Health Tips: रोजाना इस चाय को पीने से फैटी लिवर के लक्षण होंगे रिवर्स, वेट लॉस में भी मिलेगी मदद

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फैटी लिवर होने पर लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करना बेहद जरूरी है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको एक ऐसी चाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जो फैटी लिवर के लक्षणों रिवर्स करने और वेट लॉस में मदद करती है।

लिवर हमारे शरीर का एक अहम हिस्सा होता है। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए लिवर का सही तरीके से फंक्शन करना बेहद जरूरी होता है। वहीं लिवर कोशिकाओं में जमे फैटी एसिड और ट्राइग्लिसराइड्स के कारण फैटी लिवर में दिक्कतें हो जाती हैं। वहीं आज के समय में फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। डाइजेशन खराब होना, आंखों के नीचे पफीनेस, जीभ पर सफेद लेयर जमना, स्किन इंफेक्शन और मुंह से आने वाली बदबू लिवर के अच्छे से काम न करने की निशानी है।

फैटी लिवर होने पर लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करना बेहद जरूरी है। जिससे कि फैटी लिवर के लक्षणों को रिवर्स किया जा सके। साथ ही वेट कम करना भी बहुत जरूरी है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको एक ऐसी चाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जो फैटी लिवर के लक्षणों रिवर्स करने और वेट लॉस में मदद करती है।

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देसी चाय की सामग्री

हल्दी- 1 चुटकी

दालचीनी- 1 छोटी स्टिक

सिंहपणी जड़- चौथाई टीस्पून

सेंधा नमक- 1 चुटकी

नींबू- आधा

ऐसे बनाएं ये चाय

सबसे पहले दालचीनी, हल्दी और सिंहपणी की जड़ को पानी में डालकर अच्छे से उबालें।

फिर इसको छान लें और इसमें नींबू व सेंधा नमक मिलाएं।

अब इसको अच्छे से मिला लें।

इस चाय को 1 महीने तक दिन में एक बार जरूर पिएं।

फायदे

हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो यदि रिपोर्ट में फैटी लिवर आ गया है, तो आपको वेट लॉस पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही फैटी लिवर के लक्षणों को रिवर्स करने के लिए अपनी डाइट और लाइफस्टाइस में बदलाव करना चाहिए।

हमारा लिवर नेचुरल फिल्टर होता है। जब यह अधिक काम करने लगता है, तो व्यक्ति को डाइजेशन से जुड़ी समस्या हो सकती है। ऐसे में इस चाय को लगातार 1 महीने तक पीने से लिवर डिटॉक्स होगा। साथ ही वेट लॉस भी होगा।

हल्दी इंफ्लेमेशन को कम करती है और लिवर को भी डिटॉक्स करने में सहायता करती है। हल्दी से लिवर में जमा फैट कम होता है और शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं। इससे लिवर डैमेज कम होता है और डाइजेशन भी दुरुस्त होता है।

दालचीनी आपके लिवर फंक्शन को सुधारने का काम करती है और फैट आसानी से बर्न होता है। यह लिवर को डिटॉक्स करती है और इंसुलिन रेजिस्टेंस कम करती है। दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जोकि लिवर की सूजन को कम करता है।

लिवर हेल्थ के लिए सिंहपर्णी या डंडेलियन की जड़ अच्छी मानी जाती है। यह लिवर डिटॉक्स करता है और इसके सेवन से लिवर डैमेज भी कम होता है।

सेंधा नमक डाइजेशन को दुरुस्त करता है और इससे डाइजेस्टिव एंजाइम्स भी दुरुस्त होता है।

नींबू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह शरीर को डिटॉक्स करने का काम करता है। साथ ही नींबू में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। यह लिवर सेल फंक्शन को सुधारती है।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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