मां से पड़ी डांट तो वापस लौट आए देश, और खड़ी कर दी भारत बायोटेक कंपनी, जानिए कोविड का टीका बनाने वाले कृष्णा इल्ला की कहानी

डॉक्टर इल्ला के मुताबिक मां ने उन्हें भारत लौटने को लेकर डांट लगाई थी। बकौल इल्ला मां ने कहा बेटा तुम्हारा पेट बस 9 इंच का है। तुम कितना भी पैसा कमा लोगे, इस पेट से ज्यादा नहीं खा पाओगे।
भारत की दवा कंपनी भारत बायोटेक का नाम कोरोना महामारी से पहले बहुत ही कम लोगों को पता होगा, लेकिन महामारी के बाद हर किसी को भारत बायोटेक कंपनी का नाम मालूम पड़ गया है। भारत की यह कंपनी कोरोना की पूरी तरह से स्वदेशी वैक्सीन (Covaxin) तैयार करने वाली कंपनी है। यह कंपनी पहले भी कई बड़ी उपलब्धि हासिल कर चुकी है। कंपनी के फाउंडर चेयरमैन डॉ कृष्णा इल्ला को इस वर्ष पद्मभूषण से नवाजा गया है। आज हम आपको उन्हीं की कहानी भी सुनाएंगे उनकी इस कंपनी की शुरुआत भी काफी रोचक है।आपको बताएं कि मां की डांट के चलते उन्होंने यह कंपनी शुरू की, जिसकी दवा आज दुनिया भर में कई बीमारियों का इलाज कर रही है।
कृष्णा इल्ला का था वैज्ञानिक बनने का इरादा
उच्च शिक्षा के लिए कृष्णा इल्ला अमेरिका चले गए थे। वहां उन्होंने University of Wisconsin-Madison से पीएचडी की और उसके बाद Medical University of South Carolina में रिसर्च फैकल्टी के रूप में काम करने लगे। डॉक्टर इल्ला अमेरिका में ही Molecular Biology में वैज्ञानिक का कैरियर बनाने के इरादे के साथ चल रहे थे। यही वक्त था, जब उन्हें अपनी मां से डांट पड़ी। यह किस्सा कुछ साल पहले डॉक्टर इल्ला ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था।
मां से डांट खाने के बाद लौट आए देश
डॉक्टर इल्ला के मुताबिक मां ने उन्हें भारत लौटने को लेकर डांट लगाई थी। बकौल इल्ला मां ने कहा बेटा तुम्हारा पेट बस 9 इंच का है। तुम कितना भी पैसा कमा लोगे, इस पेट से ज्यादा नहीं खा पाओगे। वापस लौट आओ और जो मन करे वो करो। जब तक मैं जिंदा हूं तब तक तुम्हें भूखे नहीं मरने दूंगी।
कंपनी को इन वैक्सीनों से मिली पहचान
मां की यह बात सुनकर डॉक्टर इल्ला भारत वापस आ गए अपनी पत्नी सुचित्रा इल्ला के साथ मिलकर 1996 में भारत बायोटेक कंपनी की नींव डाल दी। उनको और उनकी पत्नी को इस बार गणतंत्र दिवस पर पद्मभूषण सम्मान दिया गया है। हैदराबाद में स्थित यह कंपनी बीमारियों के लिए वैक्सीन बनाती है। Covaxin से पहले भी ये कंपनी कई गंभीर बीमारियों का टीका बना चुकी है। कंपनी द्वारा सबसे पहले अक्टूबर 1998 में हेपेटाइटिस-बी के लिए Revac-B वैक्सीन तैयार की गई। इसकी कीमत उस दौर में उपलब्ध वैक्सीन से 25% कम थी।
भारत बायोटेक के पास है अभी इतनी बीमारियों के लिए वैक्सीन
इस कंपनी को कम दाम में वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए जाना जाता है। भारत बायोटेक पोलियो की ओरल ड्रॉप वैक्सीन भी तैयार कर चुकी है। इस कंपनी ने बच्चों को डायरिया की बीमारी से बचाने वाली Rotavac वैक्सीन भी बनाई। अभी कंपनी के पास टाइफॉयड, जापानी बुखार, इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों की वैक्सीन है। कंपनी के पास 35 बीमारियों के लिए वैक्सीन के अलावा भाग 140 दवाओं के पेटेंट भी हैं।
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