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आप भी कर रहे हैं Mobikwik ऐप का इस्तेमाल? अब देना होगा इसका चार्ज
- निधि अविनाश
- फरवरी 23, 2021 16:32
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mobikwik के अधिकारियों के मुताबिक, रखरखाव शुल्क के डेबिट होने और लेनदेन करने के बाद भी वॉलेट को फिर से एक्टिव कराता है तो यह पैसे वापस हो जाएंगे।
भारतीय बाजार में पहली बार ई-वॉलेट mobikwik अब उपभोक्ताओं से 100 रुपये से 140 रुपये के बीच "वॉलेट रखरखाव शुल्क" चार्ज करेगा। अगर यूजर सात दिन की नोटिस के अंदर अपने वॉलेट को एक्टिव नहीं करते हैं तो लेवी किक करेगा। टीओआई की खबर के मुताबिक, यह निति रविवार शाम को चालू की गई है, हालांकि इस अपडेट की यूजर्स काफी आलोचना भी कर रहे हैं। mobikwik के अधिकारियों के मुताबिक, रखरखाव शुल्क के डेबिट होने और लेनदेन करने के बाद भी वॉलेट को फिर से एक्टिव कराता है तो यह पैसे वापस हो जाएंगे। भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार, यह तय करना ई-वॉलेट्स पर निर्भर करता है कि क्या वह एक्टिव वॉलेट के लिए यूजर से शुल्क लेना चाहते हैं, लेकिन एक उपभोक्ता अभी भी नियामक से शिकायत कर सकता है क्योंकि यह नीतिव तब नहीं आई थी जब यूजर वह इस ऐप में शामिल हुए थे।
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पिछले साल मोबिक्विक में भुगतान के व्यवसाय के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाए गए चंदन जोशी ने कहा, “यदि आप ऐप में वापस नहीं आते हैं और लॉग इन करते हैं तो भी हम आपसे शुल्क लेंगे। उन्होंने कहा कि अगर किसी यूजर के पास अपने मोबिक्विक वॉलेट में केवल 50 रुपये बचे हैं, तो कंपनी इतना ही कटौती कर पाएगी। लेकिन अगर किसी यूजर के वॉलेट में 200 रुपये हैं, तो शेष राशि 100 रुपये तक गिर जाएगी। पेटीएम और फोनपे बड़े ई-वॉलेट खिलाड़ी हैं, लेकिन उनमें से किसी ने भी अपने एक्टिव यूजर के लिए अभी तक ऐसा कोई शुल्क लागू नहीं किया है।
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बता दें कि mobikwik में लगभग 100 मिलियन उपयोगकर्ता होने का दावा है लेकिन उद्योग के सूत्रों का अनुमान है कि प्लेटफार्मों में 70-80 मिलियन एक्टिव ई-वॉलेट यूजर हैं। ई-वॉलेट यूजर का एक हिस्सा भी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) जैसे भुगतान उपकरणों पर चला गया है, जो पहले वॉलेट में पैसे लोड किए बिना एक बैंक खाते से दूसरे में सीधे पैसे ट्रांसफर करता है।
सेंसेक्स, निफ्टी ने शुरुआती बढ़त गंवाई, मामूली लाभ के साथ बंद हुआ शेयर बाजार
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- मार्च 8, 2021 18:19
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कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 667 अंक की बढ़त पर चल रहा था। वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच यह तेजी टिकाऊ नहीं रही। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 18.10 अंक या 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,956.20 अंक पर बंद हुआ।
मुंबई। सेंसेक्स और निफ्टी ने सोमवार को अधिकांश शुरुआती लाभ गंवा दिया और ये अंत में मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। लगातार दो सत्रों की गिरावट के बाद ऊर्जा, आईटी और फार्मा शेयरों में लिवाली से बाजार अच्छी बढ़त के साथ खुले, लेकिन इसे कायम नहीं रख पाए। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 35.75 अंक या 0.07 प्रतिशत की बढ़त के साथ 50,441.07 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 667 अंक की बढ़त पर चल रहा था। वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच यह तेजी टिकाऊ नहीं रही। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 18.10 अंक या 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,956.20 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में एलएंडटी के शेयर में सबसे अधिक 3.43 प्रतिशत का लाभ रहा।
