शहरों के लोग क्या जानें 6,000 रुपये का मूल्य: राधा मोहन सिंह
सिंह ने कहा, ‘‘शहरों में रहने वाले लोग 6,000 रुपये का मोल क्या जानें, वह तो एक बार रेस्तरां में खाने पर इतना खर्च कर देते हैं। यह किसानों के लिए महत्वपूर्ण है। किसी ग्रामीण से इस बारे में पूछिए, तब आपको इसकी कीमत पता चलेगी।’’
नयी दिल्ली। कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने बुधवार को कहा कि जो लोग शहरों में रहते हैं, वे 6,000 रुपये का मूल्य नहीं समझ सकते। मंत्री का यह बयान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लेकर लगातार हो रही आलोचना के बीच आया है। उल्लेखनीय है कि इस योजना के तहत केंद्र सरकार छोटे और सीमांत किसानों को 6,000 रुपये वार्षिक की आर्थिक मदद देगी जिसका भुगतान तीन किस्तों में किया जाएगा। इससे करीब 12 करोड़ किसानों के हर साल लाभांवित होने की संभावना है। विपक्ष इस राशि को लेकर सत्ताधारी पार्टी पर लगातार हमला करता रहा है और इसे कृषक समुदाय का अपमान और इस राशि को नाकाफी बता रहा है।
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सिंह ने कहा, ‘‘शहरों में रहने वाले लोग 6,000 रुपये का मोल क्या जानें, वह तो एक बार रेस्तरां में खाने पर इतना खर्च कर देते हैं। यह किसानों के लिए महत्वपूर्ण है। किसी ग्रामीण से इस बारे में पूछिए, तब आपको इसकी कीमत पता चलेगी।’’ वह यहां 14वें कृषि विज्ञान कांग्रेस के उद्घाटन सत्र के मौके पर बोल रहे थे।
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कृषि मंत्री ने कहा कि पीएम- किसान योजना से छोटे और सीमांत किसानों को काफी राहत मिलेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि शहरी लोग धीरे धीरे यह समझ पायेंगे कि यह सरकार किसानों के इस समुदाय के लिये क्या करने का प्रयास कर रही है। सरकार ने 2019- 20 के अंतरिम बजट में 75,000 करोड़ रुपये की पीएम- किसाना योजना की घोषणा की है। प्रधानमंत्री 24 फरवरी को गोरखपुर में इस योजना की शुरूआत करेंगे।
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— Radha Mohan Singh (@RadhamohanBJP) February 21, 2019
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