बिना सेना भेजे रूस ने यूक्रेन पर किया बड़ा अटैक, ठप हुआ सबकुछ
यूक्रेन के सूचना मंत्रालय के सामरिक संचार और सूचना सुरक्षा केंद्र, ज़ोरा की एजेंसी ने एक बयान में कहा, 'जमाकर्ताओं के धन के लिए कोई खतरा नहीं है।' ज़ोरा ने कहा कि हमले ने यूक्रेन के सैन्य बलों के संचार को प्रभावित नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि हमले के पीछे कौन था।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय और दो बैंक मंगलवार को साइबर हमले की चपेट में आ गए, जिससे मंत्रालय की वेबसाइट तक पहुंच बंद हो गई। यूक्रेन के सूचना सुरक्षा केंद्र ने इसकी जानकारी दी है। सामरिक संचार और सूचना सुरक्षा के लिए यूक्रेनी केंद्र, जो संस्कृति मंत्रालय का हिस्सा है, ने यह नहीं बताया कि हमले के लिए कौन दोषी है, लेकिन इस अटैक को लेकर रूस की ओर भी इशारा हो रहा है। यूक्रेन के सूचना सुरक्षा केंद्र ने कहा कि, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि हमलावर ने छोटी-छोटी गंदी चालों का इस्तेमाल किया क्योंकि उसकी आक्रामक योजनाएं बड़े पैमाने पर काम नहीं कर रही हैं साथ ही कीव ने इसी तरह के हमलों के लिए मास्को को दोषी ठहराया है, क्योंकि रूस ने सीमा के पास 100,000 से अधिक सैनिकों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है।
इसे भी पढ़ें: आसमान से अचानक गिरे सैकड़ों पक्षियों की हुई मौत, 5G, करंट या प्रदूषण जानिए क्या है कारण; इस वीडियो में देखें
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया कि जाहिर तौर पर उसकी वेबसाइट पर साइबर हमला हुआ है।ओशादबैंक ने साइबर हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि साइबर अटैक से कुछ सिस्टम धीमें काम कर रहे है। नेटवर्क प्रबंधन फर्म केंटिक इंक में इंटरनेट विश्लेषण के निदेशक डौग मैडोरी ने कहा, हमलावरों के लक्ष्यों में यूक्रेन की सेना और प्रिवेटबैंक थे।
इसे भी पढ़ें: यूक्रेन संकट के बीच रूस ने अपनी कुछ सैन्य टुकड़ियों को पीछे हटाने की घोषणा की
यूक्रेन के सूचना मंत्रालय के सामरिक संचार और सूचना सुरक्षा केंद्र, ज़ोरा की एजेंसी ने एक बयान में कहा, "जमाकर्ताओं के धन के लिए कोई खतरा नहीं है।" ज़ोरा ने कहा कि हमले ने यूक्रेन के सैन्य बलों के संचार को प्रभावित नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि हमले के पीछे कौन था।
अन्य न्यूज़