साल 2015 के परमाणु समझौते को बचाने के लिए क्या करेगा ईरान?

iran-will-support-any-effort-to-save-the-nuclear-deal
ईरान ने बुधवार को कहा कि वह पश्चिमी शक्तियों द्वारा 2015 के परमाणु समझौते को बचाने की ‘किसी भी कोशिश’ का समर्थन करेंगा। इस समझौते में शामिल बचे हुए पक्षकारों से ईरान के वार्ताकार अब्बास अरागची ने वियना में बातचीत की और कहा कि वह उन कदमों को स्पष्ट तौर पर वापस लेने के लिए तैयार हैं।

वियना। ईरान ने बुधवार को कहा कि वह पश्चिमी शक्तियों द्वारा 2015 के परमाणु समझौते को बचाने की ‘किसी भी कोशिश’ का समर्थन करेंगा। अमेरिका 2018 में इस संधि से बाहर निकल गया था और ईरान पर दोबारा प्रतिबंध लगा दिए थे।

इसे भी पढ़ें: अफगानिस्तान में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया: स्वास्थ्य मंत्री

इस समझौते में शामिल बचे हुए पक्षकारों से ईरान के वार्ताकार अब्बास अरागची ने वियना में बातचीत की और कहा कि वह उन कदमों को स्पष्ट तौर पर वापस लेने के लिए तैयार हैं जिसमें तेहरान की प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन हुआ लेकिन यह तभी होगा जब अन्य पक्ष भी वैसा ही रुख दिखाएं।

इसे भी पढ़ें: कुवैत और बहरीन ने कोरोना वायरस के पहले मामलों की घोषणा की

ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने इस साल जनवरी में औपचारिक तौर पर विवाद प्रक्रिया की शुरुआत की थी क्योंकि ईरान ने कहा था कि वह अब यूरेनियम के संवर्धन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सेंट्रीफ्यूज की संख्या पर लगी सीमा का पालन नहीं करेगा। यह समझौते की मुख्य शर्तों में से एक थी। यह विवाद प्रक्रिया में कई कदम हैं जिनमें से एक में सुरक्षा परिषद को इसकी जानकारी देना भी है। 

Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


अन्य न्यूज़