बहुत शक्तिशाली देश है रूस! कड़े प्रतिबंधों के बावजूद US-UK के इन सहयोगी देशों को हो रहा बड़ा नुकसान

PUTIN
निधि अविनाश । Mar 21 2022 1:26PM

रूस उन कंपनियों की संपत्तियां जब्त कर नेशनलाइज कर दे, जो वहां से कारोबार को समेट कर जा रही हैं। आपको बता दें कि, रूस के पास 500 से ज्यादा विमान हैं और यह सारे विमान एक विदेश कंपनी के है जो लीज पर ऑपरेट किए जा रहे हैं।

यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध को 26 दिन हो गए हैं और अभी भी दोनों देशों के बीच शांति कायम नहीं हो पाई है। इस बीच पश्चिमी देशों ने रूस पर कई कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। इन कड़े प्रतिबंधों से रूस की इकॉनोमी पर भी काफी असर पड़ता जा रहा है लेकिन इन सबके बावजूद यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस शांत नहीं हुआ है। रूस पर लगे कड़े प्रतिबंधों से अमेरिका और ब्रिटेन को भी बारी नुकसान झेलना पड़ रहा है जिसमें से एक है एविएशन सेक्टर। जानकारी के लिए बता दें कि, रूस के  राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है जिससे पश्चिमी कंपनियों को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।

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इस प्रस्ताव के मुताबिक, रूस उन कंपनियों की संपत्तियां जब्त कर नेशनलाइज कर दे, जो वहां से कारोबार को समेट कर जा रही हैं। आपको बता दें कि, रूस के पास 500 से ज्यादा विमान हैं और यह सारे विमान एक विदेश कंपनी के है जो लीज पर ऑपरेट किए जा रहे हैं। विमान के लीज पर देने वाली कंपनियों को रूस पर लगे कड़े प्रतिबंधों से 12 से 15 बिलियन डॉलर तक का नुकसान झेलना पड़ जाएगा। आयरलैंड की विमान कंपनी एयरकेप को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है।

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इस कंपनी के 1000 से भी ज्जादा विमान लगभद 80 देशों में लीज पर चल रहे हैं जिसमें से 150 विमान रूस को लीज पर दिए गए हैं।  कंसल्टेंसी फर्म एसीसी एविएशन के आंकड़ों के मुताबिक, इस कंपनी को 2.5 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है। वहीं एयरकेप की वेसबाइट के मुताबिक, एरोलोफ्ट, एस7 एयरलाइन, रोसिया, अजुर एयर, युरल एयरलाइंस जैसी रूस की विमान कंपनियां एयरकेप की क्लाइंट हैं। रूस पर यूरोपीय यूनियन के बैन के बाद एयर विमान कंपनी एयरकेप ने रूस की विमान कंपनियों के साथ अपना कांट्रैक्ट भी खत्म करने का ऐलान किया हैं। आयरलैंड की एक अन्य कंपनी एसएमबीसी के भी कई विमान रूस में लीज पर हैं। जानकारी के लिए बता दें कि, रूस के पास अभी  980 एयरक्राफ्ट सर्विस में हैं। इनमें से लगभग 777 विमान लीज पर हैं और 515 विमान विदेशी कंपनियों के हैं। वहीं सिंगापुर की कंपनी एओसी एविएशन और आयरलैंड की एक अन्य कंपनी एवलोन के करीब 20-20 विमान रूस में हैं। यह वह कपंनियां है जिनका न केवल लीज समाप्त हो रहा है बल्कि आय का भी भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। रूस के खिलाफ कई देशों ने अपना हवाई मार्ग भी बंद कर दिया है।

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