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एस्ट्राजेनेका के ट्रायल में त्रुटि! विशेषज्ञों ने उठाए कोविड-19 के टीके पर सवाल
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- नवंबर 26, 2020 17:41
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एस्ट्राजेनेका ने विनिर्माण में त्रुटि मानी, कोविडके प्रायोगिक टीके के शुरुआती नतीजों पर सवाल उठ रहे हैं।एस्ट्राजेनेका ने कहा कि कम खुराक लेने वाले समूह में टीका 90 प्रतिशत तक असरदार प्रतीत होता है, जबकि जिस समूह को पूर्ण दो खुराकें दी गई थीं, उनमें टीका 62 फीसदी तक असरदार दिखा।
लंदन। एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने एक विनिर्माण त्रुटि को स्वीकार किया है जिससे कोविड-19 के प्रायोगिक टीके के शुरुआती नतीजों पर सवाल उठ रहे हैं। एक बयान में बुधवार को गलती के बारे में बताया गया है। इससे कुछ दिन पहले कंपनी और विश्वविद्यालय ने कहा था कि प्रायोगिक टीका बेहद प्रभावी है । लेकिन इसमें इस बात का उल्लेख नहीं किया गया था कि अध्ययन में हिस्सा लेने वाले कुछ प्रतिभागियों को टीके की दो खुराकों में से पहली वाली में उतनी मात्रा में टीका क्यों नहीं दिया गया, जितना अपेक्षा के अनुसार दिया जाना था।
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आश्चर्य की बात है कि अध्ययन में स्वेच्छा से हिस्सा ले रहे लोगों के जिस समूह को टीके की कम खुराक दी गई थी, वे उस समूह से अधिक बेहतर सुरक्षित लगते हैं जिन्हें पूरी खुराकें दी गई हैं। एस्ट्राजेनेका ने कहा कि कम खुराक लेने वाले समूह में टीका 90 प्रतिशत तक असरदार प्रतीत होता है, जबकि जिस समूह को पूर्ण दो खुराकें दी गई थीं, उनमें टीका 62 फीसदी तक असरदार दिखा। कुल मिलाकर दवा बनाने वाली कंपनी ने कहा कि टीका 70 फीसदी तक असरदार लगता है। लेकिन जिस तरीके से नतीजों पर पहुंचा गया है और कंपनियों ने सूचना दी है, उस पर विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं। आंशिक परिणाम सोमवार को घोषित किए गए, जो ब्रिटेन और ब्राजील में चल रहे बड़े अध्ययन का हिस्सा हैं। इसमें टीके की सर्वोत्तम खुराक का पता लगाया जाएगा। साथ में टीका की सुरक्षा और प्रभावशीलता का भी परीक्षण किया जाएगा।
सीमाएं खोलने पर राजी हुए यूरोपीय संघ के नेता, गैर-जरूरी यात्राओं को सीमित करने पर दिया जोर
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 22, 2021 12:25
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ईयू के नेता सीमा खोलने पर सहमत हुए लेकिन यात्राएं सीमित करने पर जोर दिया जा रहा है।इन नेताओं ने समूचे ईयू में संक्रमण से हो रही मौत पर चिंता जतायी, हालांकि गैर जरूरी यात्रा पर प्रतिबंध लगायी जाये या नहीं इस पर वे तत्काल सहमत नहीं हुए।
ब्रसेल्स। यूरोपीय संघ (ईयू) के नेता वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुए सम्मेलन में सीमाएं खुली रखने पर सहमत हुए, हालांकि उन्होंने कोरोना वायरस के नए स्वरूपों के प्रसार पर रोकथाम के लिए और उपाय करने पर जोर दिया। ईयू के शीर्ष रोग नियंत्रण अधिकारी ने कहा कि अस्पतालों में कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या और मौतों को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। वायरस में बदलाव के बाद इसके नए स्वरूपों पर गंभीर चिंता जताते हुए ईयू के 27 नेताओं ने गैर-जरूरी यात्राओं को सीमित करने, वायरस में बदलाव पर नजर रखने और लॉकडाउन जैसी पाबंदियों पर जोर दिया। इन नेताओं ने समूचे ईयू में संक्रमण से हो रही मौत पर चिंता जतायी, हालांकि गैर जरूरी यात्रा पर प्रतिबंध लगायी जाये या नहीं इस पर वे तत्काल सहमत नहीं हुए।
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नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रट ने कहा, ‘‘यह महत्वपूर्ण है कि यात्रा से बचा जाए लेकिन इसे तुरंत लागू नहीं किया जा सकता है।’’ यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वोन देर लेयेन ने सीमाएं खोले रखने पर जोर दिया ताकि पाबंदियां लगाए जाने के दौरान भी सामान की आवाजाही सुगमता से हो। कोविड-19 महामारी से ईयू के देशों में करीब चार लाख लोगों की मौत हुई है। यूरोपीय रोग निवारण एवं नियंत्रण केंद्र (ईसीडीसी) की प्रमुख एंड्रिया एम्मॉन ने कहा, ‘‘संक्रमण के बढ़ते मामलों से अस्पतालों पर बोझ बढ़ेगा और सभी आयुवर्ग के लोगों विशेषकर बजुर्गों में मौत का खतरा भी बढ़ेगा।’’ सम्मेलन से पहले प्रकाशित एक अध्ययन में ईसीडीसी ने ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका से वायरस के नए स्वरूपों के उभरने को लेकर चिंता जतायी।
व्हाइट हाउस का बयान, रूस के साथ परमाणु समझौते में पांच साल विस्तार देना चाहता है अमेरिका
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 22, 2021 11:30
