KCET 2025 Counselling: KEA ने राउंड 1 प्रोविजनल सीट अलॉटमेंट किया जारी, 02 अगस्त को आएगा फाइनल रिजल्ट

कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण ने KCET 2025 काउंसलिंग के पहले चरण के लिए प्रोविजनल सीट आवंटन का परिणाम जारी कर दिया है। जिन कैंडिडेट्स ने इसमें भाग लिया था, वह CET नंबर और बर्थडेट के इस्तेमाल से ऑफिशियल वेबसाइट पर लॉगइन कर सकते हैं।
कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण ने KCET 2025 काउंसलिंग के पहले चरण के लिए प्रोविजनल सीट आवंटन का परिणाम जारी कर दिया है। जिन कैंडिडेट्स ने इसमें भाग लिया था, वह CET नंबर और बर्थडेट के इस्तेमाल से ऑफिशियल वेबसाइट cetonline.karnataka.gov.in पर लॉग इन कर सकते हैं। लॉगइन करने के बाद उम्मीदवार अपनी UGCET 2025 आवंटन स्थिति की जांच कर सकते हैं।
हालांकि यह एक प्रोविजनल लिस्ट है, इसलिए स्टूडेंट्स को आवंटित कॉलेजों में अभी रिपोर्ट करने की जरूरत नहीं है। ऐसे में स्टूडेंट्स 02 अगस्त की सुबह 11 बजे से पहले [email protected] पर ईमेल करके सीट आवंटन पर अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। बता दें कि सभी वैध शिकायतों का समाधान करने के बाद 02 अगस्त 2025 को लास्ट सीट आवंटन परिणाम जारी किया जाएगा। ऑफिशियल काउंसलिंग कार्यक्रम के मुताबिक पहले चरण में उम्मीदवारों को 4 से 7 के बीच फ्रीज, फ्लोट या एग्जिट आदि की पुष्टि करनी होगी।
बता दें कि इससे पहले KEA ने 25 जुलाई 2025 को मॉक अलॉटमेंट परिणाम जारी किए थे। तब कैंडिडेट्स को 26 से 29 जुलाई तक उसमें अपनी पसंद जोड़ने, हटाने या फिर पुनर्व्यवस्थित करने का मौका दिया गया था। केसीईटी 2025 रैंक के आधार पर उम्मीदवारों के लिए फार्मेसी, मेडिकल, इंजीनियरिंग, कृषि, डेंटल, बीपीटी और बीपीओ पाठ्यक्रमों सहित विभिन्न व्यावसायिक कार्यक्रमों में एडमिशन प्रोसेस शुरू किया जाता है।
केसीईटी राउंड 1 सीट आवंटन 2025
सबसे पहले KEA की ऑफिशियल वेबसाइट cetonline.karnataka.gov.in पर जाएं।
फिर प्रथम राउंड प्रोविजनल रिजल्ट पर क्लिक करें।
अब अपना सीईटी नंबर, डेट ऑफ बर्थ और कैप्चा कोड डालें।
इसके बाद 'चेक' बटन पर क्लिक करें।
वहीं उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि अंतिम आवंटन और प्रवेश प्रक्रिया के बारे में अपडेट रहने के लिए वेबसाइट देखते रहें।
कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट एक एक राज्य-स्तरीय प्रवेश परीक्षा है। जोकि KEA द्वारा राज्य में विभिन्न स्नातक व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में एडमिशन लेने के लिए आयोजित की जाती है। इसमें कृषि, फार्मेसी, पशु चिकित्सा विज्ञान, इंजीनियरिंग, बीएससी (नर्सिंग), बीपीटी, बीपीओ और अन्य संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान के कार्यक्रम शामिल हैं।
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