भारतीय वायुसेना में लड़ाकू विमान उड़ाने वाली भावना कंठ देश का गौरव हैं

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भावना कंठ भारत की उन पहली महिला पायलटों में से एक हैं जिन्हें उनके दो साथियों, मोहना सिंह और अवनी चतुर्वेदी के साथ पहली लड़ाकू पायलट के रूप में घोषित किया गया था। जून 2016 में तीनों महिलाओं को वायु सेना के लड़ाकू स्क्वाड्रन के रूप में शामिल किया गया था।

अगर कुछ कर गुजरने की चाहत है तो वह पूरी हो जाती है इसकी मिसाल हैं महिला पायलट भावना कंठ। भावना भारतीय वायु सेना की पहली महिला पायलट हैं जिन्होंने जेट विमान को अकेले ही दिन भर उड़ाया है। तो आइए हम आपको भावना कंठ के बारे में कुछ रोचक बातें बताते हैं।

भावना कंठ भारत की उन पहली महिला पायलटों में से एक हैं जिन्हें उनके दो साथियों, मोहना सिंह और अवनी चतुर्वेदी के साथ पहली लड़ाकू पायलट के रूप में घोषित किया गया था। जून 2016 में तीनों महिलाओं को भारतीय वायु सेना के लड़ाकू स्क्वाड्रन के रूप में शामिल किया गया था। उन्हें औपचारिक रूप से तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने नियुक्त किया था। भारत सरकार ने प्रयोग के तौर पर महिलाओं के लिए भारतीय वायु सेना में फाइटर स्ट्रीम खोलने के बाद इन तीन महिलाओं को इस प्रोग्राम के लिए चुना था। 

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भावना कंठ ने अपनी शुरुआती शिक्षा बिहार के बरौनी से हासिल की। उन्होंने बरौनी रिफाइनरी में डीएवी पब्लिक स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। उसके बाद राजस्थान के कोटा में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी की। उस समय, कंठ राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में नहीं जा सकीं क्योंकि महिलाओं को प्रोग्राम में शामिल नहीं किया गया था। इसके बाद भावना ने अपनी पढ़ाई आगे बढ़ाने के लिए बेंगलुरु के बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। उन्होंने 2014 में अपना ग्रेजुएशन पूरा कर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में कुछ दिनों तक काम किया।

भावना कंठ एक मध्यमवर्गीय साधारण परिवार की लड़की हैं। इनका जन्म 1 दिसंबर 1992 को बिहार के बरौनी में हुआ था। इनके पिता तेज नारायण कंठ इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं और मां राधा कंठ एक हाउस वाइफ हैं। भावना को बचपन से खेलों में बहुत रूचि थी। बड़े होकर उन्होंने ने खो खो, बैडमिंटन, तैराकी और पेंटिंग जैसे खेल शौक से खेले। 

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कंठ ने हमेशा लड़ाकू विमान उड़ाने का सपना देखा था। इसके लिए उन्होंने कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज प्रतियोगी परीक्षा पास कर ली और उन्हें वायु सेना में कमीशन आफीसर के रूप में चुना गया। अपने पहले स्टेज के ट्रेनिंग में वह फाइटर स्ट्रीम में शामिल हुईं।

जून 2016 में, उन्हें हैदराबाद के हकीमपेट एयर फोर्स स्टेशन में किरण इंटरमीडिएट जेट ट्रेनर्स पर छह महीने का स्टेप- II ट्रेनिंग करायी गयी। उन्होंने उसी साल डंडीगल में वायु सेना अकादमी में कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड स्प्रिंग टर्म भी पास की। कंठ ने हॉक उन्नत जेट ट्रेंनर्स को भी उड़ाया है साथ ही उन्होंने अंबाला एयर फोर्स स्टेशन से मिग-21 की एकल उड़ान लगभग 1400 घंटे में पूरी की है।

-प्रज्ञा पाण्डेय

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