क्या भारतीय क्रिकेट के लिए विराट कोहली से बेहतर कप्तान साबित हो सकते हैं रोहित शर्मा ?

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विराट कोहली ने जब से भारतीय टीम के लिए कप्तानी की है वो टीम इंडिया को एक भी आईसीसी की ट्रॉफी नहीं जिता सके हैं। लेकिन इसके साथ ही यह भी इतना ही सच है कि विराट की कप्तानी में टीम इंडिया दिन प्रति दिन बेहतर होती गई है।

भारतीय क्रिकेट में इन दिनों एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। हर तरफ सिर्फ एक ही मांग सुनने को मिल रही है। क्रिकेट के फैंस हो या फिर पूर्व क्रिकेटर हर कोई चाह रहा है कि भारत के सफेद गेंद क्रिकेट में स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा को टीम इंडिया के लिए किसी एक प्रारूप में कप्तान बना दिया जाना चाहिए। रोहित ने इस साल अपनी आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस को पांचवी बार चैंपियन बनाया। रोहित शर्मा ने साल 2013 में अपनी टीम की कप्तानी संभाली और मानो जब से मुंबई इंडियंस की किस्मत पलट गई। टीम अबतक पांच बार चैंपियन बन चुकी है। रोहित के आईपीएल में सफलता को देखकर ही टीम इंडिया में भी उन्हें कप्तान बनाने की मांग हो रही है। ऐसे में बीसीसीआई के सामने अब बड़ा संकट आ गया है कि क्या रोहित शर्मा को किसी एक प्रारूप की कप्तान दें या फिर विराट कोहली के साथ ही आने वाले समय में कप्तान के तौर पर आगे बढ़े। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि क्या रोहित शर्मा टीम इंडिया के कप्तान बनने का सही विकल्प है या फिर ऐसा करना टीम इंडिया के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है।

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रोहित के पक्ष में खड़े क्रिकेट के बड़े दिग्गज !

रोहित शर्मा के लिए कई पूर्व क्रिकेटरों ने बयान दिए है। पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा है कि "अगर रोहित शर्मा भारत के कप्तान नहीं बनते हैं तो इससे भारत का नुकसान होगा ना कि रोहित का बेशक एक कप्तान उतना ही अच्छा होता है जितनी अच्छी उसकी टीम होती है। इसमें कोई दो राय नहीं है, लेकिन आखिर एक कप्तान को परखने का क्या पैमाना होता है। आपको किसी को परखने का पैमाना एक ही रखना होगा। रोहित ने अपनी टीम को पांच बार आईपीएल खिताब जिताया है"।

इसके अलावा इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा है कि "बिना किसी सवाल के रोहित शर्मा को भारत के टी20 टीम का कप्तान बनना चाहिए। वह एक शानदार कप्तान हैं। वह अच्छे से जानते हैं कि टी20 मैच कैसे जीते जाते हैं। इससे कोहली को बतौर खिलाड़ी खुलकर खेलने का मौका मिलेगा। रोहित भारत में टी20 फॉर्मेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तान हैं। आप देखेंगे कि दुनिया के कई देशों में खिलाड़ी अलग अलग फॉर्मेट की कप्तानी करते हैं।"

क्या कप्तान के तौर पर रोहित विराट से बढ़िया विकल्प साबित होंगे ?

विराट कोहली ने जब से भारतीय टीम के लिए कप्तानी की है वो टीम इंडिया को एक भी आईसीसी की ट्रॉफी नहीं जिता सके हैं। लेकिन इसके साथ ही यह भी इतना ही सच है कि विराट की कप्तानी में टीम इंडिया दिन प्रति दिन बेहतर होती गई है। विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज से लेकर दक्षिण अफ्रीका में वनडे सीरीज जीतने का कारनामा किया है। विराट भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले कप्तान हैं। अगर विराट कोहली के कप्तानी रिकार्ड की बात करें तो विराट ने अब तक भारत के लिए वनडे में 89 मैचों में कप्तानी की है जहां उन्होंने 62 मैचों में जीत हासिल की है और 24 में उन्हें हार मिली है। इस दौरान विराट का जीत प्रतिशत 71.83 का रहा है। वहीं विराट ने 55 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है जिसमें उन्होंने 33 मैच जीते हैं। इसके अलावा विराट ने 37 टी-20 मैचों में कप्तानी करते हुए 24 मैचों में जीत हासिल की है। 

