यूरोपीय संघ-चीन शिखर वार्ता में यूक्रेन युद्ध होगा प्रमुख मुद्दा, जानिए इसके बारे में सबकुछ

li keqiang

27 देशों का समूह बीजिंग से आश्वासन चाहता है कि वह यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर लगाए आर्थिक प्रतिबंधों से उसे बचाने में मदद नहीं करेगा। बैठक से पहले यूरोपीय संघ के अधिकारियों ने कहा कि वे उन संकेतों पर भी गौर करेंगे, जिस पर बीजिंग यूक्रेन में युद्ध खत्म करने पर सहयोग करने के लिए तैयार है।

ब्रसेल्स। यूरोपीय संघ के शीर्ष अधिकारियों ने चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग के साथ शुक्रवार को वार्ता शुरू की। यह 27 देशों का समूह बीजिंग से आश्वासन चाहता है कि वह यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर लगाए आर्थिक प्रतिबंधों से उसे बचाने में मदद नहीं करेगा। डिजिटल माध्यम से हो रही इस शिखर वार्ता में यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स माइकल, आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वोन देर लेयेन और यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेफ बोरेल चीनी राष्ट्रपति और कम्युनिस्ट पार्टी के नेता शी चिनफिंग से वार्ता करेंगे। 

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इस सालाना बैठक से पहले यूरोपीय संघ के अधिकारियों ने कहा कि वे उन संकेतों पर भी गौर करेंगे, जिस पर बीजिंग यूक्रेन में युद्ध खत्म करने पर सहयोग करने के लिए तैयार है। इसके अलावा यूरोपीय संसद के सदस्यों पर चीन के यात्रा प्रतिबंध, यूरोपीय संघ के सदस्य लिथुआनिया के ताइवान के साथ संबंधों को लेकर बीजिंग द्वारा उसका आर्थिक बहिष्कार करने, बाधित निवेश समझौते के भविष्य और चीन की निरंकुश कम्युनिस्ट पार्टी के शासन में नागरिक और राजनीतिक अधिकारों समेत अन्य विषयों पर भी बातचीत होगी। यह शिखर वार्ता ऐसे वक्त में हो रही है जब यूरोपीय संघ में चीन के प्रति नकारात्मक भावना तेजी से बढ़ रही है। इसके पीछे चीन की बढ़ती आक्रामक विदेश नीतियां और व्यापार के तौर-तरीके शामिल हैं। 

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यूरोपीय संघ के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को नाम न उजागर करने की शर्त पर पत्रकारों को बताया, ‘‘हम चीन से आश्वासन चाहते हैं कि उसका इस युद्ध के दौरान रूस को आर्थिक या अन्य सहायता देने का कोई इरादा नहीं है।’’ चीन के विदेश मंत्री झाओ लिजियान ने शुक्रवार को नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जहां तक यूक्रेन की बात है तो चीन को ‘‘कोई एक पक्ष चुनने या दोस्त या दुश्मन जैसा सरल रुख अपनाने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा। हम खासतौर से शीत युद्ध की विचाराधारा का विरोध करते हैं।’’ उन्होंने रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंधों को लेकर चीन के विरोध को दोहराते हुए कहा कि इनसे अंत में समस्याओं का समाधान नहीं होगा, बल्कि नयी समस्याएं पैदा होंगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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