रिलायंस का दिसंबर तिमाही में शुद्ध लाभ 9.3 प्रतिशत बढ़कर 17,265 करोड़ रुपये पर

reliance
प्रतिरूप फोटो
Creative Common

उन्होंने कहा, रिलायंस रिटेल अपने पोर्टफोलियो में नए ब्रांड और पेशकश को शामिल कर ग्राहक खरीदारी अनुभव को समृद्ध करने पर केंद्रित है। अंबानी ने कहा कि तेल और गैस खंड ने अब तक का सबसे अधिक तिमाही कर-पूर्व आय दर्ज की है। उन्होंने कहा कि तेल एवं पेट्रोरसायन खंड ने परिचालन मजबूती और मजबूत घरेलू मांग के कारण अच्छा प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने नया ऊर्जा गीगा परिसर वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में शुरू होने की उम्मीद जताते हुए कहा कि रिलायंस का नया ऊर्जा व्यवसाय स्वच्छ ईंधन को अपनाने के वैश्विक आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. का चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में शुद्ध लाभ नौ प्रतिशत बढ़ा है। रखरखाव गतिविधियों से तेल कारोबार में आई सुस्ती की भरपाई खुदरा और दूरसंचार खंड करने में सफल रहे। देश की दिग्गज कंपनी रिलायंस ने अक्टूबर-दिसंबर, 2023 तिमाही के नतीजों की शुक्रवार को घोषणा करते हुए एक बयान में यह जानकारी दी। बयान के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में 17,265 करोड़ रुपये यानी प्रति शेयर 25.52 रुपये बढ़ा है। यह एक साल पहले की समान तिमाही के 15,792 करोड़ रुपये की तुलना में 9.3 प्रतिशत अधिक है। वहीं सितंबर तिमाही की तुलना में कंपनी के लाभ में कमी आई है। जुलाई-सितंबर, 2023 तिमाही में कंपनी का लाभ 17,394 करोड़ रुपये रहा है। रिलायंस के प्रदर्शन में आई इस गिरावट के लिए मुख्य रूप से तेल एवं रसायन कारोबार में आई सुस्ती जिम्मेदार है। जामनगर स्थित विशाल रिफाइनिंग परिसर में सात सप्ताह तक रखरखाव और निरीक्षण गतिविधियां चलने से कमाई में गिरावट दर्ज की गई।

हालांकि कंपनी के सभी कारोबारों में वृद्धि के साथ तिमाही कर-पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) सालाना आधार पर 16.7 प्रतिशत बढ़कर 44,678 करोड़ रुपये हो गई। लेकिन इसका परिचालन राजस्व 2.2 लाख करोड़ रुपये पर लगभग स्थिर रहा। रिलायंस के खुदरा कारोबार में रिकॉर्ड तेजी देखी गई और यह कारोबार अब तक का सबसे अधिक तिमाही राजस्व और कर-पूर्व आय दर्ज करने में सफल रहा। दूरसंचार राजस्व में भी मजबूत ग्राहक वृद्धि और उच्च डेटा उपभोग से तेजी बनी रही। कंपनी के रिफाइनिंग एवं पेट्रोकेमिकल कारोबार के राजस्व में 2.4 प्रतिशत की गिरावट रही और इसकी कर-पूर्व आय 14,064 करोड़ रुपये रही। जुलाई-सितंबर तिमाही में कर-पूर्व आय 16,281 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी ने इस पर कहा, सीडीयू, एफसीसीयू, विलंबित कोकिंग और आरओजीसी परिसर के नियोजित रखरखाव और निरीक्षण बंदी होने से उत्पादन और लाभप्रदता पर असर पड़ा है।

कंपनी के दूरसंचार खंड जियो का प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) 181.7 रुपये पर लगभग स्थिर रहा। हालांकि इसके ग्राहकों की संख्या सितंबर तिमाही के 45.97 करोड़ से बढ़कर 47.09 करोड़ हो गई। डिजिटल सेवा व्यवसाय रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड का शुद्ध लाभ 11.6 प्रतिशत बढ़कर 5,445 करोड़ रुपये हो गया। इसके अलावा अक्टूबर-दिसंबर में डेटा उपभोग बढ़कर 38.1 अरब जीबी हो गया। आलोच्य अवधि में खुदरा कारोबार से लाभ 40 प्रतिशत बढ़कर 3,165 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान स्टोर की संख्या 18,650 से बढ़कर 18,774 हो गई। स्टोर में आने वाले ग्राहकों की संख्या जुलाई-सितंबर 2023 में 26 करोड़ थी लेकिन बीती तिमाही में यह बढ़कर 28.2 करोड़ हो गई। तेल और गैस खंड की कर-पूर्व आय 50 प्रतिशत बढ़कर 5,804 करोड़ रुपये हो गयी क्योंकि उच्च गैस मात्रा आंशिक रूप से कम कीमत की भरपाई करती है। बंगाल की खाड़ी में कृष्णा गोदावरी बेसिन में कंपनी का प्रमुख केजी-डी6 ब्लॉक अब प्रति दिन लगभग तीन करोड़ मानक घन मीटर गैस और 21,000 बैरल तेल का उत्पादन कर रहा है।

कंपनी ने कहा कि उसका बकाया कर्ज दिसंबर तिमाही में बढ़कर 3.11 लाख करोड़ रुपये हो गया जबकि सितंबर तिमाही में यह 2.95 लाख करोड़ रुपये था। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो ने भारत में दुनिया में कहीं भी ट्रू 5G सेवाओं की सबसे तेजी से पेशकश की है। उन्होंने कहा, अब भारत का हर गांव, कस्बा एवं शहर उच्च रफ्तार वाले डिजिटल संपर्क से जुड़ चुका है। उन्होंने कहा कि खुदरा क्षेत्र ने तेजी से बढ़ती भौतिक और डिजिटल उपस्थिति दर्ज करने के साथ प्रभावी वित्तीय प्रदर्शन भी किया है। उन्होंने कहा, रिलायंस रिटेल अपने पोर्टफोलियो में नए ब्रांड और पेशकश को शामिल कर ग्राहक खरीदारी अनुभव को समृद्ध करने पर केंद्रित है। अंबानी ने कहा कि तेल और गैस खंड ने अब तक का सबसे अधिक तिमाही कर-पूर्व आय दर्ज की है। उन्होंने कहा कि तेल एवं पेट्रोरसायन खंड ने परिचालन मजबूती और मजबूत घरेलू मांग के कारण अच्छा प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने नया ऊर्जा गीगा परिसर वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में शुरू होने की उम्मीद जताते हुए कहा कि रिलायंस का नया ऊर्जा व्यवसाय स्वच्छ ईंधन को अपनाने के वैश्विक आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़