क्या इंग्लैंड को हल्के में लेने की भूल कर गई टीम इंडिया और अब कैसे होगी वापसी !

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इंग्लैंड की टीम जब भारत दौरे पर आई थी उससे पहले ही टीम इंडिया की जीत और अंग्रेजों की हार के बारे में हर कोई बात कर रहा था। माना जा रहा था कि ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचने वाली टीम इंडिया तो इंग्लैंड को आसानी से हरा देगी।

भारतीय टीम को 4 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में इंग्लैंड से करारी हार मिली है। चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने सरप्राइज दे दिया और 227 रन से जीत हासिल कर अंग्रेज चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे हो गए हैं। इस मैच में टीम इंडिया हर मोड़ पर फेल साबित हुई। बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी या फिर अहम मौके पर अपने नाम करना अंग्रेज हर समय टीम इंडिया से एक कदम आगे ही रहे। इंग्लैंड की टीम जब भारत दौरे पर आई थी उससे पहले ही टीम इंडिया की जीत और अंग्रेजों की हार के बारे में हर कोई बात कर रहा था। माना जा रहा था कि ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचने वाली टीम इंडिया तो इंग्लैंड को आसानी से हरा देगी। भारतीय टीम अपने ए टीम के साथ भी जीत सकती है तो बड़े खिलाड़ियों के वापसी के बाद टीम इंडिया के प्रदर्शन में और ज्यादा उछाल आएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और टीम इंडिया गलती कर गई लिहाजा भारतीय टीम को पहले टेस्ट मैच में करारी हार का सामना करना पड़ा। मैच में भारतीय टीम हर मौके पर परास्त हुई। टीम इंडिया के गेंदबाजों से लेकर बल्लेबाजों को मुंह की खानी पड़ी। चेन्नई के मैदान में टीम इंडिया का इस तरह हारना कई सवाल खड़े करता है। भारतीय टीम से यह सवाल है कि क्या वह इंग्लैंड को हल्के में लेने की कमी कर गया। पहले टेस्ट मैच में वह कौन से फैसले रहे जिन्होंने भारतीय टीम को बैकफुल पर ढंकेला और अगले टेस्ट मैच में टीम इंडिया कैसे वापसी कर पाएगी।

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आखिर किस वजह से चेन्नई टेस्ट को टीम इंडिया ने गंवाया !

चेन्नई में हारने पर टीम इंडिया के खेलने और विराट की कप्तानी हर किसी पर सवाल खड़े होने लगे। माना जाने लगा कि विराट का प्लेइंग इलेवन सही से नहीं चुनना टीम इंडिया पर भारी पड़ा। शाहबाज नदीम की जगह अगर प्लेइंग इलेवन में कुलदीप यादव को शामिल किया जाता तो टीम इंडिया की ये दुर्गति नहीं होती। इसके साथ ही मैच में बाकि के गेंदबाजों ने जो प्रदर्शन किया वो भी इंग्लैंड की जीत की सबसे बड़ी वजह बना। भारतीय गेंदबाजों ने मैच के पहले दो दिन औसत दर्जे की गेंदबाजी। टीम इंडिया के गेंदबाज हर सेशन को लुटाते गए जिसकी वजह से इंग्लैंड मैच में हर समय आगे बना रहा। टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने भी सपाट पिच पर निराश किया। लेकिन ज्यादातर सवाल टीम के सेलेक्शन को लेकर उठे जिसपर जवाब देते हुए कप्तान कोहली ने उसे सिरे से नकार दिया। कोहली के मुताबिक "हमें इस बात का बिलकुल भी पछतावा नहीं है। हमने मुकाबले में दो ऑफ स्पिनरों अश्विन और सुंदर को मौका दिया था। ऐसे में इन दोनों के साथ कुलदीप यादव को उतारना संभव नहीं था। अगर ऐसा करते तो फिर हमारे तीनों स्पिनर एक जैसे ही हो जाते। इसलिए तीसरे स्पिनर के तौर पर लेफ्ट आर्म स्पिनर को मौका दिया।"

विराट की इन बातों को सुनकर यह कहा जा सकता है कि कप्तान को अपने टीम चयन पर कोई परेशानी नहीं है। लेकिन मैच में शाहबाज नदीम के आंकड़े गवाही देते है कि उनको इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने आसानी से निशाना बनाया। शाहबाज नदीम ने पहले टेस्ट मैच में 4 विकेट लिए लेकिन उन्होंने 223 रन लुटाए। 