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व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अमेरिका ‘न्यू स्टार्ट’ समझौते में पांच साल का विस्तार चाहता है। राष्ट्रपति लंबे समय से यह मानते आए हैं कि ‘न्यू स्टार्ट’ समझौता अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में है।’
वाशिंगटन। अमेरिका रूस के साथ परमाणु हथियार एवं रोकथाम से संबंधित ‘न्यू स्टार्ट’ समझौते को पांच वर्ष के लिए बढ़ाना चाहता है। राष्ट्रपति जो बाइडन का लंबे समय से यह मानना है कि यह अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में होगा। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अमेरिका ‘न्यू स्टार्ट’ समझौते में पांच साल का विस्तार चाहता है। राष्ट्रपति लंबे समय से यह मानते आए हैं कि ‘न्यू स्टार्ट’ समझौता अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में है।’’ उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में इस विस्तार का और अधिक महत्व हो जाता है जब रूस के साथ अमेरिका के प्रतिकूल संबंध हैं। ‘न्यू स्टार्ट’ समझौता अमेरिका और रूस के बीच अब कायम एकमात्र समझौता है।
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यह समझौता रूस के परमाणु बलों पर लगाम लगाने वाला और दोनों देशों के बीच रणनीतिक स्थिरता में महत्वपूर्ण रहा है। साकी ने कहा, ‘‘हमलोग अमेरिका के हित में रूस के साथ काम करेंगे और उसके दुस्साहसी एवं प्रतिकूल कार्रवाइयों पर उसे जिम्मेदार ठहराने के लिए भी काम करेंगे।’’ प्रेस सचिव ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन खुफिया विभाग को ‘सोलर विंड्स’ साइबर घुसपैठ, 2020 के चुनाव में रूसी दखल और अपने विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी के खिलाफ रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल आदि मामलों की जांच का जिम्मा सौंप रहे हैं।
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पेंटागन के नए प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि रूस के साथ इस संधि से अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा के हित बेहतर हुए हैं और ‘न्यू स्टार्ट’ समझौता तथा इसमें विस्तार अमेरिकी लोगों की सुरक्षा से जुड़ा है। सीनेटर डायने फीनस्टीन ने इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति ‘न्यू स्टार्ट’ समझौते में पांच साल का विस्तार चाहते हैं। यह रूस के साथ परमाणु हथियार एवं नियंत्रण से संबंधित हमारा मौजूदा एकमात्र द्विपक्षीय समझौता है।
ट्रंप ने बाइडेन के लिए छोड़ा पत्र, क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को करेंगे फोन?
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 22, 2021 10:57
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व्हाइट हाउस ने कहा कि जो बाइडेन की ट्रंप को फोन करने की कोई योजना नहीं है।ट्रंप ने अपने कार्यकाल के अंत तक कई स्थापित परंपराओं को तोड़ा था, इसलिए बुधवार तक इस पर अनिश्चितता थी की क्या वह राष्ट्रपति कार्यालय में अपने उत्तराधिकारी के लिए पत्र छोड़ने की परंपरा को निभाएंगे।
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को फोन करने की कोई योजना नहीं है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने बृहस्पतिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ फोन करने की कोई योजना नहीं है।’’ दरअसल बाइडन ने कहा था कि ट्रंप ने व्हाइट हाउस से रवाना होने से पहले ‘‘ओवल ऑफिस’’ में उनके लिए ‘‘बेहद उदार’’ पत्र छोड़ा है। इस संदर्भ में साकी से सवाल किया गया था। ट्रंप बाइडन के शपथ ग्रहण सामरोह में शामिल नहीं हुए थे,जैसा कि आम तौर पर निवर्तमान राष्ट्रपति नहीं करते हैं।
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साकी ने कहा, ‘‘ वह यह कहना चाहते थे कि पूर्व राष्ट्रपति की सहमति के बिना वह निजी पत्र सार्वजनिक नहीं करना चाहते। लेकिन मैं यह नहीं कहूंगी कि वह फोन करके उनकी मंजूरी लेंगे, वह बस उस निजी पत्र के प्रति सम्मान व्यक्त करने की कोशिश कर रहे थे।’’ ऐसी परंपरा है कि निवर्तमान राष्ट्रपति ओवल ऑफिस में नए राष्ट्रपति के लिए ‘रिजॉल्यूट डेस्क’ पर पत्र छोड़ते हैं। ट्रंप ने अपने कार्यकाल के अंत तक कई स्थापित परंपराओं को तोड़ा था, इसलिए बुधवार तक इस पर अनिश्चितता थी की क्या वह राष्ट्रपति कार्यालय में अपने उत्तराधिकारी के लिए पत्र छोड़ने की परंपरा को निभाएंगे। ट्रंप ने बाइडन की जीत पर औपचारिक रूप से उन्हें बधाई भी नहीं दी थी। गौरतलब है कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में पत्रकारों से कहा था, ‘‘ ट्रंप ने ‘‘बहुत उदार’’ पत्र लिखा है। चूंकि यह बेहद निजी है इसलिए जब तक मैं उनसे बात नहीं कर लूं तब तक इस बारे में बात नहीं कर सकता। लेकिन वह बहुत उदार है।