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ओएनजीसी का शेयर 2.96 प्रतिशत, एचसीएल टेक 2.22 प्रतिशत, एनटीपीसी 1.66 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 1.6 प्रतिशत तथा इन्फोसिस का 1.54 प्रतिशत चढ़ गया। वहीं दूसरी ओर बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज ऑटो, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में गिरावट आई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘एशियाई बाजारों के कमजोर रुख तथा कच्चे तेल की कीमतों में तेजी की वजह से घरेलू शेयर बाजारों ने शुरुआती लाभ गंवा दिया।’’ स्मॉलकैप, मिडकैप और लॉर्जकैप का प्रदर्शन व्यापक बाजार रुख से अच्छा रहा। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों के नरम रुख के बावजूद घरेलू बाजार ज्यादातर समय सकारात्मक दायरे में रहे। सरकारी बैंकों, आईटी तथा धातु कंपनियों के शेयरों में तेजी से बाजार को समर्थन मिला।’’ अमेरिका में सरकारी बांडों पर प्रतिफल बढ़ने से एशियाई बाजारों में गिरावट रही।
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अमेरिकी सीनेट द्वारा 1,900 अरब डॉलर के कोविड-19 राहत पैकेज को पारित करने की खबरों से एशियाई बाजारों की शुरुआत मजबूती के रुख के साथ हुई थी, लेकिन वे इस बढ़त को कायम नहीं रख पाए। अमेरिकी श्रम विभाग के फरवरी के रोजगार के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे हैं। इससे निवेशकों को कुछ राहत मिली। इस बीच, सऊदी अरब की तेल सुविधाओं पर ड्रोन हमले की खबर से कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में तेजी आई। शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 2,014.16 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 23 पैसे टूटकर 73.25 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
Hero को टक्कर देने के लिए बेंगलुरू में तैयार हो रही दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक स्कूटर फैक्ट्री!
- निधि अविनाश
- मार्च 8, 2021 18:13
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बता दें कि भारत सरकार इस समय बढ़ते प्रदुषण को देखते हुए ग्रीन एनर्जी पर अपना ध्यान ज्यादा लगा रही है वहीं पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए भविष्य में इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी आने की उम्मीद भी होगी।
हर रोज़ इलेक्ट्रिक कार और इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स को कई मोटर वाहन कंपनी लॉन्च कर रही है वहीं इनकी मांग भी काफी तेजी से बढ़ रही है। वहीं भारत भी दुनिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल सेक्टर में से एक है जिसको देखते हुए अब ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल ने भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर्स का बिजनेस खोलने का फैसला कर रहे हैं। एक खबर के मुताबिक, इस बिजनेस के लिए भाविश ने बेंगलुरू के पास 500 एकड़ जमीन को भी देख लिया है। भारत के सबसे बड़े स्टार्टअप और हाई-प्रोफाइल ओला संस्थापक ने अगले 12 हफ्तों के भीतर बैंगलोर के बाहरी इलाके में इस खाली प्लॉट पर दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक स्कूटर प्लांट को खड़ा करने की उम्मीद की है।
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तेल की बढ़ती कीमतों पर कारगार साबित होगा यह प्लान!
बता दें कि भारत सरकार इस समय बढ़ते प्रदुषण को देखते हुए ग्रीन एनर्जी पर अपना ध्यान ज्यादा लगा रही है वहीं पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए भविष्य में इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी आने की उम्मीद भी होगी। बात करें ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल के इस प्लान का तो अगर उनका यह प्लान कारगार साबित होता है तो इस कंपनी को साल 2022 तक बाजार में 15 फीसदी प्रोडक्शन का फायदा मिल सकता है और इसकी शुरूआत भी की जा सकेगी। यानि की एक साल के भीतर ही एक करोड़ इलेक्ट्रिक स्कूटर का प्रोडक्शन होने की उम्मीद। हाल के एक इंटरव्यू में भाविश ने बताया कि उनका यह प्लान भारत को दुनिया के इलेक्ट्रिक वाहनों की लिस्ट में शामिल करने की होगी। उन्होंने कहा कि यह उनका सपना है कि भारत को दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन प्रोडक्शन वाली कंपनी बनाया जाए।
क्या आसान होगी राह?
