Bhanu Saptami 2025: भानु सप्तमी पर इस विधि से करें सूर्यदेव की पूजा, जानिए मुहूर्त और पूजन विधि

Bhanu Saptami 2025
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आज यानी की 04 मई 2025 को भानु सप्तमी का व्रत किया जा रहा है। यह दिन सूर्यदेव की कृपा पाने का भी सर्वोत्तम अवसर होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सूर्यदेव को प्रत्यक्ष देवता माना जाता है। सूर्य देव जीवन, ऊर्जा, प्रकाश और स्वास्थ्य के स्रोत हैं।

हिंदू धर्म में हर पर्व का अपना महत्व होता है। हर साल वैशाह माह की सप्तमी तिथि को भानु सप्तमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार 04 मई 2025 को भानु सप्तमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन सूर्यदेव की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। यह दिन सूर्यदेव की कृपा पाने का भी सर्वोत्तम अवसर होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सूर्यदेव को प्रत्यक्ष देवता माना जाता है। सूर्य देव जीवन, ऊर्जा, प्रकाश और स्वास्थ्य के स्रोत हैं। तो आइए जानते हैं भानु सप्तमी का मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व के बारे में...

तिथि और मुहूर्त

हिंदू पंचांग के मुताबिक वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि की शुरूआत 03 मई की सुबह 07:52 मिनट पर हुई। वहीं अगले दिन यानी की 04 मई 2025 की सुबह 07:18 मिनट पर इस तिथि की समाप्ति होगी। वहीं उदयातिथि के मुताबिक 04 मई 2025 को भानु सप्तमी का पर्व मनाया जा रहा है।

पूजा विधि

इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदिकर साफ कपड़े पहनें और फिर सूर्य देव को अर्घ्य दें और सूर्य देव के मंत्रों और नामों का जप करें। इसके बाद व्रत का संकल्प लें और विधि-विधान से सूर्यदेव की पूजा-आराधना करें। भानु सप्तमी के दिन जरूरतमंद और गरीबों को लाल चंदन, गुड़, गेंहू और तांबे का दान करना शुभ माना जाता है। वहीं सूर्य देव के समक्ष घी का दीपक जलाएं और आरती कर पूजा का समापन करें।

मंत्र

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहाः

आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर

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