सिर्फ खिलाड़ियों का ही ‘पूल’ जरूरी नहीं, कोचों की ‘बेंच स्ट्रेंथ’ बनाना भी जरूरी : लक्ष्मण

VVS Laxaman
ANI Photo.

उन्होंने कहा, ‘‘यह देखते हुए कि खेल कितना पेशेवर बन गया है और इन दिनों कितना क्रिकेट खेला जाता है, तो शीर्ष स्तरीय कोचों और फिजियो और वैज्ञानिक चिकित्सा विशेषज्ञ की मांग बढ़ना भी लाजमी है। ’’

नयी दिल्ली|  भारतीय क्रिकेटरों की ‘बेंच स्ट्रेंथ’ देखकर पूरी दुनिया हैरत में है लेकिन राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण को लगता है कि भारतीय क्रिकेट को अगले स्तर तक ले जाने के लिये विश्व स्तरीय कोचों और अन्य सहयोगी स्टाफ का बड़ा ‘पूल’ तैयार करना भी इतना ही अहम है। पूर्व भारतीय बल्लेबाज लक्ष्मण ने दिसंबर में एनसीए की जिम्मेदारी संभाली थी।

उन्होंने गुरूवार को बीसीसीआई की शीर्ष परिषद बैठक में भारतीय क्रिकेट के लिये अपने दृष्टिकोण के बारे में बात करते हुए कहा, ‘‘एनसीए में अभी ये मेरे शुरूआती दिन है लेकिन मेरा दृष्टिकोण सिर्फ खिलाड़ियों तक ही सीमित नहीं है। मजबूत ‘बेंच स्ट्रेंथ’ बनाना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी कोचों और अन्य सहयोगी स्टाफ की मजबूत ‘बेंच स्ट्रेंथ’ बनाना है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह देखते हुए कि खेल कितना पेशेवर बन गया है और इन दिनों कितना क्रिकेट खेला जाता है, तो शीर्ष स्तरीय कोचों और फिजियो और वैज्ञानिक चिकित्सा विशेषज्ञ की मांग बढ़ना भी लाजमी है। ’’

लक्ष्मण ने कहा, ‘‘यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम एनसीए में ऐसा कार्यक्रम शुरू करें जिससे भारतीय प्रतिभाओं काो इस विभाग में भी खुद को अभिव्यक्त करने में मदद मिले। ’’

लक्ष्मण एनसीए में जिम्मेदारी संभालने के तुरंत बाद भारतीय अंडर-19 टीम के साथ कैरेबियाई दौरे पर गये थे और हाल में वह राहुल द्रविड़ के साथ आयरलैंड टूर पर गयी भारतीय टीम के कोच थे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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