पाटीदार की शतकीय पारी से मध्य प्रदेश ने रणजी ट्रॉफी चैंपियन बनने के करीब

Rajat Patidar
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मध्यप्रदेश ने दिन की शुरुआत तीन विकेट पर 368 रन से करने के बाद पाटीदार की 219 गेंद में 20 चौके जड़ित 122 रन के दम पर अपनी पहली पारी में 536 रन बनाये।

 बेंगलुरु| इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के लिए यादगार प्रदर्शन करने वाले रजत पाटीदार ने रणजी ट्रॉफी फाइनल में बारिश से प्रभावित चौथे दिन शनिवार को यहां मुंबई के खिलाफ शतकीय पारी खेल को अपनी टीम को खिताब के बेहद करीब पहुंचा दिया है।

मध्यप्रदेश ने दिन की शुरुआत तीन विकेट पर 368 रन से करने के बाद पाटीदार की 219 गेंद में 20 चौके जड़ित 122 रन के दम पर अपनी पहली पारी में 536 रन बनाये।

चाय के विश्राम से पहले बारिश ने मैच में खलल डाला लेकिन जब खेल दोबारा शुरू हुआ तब मध्य प्रदेश ने अपनी पहली पारी में 162 रन की बढ़त के साथ खिताब को लगभग अपने नाम कर लिया। यश दुबे (133) और शुभम शर्मा (116) के बाद पाटीदार शतक लगाने वाले टीम के तीसरे खिलाड़ी है। इन तीनों में हालांकि उनकी बल्लेबाजी सबसे बेहतरीन रही।

स्टंप्स के समय मुंबई ने दूसरी पारी में दो विकेट पर 113 रन बनाकर मध्य प्रदेश की बढ़त को कुछ कम की लेकिन मैच में उनकी वापसी अब किसी चमत्कार के भरोसे ही है। चौथे दिन का खेल खत्म होते समय अरमान जाफर 30 और सुदेव पारकर नौ रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे।

तेजी से रन बनाने के लिए कप्तान पृथ्वी साव के साथ हार्दिक तमोर को पारी का आगाज करने के लिए भेज गया लेकिन साव 52 गेंद में  44 रन बनाकर गौरव यादव (23 रन पर एक विकट) और  तामोर ने 25 रन बनाकर कुमार कार्तिकेय (50 रन पर एक विकेट) की गेंद पर आउट हुये।

मैच के आखिरी दिन 95 ओवर का खेल होना है और मुंबई की टीम को लगभग बड़ा स्कोर खड़ा करने के बाद मध्य प्रदेश को 45 से 50 बल्लेबाजी करानी होगी। पिच से जिस तरह से बल्लेबाजों को मदद मिल रही है उससे इस बात की संभावना कम है कि मध्य प्रदेश की टीम चौथी पारी में लड़खड़ा जाये।

जब चौथा दिन शुरू हुआ, तो पहली पारी में बढ़त हासिल करने के लिए मध्य प्रदेश को सात और रनों की जरूरत थी, लेकिन पाटीदार के लिए कम से कम एक सत्र खेलना अधिक महत्वपूर्ण था। उन्होंने इस काम को शानदार तरीके से किया।

जब वह आउट हुए तब मध्य प्रदेश की बढ़त 100 रन से अधिक हो चुकी थी और मुंबई के खिलाड़ियों के चेहरे पर इसकी  उदासी की झलक देखी जा सकती थी। इस दौरान अपने कड़े मिजाज के लिए जाने जाने वाले कोच चंद्रकांत पंडित ड्रेसिंग रूम के एक कोने में बैठ कर अपनी टीम की बल्लेबाजी का लुत्फ उठा रहे थे।

मध्य प्रदेश की पारी 14 घंटे दो मिनट तक चली। इस दौरान टीम ने 41 बार की चैंपियन टीम को उसी के अंदाज में जवाब दिया। पाटीदार ने मोहित अवस्थी की गेंद पर ऑन-ड्राइव पर चौका लगाया और फिर उन्हें कवर-प्वाइंट की ओर बेहतरीन शॉट के साथ अपनी शानदार लय के जारी रहने का संकेत दिया।

आईपीएल भले ही एक सफेद गेंद की प्रतियोगिता रही हो, लेकिन पाटीदार ने 25 मई को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ अपने शतक से जिस तरह का आत्मविश्वास हासिल किया, वह यहां काम आया

। उन्होंने ठीक एक महीने बाद 25 जून को इसका सबसे अच्छा उपयोग किया। यह उनके प्रथम श्रेणी करियर का आठवां और सबसे महत्वपूर्ण शतक है।

मौजूदा सत्र में मध्य प्रदेश की सफलता श्रेय दूसरे , तीसरे और चौथे क्रम में शानदार बल्लेबाजी को जाता है। पाटीदार ने अब तक 628 रन बनाए हैं और रन बनाने वालों की सूची में सरफराज खान (937) के बाद दूसरे स्थान पर हैं। यश दुबे (613) और शुभम शर्मा (578) ने भी मैच जीतने वाले प्रदर्शन किये।

मैच के तीसरे दिन औसत गेंदबाजी करने वाले शम्स मुलानी ने चौथे दिन अच्छी वापसी की और चार विकेट झटके। उन्होंने कुल 63.2 ओवर की गेंदबाजी में 173 रन खर्च कर पांच विकेट चटकाये। उन्हें शनिवार को धीमी और फ्लाइटेड गेंद डालने का फायदा हुआ।

उन्हें अवस्थी (32-7-93-2) और तुषार देशपांडे  (36-10-116-3) का अच्छा साथ मिला लेकिन अनुभवी धवल कुलकर्णी (24-4-53-0) ने निराश किया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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