सेहत के लिए वरदान समान हैं बथुआ की पत्तियां, जानिए इसके जबरदस्त फायदे

bathua leaves
मिताली जैन । Dec 11 2020 6:44PM

बथुआ के पत्तों में अमीनो एसिड की उच्च मात्रा पाई जाती है। अमीनो एसिड्स शरीर के लिए बेहद जरूरी माने जाते हैं, क्योंकि यह कोशिका निर्माण और कोशिका की मरम्मत के लिए आवश्यक हैं।

ठंड का मौसम वास्तव में आपकी सेहत के लिए बेहद अच्छा माना जाता है। दरअसल, इस मौसम में आपको कई तरह की हरी पत्तेदार सब्जियां खाने का मौका मिलता है और यह तो हम सभी जानते हैं कि हरी सब्जियां सेहत के लिए कितनी लाभकारी हैं। इन हरी पत्तेदार सब्जियों में एक है बथुआ। सर्दियों में लोग अक्सर बथुआ को कभी रायता तो कभी परांठे के रूप में खाते हैं। लेकिन अगर आपने अभी तक इसे अपनी डाइट में शामिल नहीं किया है तो चलिए आज हम आपको इससे मिलने वाले बेमिसाल फायदों के बारे में बताते हैं−

इसे भी पढ़ें: जल्द घटाना है वज़न मोटापा कम करने के लिए पीएं करी पत्ते की चाय

अमीनो एसिड्स से भरपूर

डायटीशियन के अनुसार, बथुआ के पत्तों में अमीनो एसिड की उच्च मात्रा पाई जाती है। अमीनो एसिड्स शरीर के लिए बेहद जरूरी माने जाते हैं, क्योंकि यह कोशिका निर्माण और कोशिका की मरम्मत के लिए आवश्यक हैं।

कम कैलोरी 

हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर आप हेल्थ कॉन्शियस हैं, तब भी आप बथुआ का सेवन बेहद आसानी से कर सकते हैं। दरअसल, अन्य सभी हरी सब्जियों की तरह, बथुआ में कैलोरी काफी कम पाई जाती है। 100 ग्राम बथुआ से आपको लगभग 43 कैलोरी की मिलती है।

फाइबर में उच्च

आमतौर पर हम फाइबर की महत्ता को शरीर के लिए समझ नहीं पाते, लेकिन यह आपके लिए बेहद जरूरी है। दरअसल, यह आपको लंबे समय तक फुल रखता है, जिसके कारण आप ओवर ईटिंग से बच जाते हैं। साथ ही फाइबर पाचन तंत्र के लिए भी बेहद लाभदायक माना जाता है। बथुआ में भी फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में आपको इसका सेवन जरूर करना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: सर्दियों में हो गई है सूखी खांसी तो इससे निपटने के लिए अपनाएं यह उपाय

मिलते हैं माइक्रोन्यूटिएंट्स

बथुआ में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन ए, सी और बी 6 से भरपूर होता है। ये सभी सूक्ष्म पोषक तत्व आपके शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करते हैं।

लिवर के लिए लाभदायक

हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर आप बथुआ को अपनी डाइट का हिस्सा बनाते हैं तो इससे आपके लिवर को भी काफी लाभ प्राप्त होता है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इसे ब्लड प्यूरिफायर के रूप में जाना जाता है। यह आपके लिवर को टॉक्सिन्स से बचाने में आपकी मदद करेगा।

मिताली जैन

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़