भारत एफडीआई जुटाने के लिए आक्रामक रणनीति पर कर रहा है काम: सुरेश प्रभु

Suresh Prabhu

बयान में कहा गया कि उन्होंने खासतौर से उच्च तकनीक, वित्तीय सेवाओं, पूंजी निवेश, स्वास्थ्य सेवा, विनिर्माण, पर्यावरण, लॉजिस्टिक्स और व्यापार संवर्धन में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ने पर जोर दिया।

नयी दिल्ली। जी20 और जी7 में भारत के शेरपा सुरेश प्रभु ने मंगलवार को कहा कि सरकार कोविड-19 महामारी के बाद भारत में एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) आकर्षित करने के लिए एक आक्रामक रणनीति पर काम कर रही है। अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलनों में अपने राष्ट्राध्यक्ष या सरकार के प्रमुख के प्रतिनिधि की भूमिका निभाने वाले को शेरपा कहते हैं। प्रभु ने भारत-कनाड बिजनेस चैंबर (आईसीबीसी) के सदस्यों के साथ एक वेबवार्ता में कोविड-19 महामारी के प्रभावों और इससे वैश्विक कारोबार में होने वाले बदलावों पर चर्चा की। आईसीबीसी के एक बयान के मुताबिक उन्होंने भारत और कनाडा के बीच सहयोग के आठ प्रमुख क्षेत्रों को भी रेखांकित किया। बयान में कहा गया कि उन्होंने खासतौर से उच्च तकनीक, वित्तीय सेवाओं, पूंजी निवेश, स्वास्थ्य सेवा, विनिर्माण, पर्यावरण, लॉजिस्टिक्स और व्यापार संवर्धन में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ने पर जोर दिया।

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