क्या टीम इंडिया को अब स्पिन गेंदबाजी की जरूरत नहीं है ?

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टीम इंडिया के तेज गेंदबाज बेहतरीन प्रदर्शन कर हे है जिससे स्पिनर्स को ज्यादा योगदान देने का मौका नहीं मिलता है। लेकिन भारत के इस स्पिन गेंदबाजी की ताकत को खोता देख पूर्व भारतीय स्पिनर मुरली कार्तिक परेशान है। कार्तिक के मुताबिक अब भारत के पास विश्वस्तरीय स्पिन गेंदबाज नहीं बच गया है।

भारतीय सरजमीं पर पहले कोई भी टीम दौरे पर आया करती थी तो उनके मन में सिर्फ एक ही खौफ रहा करता था कि भारत की धरती पर स्पिनरों का सामना कैसे किया जाएगा। लेकिन अब माहौल बदलता जा रहा है। अब टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी इसकी असली ताकत है। भारतीय तेज गेंदबाजी के सामने स्पिनर्स का रोल खत्म होता दिखाई दे रहा है। एक वक्त पर जो स्पिनर्स टीम इंडिया को टेस्ट मैच जिताते थे वो मैच में बिना ओवर फेंके रह जाते है। कोलकाता में भारतीय टीम पहली बार डे-नाइट टेस्ट मैच खेल रही है। इस मैच की पहली पारी में बांग्लादेश की टीम 106 रनों पर ऑलआउट हो गई। बांग्लादेश की पहली पारी में जो दस विकेट गिरे वो सारे भारतीय तेज गेंदबाजों ने झटके। इसमे इशांत को 5, उमेश को 3 और शमी को 2 विकेट मिले। भारतीय स्पिनरों को विकेट तो दूर गेंदबाजी करना तक नसीब नहीं हुआ। रवींद्र जडेजा ने पहली पारी में जहां सिर्फ 1 ओवर गेंदबाजी की वहीं अश्विन को एक भी ओवर फेंकने को नहीं मिला। अब सवाल यह उठता है कि कया भारत को स्पिनर्स की जरूरत नहीं है। अब तेज गेंदबाजों के दम पर टीम इंडिया दुनिया लूटने का दम बना चुकी है। क्या स्पिन को छोड़ भारत रफ्तार को अपनी असली ताकत मानने लगा है। क्या अब टीम इंडिया स्पिन डिपार्टमेंट को भविष्य मानकर आगे नहीं बढ़ रही है। 

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टीम इंडिया के तेज गेंदबाज बेहतरीन प्रदर्शन कर हे है जिससे स्पिनर्स को ज्यादा योगदान देने का मौका नहीं मिलता है। लेकिन भारत के इस स्पिन गेंदबाजी की ताकत को खोता देख पूर्व भारतीय स्पिनर मुरली कार्तिक परेशान है। कार्तिक के मुताबिक अब भारत के पास विश्वस्तरीय स्पिन गेंदबाज नहीं बच गया है। कार्तिक ने भारत के स्पिन गेंदबाजों पर चिंता बताते हुए कहा कि “हम अब भी चाहते है कि हमारे पास मुथैया मुरलीधरन, शेन वॉर्न या डेनियल विटोरी जैसा गेंदबाज हो जो गेंद को हवा में रहते हुए बल्लेबाज को चकमा दे सके और अपने तरीके से आक्रामक रहे। अभी इसकी कमी खल रही है। फिलहाल स्पिन विभाग में भारत के पास अच्छे गेंदबाजों की काफी कमी है। अच्छे गेंदबाजों से मेरा मतलब है पुरानी शैली के स्पिनरों थे। कुछ ऐसे गेंदबाज होते है गेंद को तेज गति से फेंकते है लेकिन स्पिनर उसे कहते है जो गेंद को घुमाते है”।

जाहिर है कार्तिक की बात से लगता है कि उन्हें मौजूदा स्पिन गेंदबाजों की स्किल्स में कमी लगती है। लेकिन शायद ऐसा नहीं है क्योंकि भारत की तेज गेंदबाजी इन समय दुनिया में सबसे बेहतर बनती जा रही है। कोलकाता टेस्ट से पहले इंदौर टेस्ट पर नजर डाली जाएं तो यहां भी भारतीय तेज गेंदबाजों का बोलबाला था। इंदौर टेस्ट में भारतीय तेज गेंदबाजों ने दोनों पारी में मिलाकर 14 विकेट झटके थे। वहीं भारतीय स्पिन जोड़ी ने सिर्फ 5 विकेट अपने नाम किए थे। इससे पहले जब दक्षिण अफ्रीका को भारत ने अपने घर में मात दी थी तो य़हां तेज गेंदबाजों का ही राज चला था। बांग्लादेश सीरीज से पहले अगर भारतीय तेज गेंदबाजों और स्पिन गेंदबाजों के आंकड़ों पर नजर डाली जाएं तो भारत की सफलता में रफ्तार को ज्यादा योगदान रहा है। पिछले दो साल में भारत के लिए 23 टेस्ट मैचों में तेज गेंदबाजों ने 22.13 की औसत से 271 विकेट झटके है। वहीं स्पिन गेंदबाजों ने 23 टेस्ट में 26.81 की औसत से 143 विकेट अपने नाम किए है। पिछले दो सालों में अगर किसी टीम के तेज गेंदबाजों ने सबसे ज्यादा विकेट निकाले है तो वो टीम इंडिया है। 

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साफ है वक्त के साथ टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी इतनी ताकतवर हो गई है कि स्पिनर्स पीछे छूट गए है। टेस्ट क्रिकेट में पहले भारत की ताकत स्पिन गेंदबाजी को माना जाता था। लेकिन यह तमगा तेज गेंदबाजों के साथ जुड़ता जा रहा है। टीम इंडिया के पास तेज गेंदबाजों की ऐसी फौज खड़ी है जो भारत को सफलता दिलाती है। इस समय अगर भारत के टेस्ट में तेज गेंदबाजी लाइनअप पर नजर डाली जाएं तो इसमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार सबसे ऊपर है। यह पांच गेंदबाज टीम इंडिया का पूल है जिसमें से जरूरत के अनुसार टीम इंडिया का चयन किया जाता है। इसके अलावा घरेलू सर्किट में भी कई गेंदबाज ऐसे है जो जरूरत पड़ने पर भारत के लिए बेहतरीन खेल दिखा सकते है। ऐसे में यह साफ है कि भारतीय क्रिकेट का तेज गेंदबाजी को लेकर भविष्य सही हाथों में है। इसके साथ जहां स्पिन के खत्म होने की बात हो रही है तो यह कहना गलत होगा कि स्पिन अब भारत की जरूरत नहीं है। टर्निंग पिचों और टेस्ट मैच के चौथे और पांचवे दिन अभी भी भारत के स्पिन गेंदबाज ही असली मैच विनर होंगे। 

- दीपक कुमार मिश्रा

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