साल 2016 के बाद पहली बार तीन ईरानी राजनयिक पहुंचे सऊदी अरब

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ईरानी राजनयिक बरसों बाद सऊदी अरब पहुंचे।सऊदी अरब 2016 के बाद से पहली बार ईरानी राजनयिकों की अगवानी कर रहा है। यही वह समय था जब ईरानी कट्टरपंथियों द्वारा ईरान में सऊदी राजनयिक मिशनों पर हमला किये जाने के बाद सऊदी अरब ने इस इस्लामी गणराज्य के साथ अपने संबंध खत्म कर लिये थे।

तेहरान। इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) में ईरान का प्रतिनिधित्व करने के लिए तीन ईरानी राजनयिक सऊदी अरब पहुंचे हैं। ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने सोमवार को यह जानकारी दी। खबर में कहा गया है कि राजनयिक वहां कई दिन पहले पहुंचे हैं। सऊदी अरब 2016 के बाद से पहली बार ईरानी राजनयिकों की अगवानी कर रहा है। यही वह समय था जब ईरानी कट्टरपंथियों द्वारा ईरान में सऊदी राजनयिक मिशनों पर हमला किये जाने के बाद सऊदी अरब ने इस इस्लामी गणराज्य के साथ अपने संबंध खत्म कर लिये थे।

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यह घटनाक्रम संबंधों में सुधार और ईरान एवं सऊदी अरब के बीच राजनयिकों के आवागमन की संभावना को दर्शाता है। 57-सदस्यीय संगठन ओआईसी का स्थायी कार्यालय जेद्दा में है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबज़ादेह ने संवाददाताओं से कहा कि ईरान अभी तीन राजनयिकों के साथ ओआईसी में अपने कार्यालय फिर से खोलने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। ईरान लंबे समय से कह रहा है कि वह रियाद में अपना दूतावास फिर से खोलने के लिए तैयार है। हाल के महीनों में, पड़ोसी देश इराक ने संबंधों को सामान्य बनाने के उद्देश्य से ईरान और सऊदी अरब के बीच वार्ता की मेजबानी की है। ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को लेकर सऊदी अरब चिंतित है, जबकि ईरान का कहना है कि उसके परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों की पूर्ति के लिए हैं और उसका मिसाइल कार्यक्रम अपनी रक्षा के लिए है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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