UNSC में ईरान के लिए इजरायल से भयंकर तरीके से भिड़ गया चीन, माहौल गरम होता देख अमेरिका ने पकड़ लिया कोना?

China
ANI
अभिनय आकाश । Jun 21 2025 4:38PM

इजरायल अकेला पड़ता नजर आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मदद की उम्मीद कम हो चुकी है और उधर चीन व रूस लगातार इजरायल पर हमलावर है। चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मीटिंग में इजरायल को लेकर जो कहा उसके बाद मानो इजरायल की मुसीबत और बढ़ने वाली है।

इजरायल और ईरान के बीच छिड़ी जंग को लेकर दुनियाभर के देश अपने अपने तरीके से प्रतिक्रिया दे रहे हैं। जी7 की बैठक को बीच में ही छोड़कर वहां से आनन-फानन में निकले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बॉडी लैंग्वेज से तो ऐसा ही लगा कि वो अब बस ईरान पर कुछ बड़ा कदम उठाने ही वाले है। एयरफोर्स वन में बैठते वक्त पत्रकारों से भी कुछ बड़ा होने वाला शगूफा छोड़ा। हालांकि बाद में पता चला कि ट्रंप को ईरान पर एक्शन लेना है या नहीं इसे तय करने के लिए 15 दिन का वक्त लगेगा। इन सब के बीच रूस और चीन खुलकर इजरायल के विरोध में आ गए हैं। संयुक्त राष्ट्र में इसकी झलक भी दिखाई पड़ी। 

इसे भी पढ़ें: चार ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड की मौत, चलती गाड़ी पर इजरायल ने दाग दी मिसाइल

इजरायल अकेला पड़ता नजर आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मदद की उम्मीद कम हो चुकी है और उधर चीन व रूस लगातार इजरायल पर हमलावर है। चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मीटिंग में इजरायल को लेकर जो कहा उसके बाद मानो इजरायल की मुसीबत और बढ़ने वाली है। यूएनएससी की इमरजेंसी मीटिंग में  इजरायल पर साफ साफ चीन ने कई गंभीर आरोप लगाए। संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू कांग ने कहा कि इजरायल की कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मानदंडों का उल्लंघन करती है। ईरान की संप्रभुता और सुरक्षा को खतरे में डालती है। 

इसे भी पढ़ें: तुलसी गबार्ड ने ऐसा क्या कह दिया था, जो भड़क गए डोनाल्ड ट्रंप, अब खुफिया चीफ ने मीडिया पर मढ़ दिया सारा दोष

चीन, पाकिस्तान, रूस और अल्जीरिया के अनुरोध पर ईरान पर आयोजित आपातकालीन सत्र में बोलते हुए रूसी दूत वसीली नेबेंजिया ने हमलों की निंदा की और कहा कि ईरानी, ​​शांतिपूर्ण नागरिक परमाणु सुविधाओं को निशाना बनाया जा रहा है, और इससे हम अदृश्य परमाणु आपदा में फंस सकते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि सुरक्षा परिषद अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती और उसे स्थिति का निष्पक्ष मूल्यांकन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि परमाणु सुविधाओं को हमलों का निशाना नहीं बनाया जा सकता है और मांग की कि पश्चिमी यरुशलम ईरान पर हमले और छापे तुरंत बंद करे।

इसे भी पढ़ें: सेना भेजूं क्या? G7 की बैठक छोड़ जोश में निकले ट्रंप को क्यों बदलना पड़ा अपना ईरान प्लान? भारत के पक्के दोस्त का दिखा 1971 वाला अंदाज

नेबेंजिया ने इजरायली आक्रमण को बढ़ावा देने के लिए पश्चिम की आलोचना की, उन्होंने कहा कि ब्रिटिश, फ्रांसीसी और जर्मन राजनयिकों की बयानबाजी सबसे घातक हथियारों जितनी ही खतरनाक है। रूस ने ईरान में नागरिक वस्तुओं को निशाना बनाकर किए जा रहे इजरायली हमलों को अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत पूरी तरह से अस्वीकार्य और गैरकानूनी मानता है। चीनी दूत फू कांग ने कहा कि इजरायल की कार्रवाई अंतर्राष्ट्रीय कानून और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के मानदंडों का उल्लंघन करती है, ईरान की संप्रभुता और सुरक्षा को खतरे में डालती है और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर करती है। 

All the updates here:

अन्य न्यूज़