Reserve Bank of India की शुरुआत 90 वर्ष पहले हुई थी, जानें इसकी कहानी

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आरबीआई का मुख्यालय आज नई दिल्ली में स्थित है मगर इसका पहला ऑफिस कोलकाता में खुला था। इसके पहले गवर्न सर ओसबर्न स्मिथ बनाए गए थे। बाद में मुंबई में इसका ऑफिस शिफ्ट किया था। इसके साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था और फाइनेंस सेक्टर में भी काफी बदलाव हुए थे।

भारतीय रिजर्व बैंक जिसे आरबीआई भी कहा जाता है, वो अब 90 वर्ष का हो गया है। रिजर्व बैंक के इस खास दिन पर मुंबई में समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की थी। उनके साथ इस मौके पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास भी मौजूद रहे थे। आरबीआई जो आज 90 वर्ष का हो गया है, इसका इतिहास भी काफी रोचक रहा है।

एक समय था जब आरबीआई पड़ोसी मुल्क म्यांमार के लिए करंसी जारी करता था। ये ऐसा बैंक है जिसने पाकिस्तान के लिए केंद्रीय बैंक की भूमिका भी निभाई है। बता दें कि आजादी के बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक के तौर पर भी काम किया है। उस समय आरबीआई पाकिस्तान के लिए भी करंसी जारी करता था। हालांकि ये सिलसिला पाकिस्तान की आजादी के बाद लगभग दो वर्ष तक जारी रहा। इसके बाद एक जुलाई 1949 को स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का गठन हुआ था, जो पाकिस्तान की करंसी जारी करता था। इसके बाद आरबीआई का भी राष्ट्रीयकरण किया गया था।

म्यांमार के लिए जारी की करंसी

खास बात है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने किसी समय में म्यांमार के लिए भी करंसी जारी की है। ये म्यांमार के लिए भी केंद्रीय बैंक के तौर पर काम कर चुका है। ये सिलसिला वर्ष 1947 तक जारी रहा था।

जानें कब मिला था रिजर्व बैंक बनाने का सुझाव

भारत में रिजर्व बैंक के निर्माण का सुझाव इंडियन करंसी एंड फाइनेंस से संबंधित रॉयल कमीशन ने दिया था। कमीशन ने वर्ष 1926 में ये सुझाव दिया था, जिसका लक्ष्य था कि भारत में करंसी और क्रेडिट को कंट्रोल किया जाएगा। इसके लिए एक मजबूत संस्था बनाई जाएगी, जिसमें सरकार दूर रहेगी।

दिल्ली में नहीं था पहला ऑफिस

आरबीआई का मुख्यालय आज नई दिल्ली में स्थित है मगर इसका पहला ऑफिस कोलकाता में खुला था। इसके पहले गवर्न सर ओसबर्न स्मिथ बनाए गए थे। बाद में मुंबई में इसका ऑफिस शिफ्ट किया था। इसके साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था और फाइनेंस सेक्टर में भी काफी बदलाव हुए थे। इन बदलावों के बीच ही आरबीआई के काम करने का तरीका बदला था।

गौरतलब है कि आज के समय में मुद्रा जारी करना, अर्थव्यवस्था से संबंधित नीतियां बनाना आरबीआई का मुख्य काम है। रिजर्व बैंक केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, वाणिज्यिक बैंकों के लिए एक बैंकर के तौर पर काम करता है। आरबीआई विदेशी मुद्रा भंडार को रिजर्व भी रखता है। भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर ये अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में भी काम करता है।

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