Sonowal ने इटली को समुद्री विरासत संग्रहालय के लिए सहयोग करने को आमंत्रित किया
सर्बानंद सोनोवाल ने इतालवी संग्रहालयों से गुजरात के लोथल में आगामी एनएमएचसी के लिए भारत के साथ सहयोग करने को कहा। उन्होंने 93 साल पुराने अमेरिगो वेस्पुची के मुंबई बंदरगाह पर आने के मौके पर आयोजित एक संगोष्ठी में कहा कि भारत सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल लोथल में समुद्री विरासत को समर्पित सबसे बड़ा संग्रहालय बना रहा है।
मुंबई । केंद्रीय नौवहन, बंदरगाह और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इतालवी संग्रहालयों से गुजरात के लोथल में आगामी राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर (एनएमएचसी) के लिए भारत के साथ सहयोग करने को कहा। उन्होंने 93 साल पुराने इतालवी जहाज अमेरिगो वेस्पुची के मुंबई बंदरगाह पर आने के मौके पर आयोजित एक संगोष्ठी में कहा कि भारत सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल लोथल में समुद्री विरासत को समर्पित सबसे बड़ा संग्रहालय बना रहा है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाल ही में एनएमएचसी के लिए मंजूरी दी थी।
कुछ रिपोर्टों के अनुसार इसकी अनुमानित लागत 3,500 करोड़ रुपये से अधिक है। सोनोवाल ने कहा कि 4,000 ईसा पूर्व से ही भारतीय जहाज मसाले, कपड़ा और कला तथा शिल्प जैसे उत्पादों के साथ पड़ोसी देशों में जाते थे। सोनोवाल ने कहा कि लोथल में डॉकयार्ड 5,000 साल से अधिक पुराना है और इसके महत्व को देखते हुए, भारत वहां एनएमएचसी का निर्माण कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं विश्व स्तर पर प्रसिद्ध इतालवी संग्रहालयों को हमारे प्रयास में सहयोग करने के लिए आमंत्रित करता हूं।
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