कू ने बौद्धिक हत्या से बचने के लिए पुराने ट्वीट को माइग्रेट करने की पेशकश की

KOO and Tw
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यह पेशकश उन लोगों के लिए है, जो ट्विटर से कू के मंच पर स्थानांतरित होने के इच्छुक हैं। कू के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अप्रमेय राधाकृष्ण ने पीटीआईःके साथ बातचीत में कहा कि उनकी कंपनी आगे भी सत्यापन चिह्न देने के लिए उपयोगकर्ताओं से कोई शुल्क नहीं लेगी।

माइक्रो ब्लॉगिंग मंच ट्विटर के भारतीय प्रतिद्वंद्वी कू ने ट्विटर उपयोगकर्ताओं के लिए सभी पुराने ट्वीट्स को अपने मंच पर ले जाने की पेशकश की है। यह पेशकश उन लोगों के लिए है, जो ट्विटर से कू के मंच पर स्थानांतरित होने के इच्छुक हैं। कू के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अप्रमेय राधाकृष्ण ने पीटीआईःके साथ बातचीत में कहा कि उनकी कंपनी आगे भी सत्यापन चिह्न देने के लिए उपयोगकर्ताओं से कोई शुल्क नहीं लेगी। एलन मस्क ने गत अक्टूबर में 44 अरब डॉलर में ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद उसके कई वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था।

इसके साथ ही ट्विटर की मॉडरेशन नीतियों में बदलाव और खाता सत्यापन के लिए शुल्क लेने की बात कही गई। ट्विटर ने हाल में कई वरिष्ठ पत्रकारों के खातों को भी बिना किसी चेतावनी के निलंबित कर दिया था। हालांकि, सरकारी अधिकारियों, पत्रकार संगठनों और पैरोकारी समूहों की कड़ी आलोचना के बाद उन खातों को उसे बहाल करना पड़ा। इस बीच भारतीय भाषाओं में अपने विचार व्यक्त करने का मंच मुहैया कराने वाले कू के उपयोगकर्ताओं की संख्या पांच करोड़ डाउनलोड का आंकड़ा पार कर चुकी है। कू ने अब ट्विटर उपयोगकर्ताओं को लुभाने के लिए एक अभियान शुरू किया है।

इसके तहत स्व-सत्यापन और एक निःशुल्क पीले सत्यापन बैज की पेशकश की जा रही है। ताजा पेशकश के तहत कू ने किसी भी पुराने ट्वीट को अपने मंच पर ले जाने की पेशकश की है। राधाकृष्ण ने कहा कि ट्विटर द्वारा कई खातों के निलंबन के परिणामस्वरूप बौद्धिक हत्या से बचने के लिए यह पेशकश की गई है। हालांकि, किसी अन्य उपयोगकर्ता के ट्वीट पर किए गए रिप्लाई, लाइक और शेयर को माइग्रेट नहीं किया जा सकता है। राधाकृष्णन ने कहा, जब से दुनिया का टाउन स्क्वायर एक आदमी का मेगाफोन बन गया है, तब से इन 45 मुश्किल दिनों में बहुत कुछ हुआ है।

यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं, जो अपने मन की बात लिखता है और चर्चा एवं बहस में दूसरों के साथ जुड़ता है तो आपके खाते के निलंबन का मतलब है कि आप रचनात्मकता, विचारों, संपर्क और अंतर्दृष्टि तक पहुंच खो देते हैं। राधाकृष्णन ने कहा, कू ने इस ब्लैकहोल से बचने के लिए एक सरल और रोचक समाधान तैयार किया है। बस कू में माइग्रेट करें सेटिंग के भीतर एक सरल बटन आपको अपने सभी ट्वीट्स को कू में माइग्रेट करने की अनुमति देता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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