साफ है विराट कोहली के अगर कप्तानी में आंकड़ो पर नजर डाली जाए तो यह दर्शाते है कि विराट ने अबतक किसी भी मामले में में खराब काम नहीं किया है। विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में फाइनल तक का सफर तय किया था। इसके अलावा टीम ने 2019 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। 

इसके अलावा अगर रोहित शर्मा को जब भी कप्तानी करने का मौका मिला है तो उन्होंने भी टीम इंडिया को सफलता ज्यादा दिलाई है। रोहित शर्मा ने भारत के लिए 10 मैचों में कप्तानी की है जिसमें 8 में जीत और 2 मैचों में हार मिली है। रोहित ने अपनी कप्तानी में साल 2018 में टीम इंडिया को एशिया कप का खिताब भी जिताया था। ऐसे में देखने वाली बात यह है कि अगर विराट कोहली ने कप्तानी में कुछ खराब प्रदर्शन किया हो तो उन्हें हटाया जा सकता था। लेकिन अब जब सामने 2021 टी-20 वर्ल्ड कप खड़ा हो जिसका आयोजन भारत में होना है। ऐसे में टीम इंडिया कप्तान बदलकर रिस्क लेना पसंद नहीं करेगी।

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क्या भारत में काम करेगा दो कप्तान रखने वाला फार्मूला ?

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों में लंबे समय से अलग-अलग फार्मेट में कप्तान रखने का नियम चलता रहा है। लेकिन अब यह जानना भी दिलचस्प है कि क्या भारत में ये फार्मूला काम सकता है। क्योंकि यह हर कोई जानता है कि भारत में अगर खिलाड़ियों के साथ दो कप्तान रहेंगे तो ड्रेसिंग रूम के माहौल में गर्मागर्मी आ सकती है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और भारत को 1983 में पहला वर्ल्ड कप जिताने वाले कपिल देव का मानना है कि "विराट कोहली वर्तमान में तीनों प्रारूपों में भारत का नेतृत्व कर रहे हैं। हमारी संस्कृति में ऐसा नहीं होता है। एक कंपनी में आप दो सीईओ बनाते हैं? अगर कोहली टी 20 खेल रहे हैं और वह काफी अच्छे हैं। उसे वहीं रहने दो। हालांकि मैं अन्य लोगों को बाहर आते देखना चाहूंगा, लेकिन यह मुश्किल है। हमारी तीनों फॉर्मेट की 70-80 प्रतिशत टीम एक ही टीम है। उन्हें अलग-अलग सिद्धांत वाले कप्तान पसंद नहीं हैं। यह उन खिलाड़ियों के बीच अधिक अंतर ला सकता है जो कप्तान की ओर देखते हैं। अगर आपके पास दो कप्तान हैं, तो खिलाड़ी सोच सकते हैं कि वह टेस्ट में मेरा कप्तान बनने वाला है। मैं उसे नाराज नहीं करूंगा।"

जाहिर है कपिल देव की बात बिल्कुल सही भी है। वैसे भी विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने बढ़िया खेल दिखाया है। अब अगर विराट 2021 में भी टीम इंडिया को वर्ल्ड कप जिताने में नाकामयाब साबित होते हैं तो इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में 2022 में होने वाले वर्ल्ड कप को देखते हुए रोहित शर्मा को कप्तान बनाया जा सकता है।

- दीपक कुमार मिश्रा

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