Share Market में आई रौनक, RBI के तोहफे से खुश होकर बना नया रिकॉर्ड
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए केंद्र सरकार को 2.11 लाख करोड़ रुपये के लाभांश भुगतान को बुधवार को मंजूरी दे दी थी। यह केंद्रीय बैंक की ओर से अबतक का सर्वाधिक लाभांश भुगतान होगा।
शेयर बाजार अपने सभी रिकॉर्ड तोड़ देगा। ये घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह भी दे चुके है। चुनाव के दौरान बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा था कि शेयर बाजार चुनाव के नतीजे आने पर अपने सभी रिकॉर्ड तोड़ेगा। इस बयान का असर भी शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है।
रिजल्ट आने से कई दिन पहले ही शेयर बाजार ने नया शिखर छुआ है। शेयर बाजार में सेंसेक्स 23 मई को 75 हजार के पास चला गया है। आरबीआई द्वारा सरकार को अभी तक के सबसे अधिक 2.11 लाख करोड़ रुपये के लाभांश को मंजूरी देने और लिवाली के समर्थन के बाद घरेलू सूचकांकों में बृहस्पतिवार को तेजी आई और निफ्टी अपने सर्वकालिक शिखर पर पहुंच गया। निफ्टी ने अपना सर्वाधिक स्तर 262.85 अंक या 1.16 प्रतिशत बढ़कर 22,860.65 का स्तर छुआ। सेंसेक्स भी 800 अंक से अधिक चढ़ा। इसके साथ ही सेंसेक्स ने अपना ऑल टाइम हाई स्तर क्रास कर लिया है।
वहीं बीएसई का 30 शेयर वाला सूचकांक सेंसेक्स फिर 75,000 के स्तर का पार कर गया। यह 844.3 अंक या 1.13 प्रतिशत चढ़कर 75,065.36 पर पहुंचा। वह अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से सिर्फ 60 अंक दूर है। सेंसेक्स में सूचीबद्ध कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनसर्व, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में सबसे अधिक तेजी आई। सन फार्मा, पावरग्रिड, एनटीपीसी और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों को नुकसान हुआ।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए केंद्र सरकार को 2.11 लाख करोड़ रुपये के लाभांश भुगतान को बुधवार को मंजूरी दे दी थी। यह केंद्रीय बैंक की ओर से अबतक का सर्वाधिक लाभांश भुगतान होगा। यह चालू वित्त वर्ष के बजट अनुमान की तुलना में दोगुना से भी अधिक है। अंतरिम बजट में सरकार ने आरबीआई और सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों से कुल 1.02 लाख करोड़ रुपये की लाभांश आय का अनुमान जताया था।
एशियाई बाजारों में जापान का निक्की फायदे में रहा, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे। अमेरिकी बाजार बुधवार को नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में बुधवार को बिकवाल रहे और शुद्ध रूप से 686.04 करोड़ रुपये की कीमत के शेयर बेचे।
अन्य न्यूज़