PM Modi ने LAC पर झगड़े पर जो बोला, उसे सुनकर चीन भी रिएक्शन देने से खुद को रोक नहीं सका

PM Modi
Prabhasakshi
अभिनय आकाश । Apr 11 2024 5:14PM

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ ने कहा कि सीमा प्रश्न भारत-चीन संबंधों की संपूर्णता का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। इसे द्विपक्षीय संबंधों में उचित रूप से रखा जाना चाहिए और ठीक से प्रबंधित किया जाना चाहिए। माओ ने आगे कहा कि नई दिल्ली और बीजिंग राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से निकट संचार में हैं। हमें उम्मीद है कि भारत चीन के साथ समान दिशा में काम करेगा, द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक ऊंचाइयों और दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य से संभालेगा, आपसी विश्वास बढ़ाएगा, बातचीत और सहयोग पर कायम रहेगा, मतभेदों को ठीक से संभालेगा और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत और स्थिर रास्ते पर आगे बढ़ाएगा।

चीन ने सीमा विवाद के कारण तनावपूर्ण दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी पर गुरुवार को प्रतिक्रिया व्यक्त की। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि चीन ने प्रधान मंत्री की टिप्पणियों पर ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना ​​है कि मजबूत और स्थिर चीन, भारत संबंध दोनों पक्षों के साझा हितों की पूर्ति करते हैं और क्षेत्र और उससे परे शांति और विकास के लिए अनुकूल हैं।

इसे भी पढ़ें: राज ठाकरे के PM Modi को समर्थन देने के विरोध में MNS नेताओं ने पार्टी छोड़ी

 पीएम मोदी ने विदेशी मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा कि सीमा पर शांति और स्थिरता बहाल करने के लिए दोनों देशों के रिश्ते बेहतर होने चाहिए। ये मेरा मानना है कि लंबे समय से चली आ रही सीमाओं की स्थिति पर तत्काल बातचीत करने की जरूरत है ताकी हमारी द्विपक्षीय बातचीत में मतभेंदों को पीछे छोड़ा जा सके। भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए अहम है। मुझे आशा और विश्वास है कि राजनयिक व सैन्य स्तर पर सकारात्मक और रचनात्मक द्विपक्षीय जुड़ाव के माध्यम से हम अपनी सीमाओं पर शांति और स्थिरता बहाल करने और बनाए रखने में सक्षम होंगे।

इसे भी पढ़ें: PM Modi ने महेन्द्रगढ़ सड़क हादसे में बच्चों की मौत पर गहरा शोक जताया

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ ने कहा कि सीमा प्रश्न भारत-चीन संबंधों की संपूर्णता का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। इसे द्विपक्षीय संबंधों में उचित रूप से रखा जाना चाहिए और ठीक से प्रबंधित किया जाना चाहिए। माओ ने आगे कहा कि नई दिल्ली और बीजिंग राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से निकट संचार में हैं। हमें उम्मीद है कि भारत चीन के साथ समान दिशा में काम करेगा, द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक ऊंचाइयों और दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य से संभालेगा, आपसी विश्वास बढ़ाएगा, बातचीत और सहयोग पर कायम रहेगा, मतभेदों को ठीक से संभालेगा और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत और स्थिर रास्ते पर आगे बढ़ाएगा।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़