हार्ट अटैक आने से पहले शरीर देने लगते हैं खतरे के 5 संकेत, समय रहते कर लें ध्यान

अधिकतर लोग सोचते हैं कि दिल का दौरा बिना किसी चेतावनी के अचानक पड़ता है, जबकि हकीकत यह है कि शरीर पहले से ही कई संकेत देने लगता है। दुर्भाग्य से लोग अक्सर इन शुरुआती लक्षणों को समझ नहीं पाते और अनदेखा कर देते हैं। यदि इन संकेतों पर समय रहते ध्यान दे दिया जाए तो बड़ी दुर्घटना से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं कि हार्ट अटैक से पहले शरीर कौन-कौन से लक्षण दिखाना शुरू करता है।
वैसे एक रिसर्च में पाया गया है कि सबसे ज्यादा हार्ट अटैक सर्दियों के मौसम में पड़ते हैं। अक्सर हार्ट अटैक अचानक और बिना चेतावनी वाली घटना मानी जाती है, हालांकि, यह धारणा पूरी तरह से ठीक नहीं। हेल्थ एक्सपर्ट ने बताया है कि हार्ट अटैक आने से पहले शरीर कई संकेत देता है, जिन्हें लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। अगर आप इन लक्षणों को सही समय पर पहचान लें, तो जान बचाई जा सकती है। वैसे इस तरह के संकेत काफी मामूली होते हैं, लेकिन इनकी अनदेखी जानलेवा मानी जाती है। आइए जानते हैं हार्ट अटैक से पहले शरीर कैसे संकेत देना शुरु करता है।
काम करते वक्त सांस फूलना
अगर आपको चलने, सीढ़ियां चढ़ने या हल्की-फुल्की सफाई करते समय जल्दी-जल्दी सांस चढ़ने लगे, तो यह दिल की कार्यक्षमता घटने का संकेत हो सकता है। दिल जब पर्याप्त ताकत से खून नहीं पंप कर पाता, तो फेफड़ों को मिलने वाली ऑक्सीजन कम हो जाती है जिसके कारण सांस लेने में परेशानी महसूस होती है। इस स्थिति को डिस्प्निया कहा जाता है और यह हार्ट फेल्योर या कोरोनरी आर्टरी डिज़ीज़ का शुरुआती लक्षण भी हो सकता है।
सोने में दर्द, दबाव या बेचैनी महसूस करना
हार्ट अटैक का यह सबसे आम लक्षण है, हालांकि इसे हमेशा तेज दर्द के रुप में अनुभव किया जाता है। कई बार सीने में भारीपन, जलन, कसाव या दबाव जैसा महसूस होता है। यह दर्द कभी-कभी बाएं हाथ, जबड़े, गर्दन या पीठ तक फैलता है। यह आराम करने पर कम हो सकता है और शारीरिक या भावनात्मक तनाव में बढ़ सकता है। इसको आप नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।
चक्कर आना, बेहोशी या धड़कनों का तेज होना
यदि आपको बिना किसी कारण से चक्कर आना, सिर हल्का होना या बेहोश हो जाना इस बात का संकेत है कि दिमाग तक सही मात्रा में ब्लड नहीं पहुंच पा रहा है। अगर धड़कने अचानक से तेज हो जाए, धीमा या अनियमित हो जाना भी हार्ट की एलेक्ट्रिक रिदम में गड़बड़ी की ओर इशारा करता है। यह लक्षण एरिथमिया से जुड़ा हुआ हो सकता है।
असामान्य कमजोरी या थकान
अगर बिना कोई भारी काम किए ही लगातार थकान या कमजोरी महसूस होने लगे, खासकर महिलाओं में, तो यह दिल में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। ऐसी थकान आराम करने पर भी ठीक नहीं होती। इसकी वजह यह है कि दिल को पर्याप्त खून नहीं मिलता और शरीर तक ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है जिसके चलते व्यक्ति हमेशा थका-थका और सुस्त महसूस करता है।
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