जी की यथाशीघ्र शुरुआत करने के लिये 26 गीगाहर्ट्ज के साथ ही 28 गीगाहर्ट्ज बैंड को 5जी का अगुवा बैंड माना जा रहा है और इसे आवश्यक समझा जा रहा है।

नयी दिल्ली। दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने देश में 5जी सेवाओं की शुरुआत करने के लिये 28 गीगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज के स्पेक्ट्रम बैंड के महत्व पर दूरसंचार विभाग को गौर करने को कहा है। उसने 5जी को शीघ्रता से शुरू करने के लिये बैंड की कीमत पर क्षेत्र के नियामक (ट्राई) से परामर्श करने की भी मांग की है। सीओएआई ने कहा कि वैश्विक स्तर पर 5जी की यथाशीघ्र शुरुआत करने के लिये 26 गीगाहर्ट्ज के साथ ही 28 गीगाहर्ट्ज बैंड को 5जी का अगुवा बैंड माना जा रहा है और इसे आवश्यक समझा जा रहा है।

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संगठन ने दूरसंचार सचिव को भेजे पत्र में कहा कि यह गौर करने के लिये महत्वपूर्ण बात है कि अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान, हांग कांग आदि जैसे कई देश पहले ही नीलामी कर चुके हैं और इसकी शुरुआत की जा चुकी है चूंकि उनके मौजूदा रेडियो नियमन इस बैंड श्रेणी में मोबाइल सेवाएं शुरू करने की मंजूरी देते हैं। संगठन ने कहा कि इन देशों ने अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) से इस बैंड के पहचान किये जाने का इंतजार नहीं किया। भारतीय संदर्भ में भी राष्ट्रीय डिजिटल संचार नीति 2018 में तीन गीगाहर्ट्ज से 43 गीगाहर्ट्ज की श्रेणी को देश की 5जी रणनीति के तहत मध्यम श्रेणी का स्पेक्ट्रम बैंड माना है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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