चीन ने की विमान वाहक पोत के ताइवान समुद्री सीमा से गुजरने की पुष्टि

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[email protected] । Nov 18 2019 4:37PM

पोत इस जलडमरूमध्य से ऐसे समय में गुजरा है जब ताइवान में जनवरी में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। ताइपे के विदेश मंत्री जोसफ वु ने रविवार को ट्वीट किया कि चीन, “ताइवान के चुनावों में हस्तक्षेप की मंशा रखता है।” साथ ही कहा, “मतदाताओं को डराया-धमकाया नहीं जा सकता।

बीजिंग। चीन ने सोमवार को पुष्टि की कि देशी तकनीक से तैयार उसका पहला विमान वाहक पोत “नियमित” प्रशिक्षण और परीक्षण के लिए ताइवान जलडमरूमध्य से गुजरा। ताइवान ने इससे पहले चीन पर आगामी चुनावों के मद्देनजर डराने-धमकाने का आरोप लगाया था। यह पोत बीजिंग का दूसरा विमानवाहक है और एक बार आधिकारिक तौर पर इसे सेवा में शामिल किए जाने के बाद यह चीन की नौसैन्य ताकत में जबर्दस्त इजाफा करेगा। विवादित दक्षिण चीन सागर के आस-पास क्षेत्रीय पड़ोसियों एवं स्वशासित ताइवान से चीन के संबंध फिलहाल तनावपूर्ण चल रहे हैं। इस पोत को अभी कोई नाम नहीं दिया गया है।

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नौसेना के प्रवक्ता चेंग देवेई ने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा कि इस विमान वाहक ने “वैज्ञानिक शोध परीक्षणों एवं नियमित प्रशिक्षणों’’ के लिए दक्षिणी चीन सागर में प्रवेश से पहले रविवार को संवेदनशील जलक्षेत्र को पार किया। चेंग ने कहा कि परीक्षण के लिए उतारे जाने वाले पोतों के लिए क्षेत्र पार जाना “सामान्य बात” है। उन्होंने विस्तार से जानकारी दिए बिना कहा कि यह किसी खास लक्ष्य पर केंद्रित नहीं था और मौजूदा स्थिति से इसका कोई लेना-देना नहीं है।”

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पोत इस जलडमरूमध्य से ऐसे समय में गुजरा है जब ताइवान में जनवरी में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। ताइपे के विदेश मंत्री जोसफ वु ने रविवार को ट्वीट किया कि चीन, “ताइवान के चुनावों में हस्तक्षेप की मंशा रखता है।” साथ ही कहा, “मतदाताओं को डराया-धमकाया नहीं जा सकता।” ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने पोत की गतिविधियों पर करीब से नजर रखने के लिए पोतों एवं विमानों को भेजा है। साथ ही कहा कि अमेरिकी एवं जापानी पोतों ने जलडमरूमध्य में उसका पीछा किया। ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानने वाले चीन ने द्वीप के आस-पास सैन्य अभ्यास उस वक्त से बढ़ा दिए थे जब से बीजिंग को नापसंद करने वाले त्साई इंग वेन 2016 में सत्ता में आए थे। वेन इस बार फिर से चुनाव मैदान में हैं।

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