लोगों की अहम जरूरतों को पूरा करने में श्रीलंका की मदद करेगा चीन : राजपक्षे

Sri Lanka
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राजपक्षे ने ट्वीट किया, “चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग के साथ बहुत ही उत्पादक बातचीत हुई। मैंने लंबे समय से चली आ रही दोस्ती और इस कठिन समय में लोगों की आजीविका व कल्याण को प्रभावित करने वाली कुछ महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा करने में सहयोग का आश्वासन देने के लिए चीन के प्रति श्रीलंका का आभार जताया।”

कोलंबो| श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने अपने चीनी समकक्ष ली केकियांग के साथ ‘बहुत ही उत्पादक’ बातचीत की और द्वीपीय देश के सबसे बुरे आर्थिक संकट के दौरान लोगों की आजीविका व कल्याण को प्रभावित करने वाली अहम जरूरतों को पूरा करने में उनकी सरकार को सहयोग का आश्वासन देने के लिए उनका आभार जताया।

राजपक्षे और केकियांग के बीच यह टेलीफोन संवाद ऐसे समय में हुआ है, जब श्रीलंका 1948 में ब्रिटिश हुकूमत से अपनी आजादी के बाद सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है।

श्रीलंका में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं, क्योंकि सरकार के पास महत्वपूर्ण वस्तुओं के आयात के लिए धन नहीं है, जिससे आवश्यक चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं और ईंधन, दवाओं व बिजली की भारी किल्लत हो गई है।

राजपक्षे ने ट्वीट किया, “चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग के साथ बहुत ही उत्पादक बातचीत हुई। मैंने लंबे समय से चली आ रही दोस्ती और इस कठिन समय में लोगों की आजीविका व कल्याण को प्रभावित करने वाली कुछ महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा करने में सहयोग का आश्वासन देने के लिए चीन के प्रति श्रीलंका का आभार जताया।”

इससे एक दिन पहले कोलंबो में चीन के राजदूत की जेनहोंग ने श्रीलंका के विदेश मंत्री प्रोफेसर जीएल पीरिस से मुलाकात कर द्वीपीय देश की मौजूदा सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर चर्चा की थी।

चीनी दूतावास ने ट्विटर पर बताया था कि जेनहोंग ने श्रीलंकाई अवाम को चीन द्वारा दी जाने वाली मदद/सहयोग और दोनों देशों के बीच मौजूद द्विपक्षीय व अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर भी बातचीत की।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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