इस्पात की खपत जुलाई में लगातार दूसरे महीने घटी
भारत की इस्पात की खपत जुलाई में लगातार दूसरे महीने घटी और जून के मुकाबले यह सात प्रतिशत से अधिक घटकर 63 लाख टन रही। ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी।
भारत की इस्पात की खपत जुलाई में लगातार दूसरे महीने घटी और जून के मुकाबले यह सात प्रतिशत से अधिक घटकर 63 लाख टन रही। इस्पात मंत्रालय की संयुक्त संयंत्र समिति (जेपीसी) से प्राप्त ताजा आंकड़े के मुताबिक, ‘‘जुलाई 2016 में खपत 62.89 लाख टन रही जो जुलाई 2015 के मुकाबले 1.1 प्रतिशत बढ़ी लेकिन जून 2016 के मुकाबले यह 7.4 प्रतिशत कम रही।’’
इस साल जून में इस्पात की मांग 68 लाख टन थी जो जून 2015 के मुकाबले 4.3 प्रतिशत कम है और मई 2016 के मुकाबले आठ प्रतिशत कम है। आंकड़ों के मुताबिक हालांकि, इसका उल्लेखनीय पक्ष यह है कि विश्व के तीसरे सबसे बड़े इस्पात निर्यातक, भारत में कुल तैयार इस्पात की खपत अप्रैल-जुलाई 2016-17 में 0.5 प्रतिशत बढ़कर 2.62 करोड़ टन रही। समिति ने कहा कि वित्त वर्ष 2016-17 के पहले चार महीनों में कच्चा इस्पात उत्पादन पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले पांच प्रतिशत से अधिक बढ़कर 3.18 करोड़ टन रहा।
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