एशिया कप को लेकर हरभजन सिंह ने की अपील, कहा- खून और पानी एकसाथ नहीं बह सकते...

हरभजन सिंह ने भारतीय क्रिकेट से यूएई में होने वाले आगामी एशिया कप 2025 टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ मैच ना खेलने की अपील की है। बता दें कि, हरभजन सिंह उस भारतीय चैंपियन टीम का हिस्सा थे जिसने हाल ही में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में सेमीफाइनल सहित पाकिस्तान चैंपियन टीम के साथ खेलने से इनकार कर दिया था।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भारतीय क्रिकेट से यूएई में होने वाले आगामी एशिया कप 2025 टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ मैच ना खेलने की अपील की है। बता दें कि, हरभजन सिंह उस भारतीय चैंपियन टीम का हिस्सा थे जिसने हाल ही में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में सेमीफाइनल सहित पाकिस्तान चैंपियन टीम के साथ खेलने से इनकार कर दिया था।
भारत पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स टूर्नामेंट में जीत हासिल करने के बाद मौजूदा चैंपियन था, लेकिन कप्तान युवराज सिंह, शिखर धवन और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ियों ने भारत के पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार कर दिया था। जिससे पाकिस्तान की टीम फाइनल में पहुंच गई और साउथ अफ्रीका से हार गई। भारतीय टीम ने अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ ग्रुप चरण के मैच में भी खेलने से इनकार कर दिया था। फाइनल में साउथ अफ्रीका चैंपियंस ने पाकिस्तान चैंपियंस को हराकर खिताब जीता।
हरभजन सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि, भारतीय टीम को ये समझने की जरूरत है कि क्या जरूरी है और क्या नहीं। ये बिल्कुल सीधी बात है। मेरे लिए, वे सैनिक जो सीमा पर खड़े हैं, जिनका परिवार अक्स उनसे मिल नहीं पाता, जो कभी-कभी अपनी जान दे देते हैं और कभी घर नहीं लौटते, उनका बलिदान हम सबके लिए बहुत बड़ा है। उनकी तुलना में ये बहुत छोटी बात है कि हम एक भी क्रिकेट मैच खेलना नहीं छोड़ सकते। ये बहुत छोटी बात है।
हरभजन सिंह ने आगे कहा कि, हमारी सरकार का भी यही खून और पानी एक साथ नहीं रह सकते रुख है। ऐसा नहीं हो सकता कि सीमा पर लड़ाई हो दोनों देशों के बीच तनाव हो और हम क्रिकेट खेलने जाएं। जब तक ये बड़े मुद्दे सुलक्ष नहीं जाते, क्रिकेट बहुत छोटी बात है। देश हमेशा पहले आता है।
पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि, हमारी सरहद पर भाई खड़े हुए हैं। जो हमें प्रोटेक्ट कर रहे हैं, हमारे देश को प्रोटेक्ट कर रहे हैं। उनका हौसला देखो, वे कितना बड़ा दिल लेकर वहां पर खड़े हुए हैं और सोचिए उनके परिवार पर तब क्या बीतती होगी जब वे घर नहीं लौटते और हम क्रिकेट खेलने चले जाते हैं।
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