बता दें कि ओला के लिए यह प्लान एक चुनौती से कम नहीं होगा क्योंकि भारत में पहले से ही होरी जैसी कंपनिया है जिनका भारतीय बाजार में काफी दबदबा है। इस वक्त ओला अपना पूरा ध्यान प्रोडक्शन पर दे रही है। बता दें कि कंपनी में 10 हजार वर्कर के आलवा 3 हजार रोबोट भी इस प्रोडक्शन में काम करेंगे। वहीं इंजनियर की एक टीम सॉफ्टवेयर तैयार करेगी। कपंनी का मानना है कि हर एक चीज का प्रोडक्शन भारतीय ही हो ताकि कीमतों पर काम किया जा सके। कंपनी का प्लान है कि इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों के जरिए बेचा जाए। जान लें कि कंपनी कीमतों पर भी विचार कर रही है।
सस्ते फोन के बाद अब JIO ला रहा सस्ते लैपटॉप! यहां जाने कीमत और शानदार फीचर्स
- निधि अविनाश
- मार्च 8, 2021 17:43
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XDA की रिपोर्ट के अनुसार, इस लैपटॉप में रिलायंस जियो के 4G नेटवर्क की सेलुलर कनेक्टिविटी होगी, और इसमें बिल्ट-इन 4G LTE मॉडम भी शामिल हो सकता है। इतना ही नहीं बल्कि इसमें स्नैपड्रैगन 665 प्रोसेसर भी होगा।
साल 2018 में कम कीमत वाले जियो स्मार्टफोन को लॉन्च करने के बाद अब रिलायंस जियो भारतीय बाजार में कम लागत वाले लैपटॉप लॉन्च करने की एक नई परियोजना बना रही है। इस लैपटॉप को JIOBOOK के नाम से जाना जा सकता है। एक खबर के मुताबिक, इस Jio book में कुछ दिलचस्प स्पेसिफिकेशन शामिल होंगे और यह Android/IOS पर भी चलेगा। बता दें कि, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस लैपटॉप में jio ऐप्स भी शामिल हो सकते है, जिसमें JioStore, JioMeet, और JioPages जैसे ऐप शामिल होंगे।
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XDA की रिपोर्ट के अनुसार, इस लैपटॉप में रिलायंस जियो के 4G नेटवर्क की सेलुलर कनेक्टिविटी होगी, और इसमें बिल्ट-इन 4G LTE मॉडम भी शामिल हो सकता है। इतना ही नहीं बल्कि इसमें स्नैपड्रैगन 665 प्रोसेसर भी होगा। एक रिपोर्ट में यह बताया गया है कि Jio कंपनी ने चीन की एक कंपनी Bluebank संचार प्रौद्योगिकी के साथ हाथ मिलाया है जो दूरसंचार कंपनी को प्रोडक्ट विकसित करने में मदद करेगी। चीन स्थित ब्लूबैंक कंपनी एक इंजीनियरिंग कंपनी है जो सॉफ्टवेयर और मोबाइल उपकरणों का विकास करती है।
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रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इस लैपटॉप में 1366 × 768 रिज़ॉल्यूशन का डिस्प्ले हो सकता है, और इसमें वीडियो आउटपुट के लिए एक मिनी एचडीएमआई कनेक्टर भी होगा। यह भी बताया गया है कि JioBook बहुत ही कम कीमत पर आएगी, ठीक उसी तरह जैसे कंपनी ने पहले अपना फोन सस्ते दाम में लॉन्च किया था। ये लैपटॉप भी कम कीमत वाले होंगे। Jio फ़ोन की बात करें तो इसे 2018 में लॉन्च किया गया था, और यह केवल 2,999 रुपये की कीमत पर उपलब्ध था। इस फोन में 4,000 एमएएच की बैटरी के साथ 2.4 इंच की डिस्प्ले जैसे फीचर्स शामिल थे। इतना ही नहीं, बल्कि इस फोन ने 512 रैम और 4 जीबी रोम की पेशकश की, जो एसडी कार्ड के सपोर्ट से 128 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है।