इसके साथ ही अगर पहले टेस्ट मैच में कोई एक चीज सबसे ज्यादा खराब रही तो वो टीम इंडिया के उपकप्तान आजिंक्य रहाणे का फ्लॉप होना। नंबर 5 पर रहाणे जैसे बल्लेबाज को एक दीवार की तरह माना जाता है।भारतीय हालात में रहाणे से उम्मीद होती है कि वो मिडिल आर्डर में टीम की मजबूती बनें। लेकिन रहाणे चेन्नई टेस्ट में सिर्फ 1 रन ही बना पाएं। रहाणे को लेकर इसके बाद सोशल मीडिया पर सवाल भी उठे। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने रहाणे पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि "मेरा मुद्दा बल्लेबाज रहाणे हैं। उन्होंने मेलबर्न में शतक के बाद अच्छी पारी नहीं खेली। क्लास खिलाड़ी अपनी फॉर्म को जारी रखते हैं और आउट ऑफ फॉर्म खिलाड़ियों का भार उठाते हैं।"

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इसके बाद विराट कोहली ने रहाणे को लेकर बचाव किया। कोहली का साफ कहना था कि "चेतेश्वर पुजारा के साथ अजिंक्य रहाणे हमारे लिए बहुत अहम टेस्ट बल्लेबाज हैं और वह ऐसे ही बने रहेंगे। हमें उनकी क्षमता पर विश्वास है और वह असरदार खिलाड़ी हैं। एमसीजी टेस्ट में उन्होंने सेंचुरी लगाई थी और टीम को जीत दिलाई थी। अभी बस एक टेस्ट हुआ और उसकी दो पारियां हुई हैं। आज वह आउट हुए, लेकिन पहली पारी में जो रूट ने उनका शानदार कैच लपका था, नहीं तो वह बाउंड्री होती और उनके खाते में रन होते और हम ये सब बातें नहीं कर रहे होते।"

चेन्नई टेस्ट मैच में हार के बाद टीम इंडिया पर लगातार सवाल उठ रहे है लेकिन कप्तान कोहली का मानना है कि यह बस एक खराब मैच था और आगामी मुकाबलों में टीम इंडिया दमदार वापसी करेगी।

चेन्नई में कैसे वापसी करेगी टीम इंडिया ? 

चेन्नई टेस्ट मैच में टीम इंडिया को इस मैदान पर 22 साल बाद हार का सामना करना पड़ा था। यह मैदान भारत के लिए कई अच्छे तो कई बुरे मैचों की सौगात लेकर आया है। ऐसे में इस मैदान पर टीम इंडिया को अगले टेस्ट मैच में दमदार वापसी करनी है। इसके लिए अगर कुछ बदलावों या फिर कुछ अहम फैसलों की जरूरत पड़े तो टीम इंडिया को लेने से कतराना नहीं होगा। 

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चेन्नई टेस्ट मैच में टीम इंडिया को कुलदीप यादव को शामिल करने पर विचार करना चाहिए। कुलदीप भले ही विराट के मुताबिक सुंदर और अश्विन की तरह गेंदबाजी करते हो लेकिन चाईनामैन गेंदबाजी पर इंग्लिश टीम फंस सकती है। कुलदीप ने देश-विदेश में अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को छंकाया है और अगर उन्हें चेन्नई में मौका दिया गया तो वो अपने आपको साबित करना होगा।

चेन्नई टेस्ट मैच में अगर टीम को कोई और उपाय करना है तो इस लिस्ट में रोहित शर्मा का नाम शामिल है जिन्हें अपने वनडे वाले स्टाइल से बल्लेबाजी करनी होगी। रोहित शर्मा तेजी से रन बनाने में महारथ हासिल करते है। ऐसे में उन्हें अपनी पारी की शुरूआत से ही गेंदबाजों पर हावी रहना होगा। यह बात हर कोई जानता है कि एक बार अगर हिटमैन को अच्छी शुरूआत मिल जाएं तो वह उसे बड़ी पारी में तब्दील करना बेहद ही अच्छे तरीके से जानते हैं।

- दीपक कुमार मिश्रा

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