कारजोनरेंट का चार साल में 2400 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य

[email protected] । Aug 17 2016 4:48PM

देश के विभिन्न शहरों में टैक्सी सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कारजोनरेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अगले चार साल में 2400 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य रखा है।

देश के विभिन्न शहरों में टैक्सी सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कारजोनरेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अगले चार साल में 2400 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य रखा है वह इसे पाने के लिए प्रौद्योगिकी के और बेहतर इस्तेमाल पर जोर देगी। कंपनी ने एक नया मोबाइल एप ‘सीओआर राइड’ शुरू किया है। कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी राजेश मुंजाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह एप कारपोरेट ग्राहकों के लिए अच्छा संकेत है इसमें चौबीस घंटे अपनी पसंद की गाड़ी के हिसाब से बुकिंग की जा सकती है। इसके साथ ही यह एप अंग्रेजी, हिंदी, मराठी, तेलुगू सहित कई क्षेत्रीय भाषाओं में भी काम करेगी जो कि हिंदी व अंग्रेजी नहीं जानने वाले चालकों के लिए बहुत मददगार साबित हो सकती है।

उन्होंने कहा कि कंपनी अपने कारोबार को बढ़ाने के लक्ष्य को यात्रियों की सुविधा को जोड़कर चल रही है। यही कारण है कि वह उनकी सुरक्षा व सुविधा पर पूरा ध्यान दे रही है। कंपनी ने अपने एप के लिए नेशनल कमांड सेंटर (एनसीसी) बनाया है तथा सीओआर लैब (बेंगलुरू) स्थापित की है। कंपनी आने वाले समय में एनसीसी में कर्मचारियों की संख्या तीन गुना बढ़ाएगी। इसी तरह वह सीओआर लैब में भी पेशेवरों की संख्या तीन गुना करेगी जो इस समय 50 है। उन्होंने कहा कि कंपनी प्रौद्योगिकी आधारित बुनियादी ढांचे, ब्रांड नेतृत्व पर जोर देते हुए बी2बी कार रेंटल पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी अपनी नयी पहलों में विशेष रूप से कारपोरेट ग्राहकों पर ध्यान देगी। कंपनी के 600 से अधिक कारपोरेट ग्राहकों में अमेजन, एक्सेंचर, पीडब्ल्यूसी, विप्रो, मैकिंजी, गूगल व टीसीएस शामिल है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2000 में परिचालन शुरू करने वाली कारजोनरेंट सरकार द्वारा अधिकृत रेडियो टैक्सी सेवाएं देती है जिनमें ईजीकैब, माइल्स, कारपोरेट कार रेंट शामिल है। मुंजाल ने कहा कि कंपनी फिलहाल 10,000 कारों के बेड़े के साथ 39 शहरों में सेवाएं दे रही है। ग्राहकों की बदली सोच व खर्च सीमा को देखते हुए उसे इस बाजार में विस्तार की व्यापक संभावनाएं नजर आती है तथा उसकी कई और शहरों में भी परिचालन शुरू करने की योजना है। उन्होंने कहा कि भारत के संगठित कार रेंटल बाजार में कारजोनरेंट का हिस्सा लगभग 22 प्रतिशत है जो कि 30 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ रहा है। कंपनी अपने विभिन्न ब्रांडों के तहत कारों की संख्या को बढ़ाकर 1,00,000 करेगी। इस लिहाज से कंपनी को केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्मार्ट शहर परियोजना से बड़ी उम्मीद है।

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