चीन में प्रदर्शन : सेंसरशिप से बचने के लिए इंटरनेट उपयोगकर्ता खेल रहे चूहे-बिल्ली का खेल

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चीन की आर्थिक राजधानी शंघाई में कोविड-19 सबंधी प्रतिबंधों को हटाने और आजादी की मांग करते सैकड़ों लोगों के प्रदर्शनके वीडियो ‘वीचैट’ पर शनिवार रात को सामने आए, लेकिन सेंसर किए जाने से पहले महज कुछ ही मिनट तक इस सोशल मीडिया मंच पर ये रह सके।

चीन की आर्थिक राजधानी शंघाई में कोविड-19 सबंधी प्रतिबंधों को हटाने और आजादी की मांग करते सैकड़ों लोगों के प्रदर्शनके वीडियो ‘वीचैट’ पर शनिवार रात को सामने आए, लेकिन सेंसर किए जाने से पहले महज कुछ ही मिनट तक इस सोशल मीडिया मंच पर ये रह सके। बीजिंग के रहने वाले 26 वर्षीय एलियट वांग (सरकार की कार्रवाई से बचने के लिए अंग्रेजी नाम ही बताया) इससे स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इन वीडियो के सेंसर होने से पहले लगातार रिफ्रेश करता रहा और इन वीडियो को सेव करता रहा, स्क्रीन शॉट लेता रहा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे बहुत सारे दोस्त शंघाई के प्रदर्शनों का वीडियो साझा कर रहे हैं। मैंने भी इन्हें साझा किया है, लेकिन उन्हें जल्द ही प्रशासन द्वारा हटा दिया जा रहा है।’’ वांग चीन के उन लाखों इंटरनेट उपयोगकर्ताओं में से हैं, जो सेंसरशिप को धता बताने के लिए प्रशासन के साथ चूहे-बिल्ली का खेल रहे हैं। चीनी अधिकारियों ने देश में इंटरनेट को कड़े नियंत्रण में रखा है और लगभग सभी विदेशी समाचार और सोशल मीडिया मंच की पहुंच रोकने के लिए जटिल बहुस्तरीय सेंसरशिप ऑपरेशन को अंजाम देते हैं।

चीन में राजनीतिक रूप से संवेदनशील शब्दों या चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की आलोचना वाले शब्दों को इंटरनेट पर प्रतिबंधित विषयों में शामिल किया गया है। इसलिए प्रदर्शन के जारी हो रहे वीडियो को तत्काल हटा दिया जा रहा है। प्रशासन की सख्ती के बावजूद प्रदर्शन की तस्वीरें ‘वीचैट’ पर प्रसारित हो रही हैं, जो चीनी सोशल नेटवर्किंग साइट है और इसके एक अरब उपयोगकर्ता हैं। ये प्रदर्शन पश्चिमोत्तर शहर उरुम्की में 24 नवंबर को प्राणघातक अग्निकांड के बाद शुरू हुए। कई लोगों का मानना है कि लॉकडाउन की वजह से लोग बाहर नहीं निकल पाए।

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हालांकि, सरकार ने इससे इनकार किया है। जॉर्जिया विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय मामलों के विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हान रोंगबिन के मुताबिक, नाखुश चीनी उपयोगकर्ताओं ने अपनी हाताशा का प्रदर्शन करने के लिए इंटरनेट का सहारा लिया और एकजुट होकर सेंसर को तोड़ने की कोशिश की, जो कुछ समय के लिए सफल रही। सेंसर की वजह से आग संबंधी पोस्ट को हटा दिया जा रहा है, ऐसे में चीन उपयोगकर्ता हास्य और रूपकों का इस्तेमाल आलोचनात्मक संदेश प्रचारित करने के लिए कर रहे हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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