कश्मीरी पंडित सुशील पंडित की हत्या की साजिश पर कश्मीरी प्रवासी समूह ने जताई चिंता

Kashmiri migrant group

कश्मीरी प्रवासी समूह ने मानवाधिकार कार्यकर्ता सुशील पंडित की हत्या की साजिश पर चिंता जताई है। बयान के अनुसार, ‘‘ सुशील पंडित की हत्या की साजिश निदंनीय है, जिसे दिल्ली पुलिस ने नाकाम कर दिया। इसने पिछले 30 वर्षों से निर्वासित कश्मीरी हिंदू समुदाय में एक बार फिर व्रिदोह उत्पन्न कर दिया है।’’

वाशिंगटन। अमेरिका में एक कश्मीरी प्रवासी समूह ने मानवाधिकार कार्यकर्ता सुशील पंडित की जान को खतरे को लेकर चिंता व्यक्त की और भारत सरकार से उनकी हत्या करने की साजिश रचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। सुशील पंडित एक मानवाधिकार कार्यकर्ता और ‘हाइव कम्युनिकेशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। दिल्ली पुलिस ने शनिवार को पंडित की हत्या करने के लिए कथित तौर पर भेजे गए दो लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। ‘इंडो-अमेरिकन कश्मीर फोरम’ (आईएकेएफ) ने रविवार को एक बयान में कहा कि पंडित की हत्या की नाकाम कोशिश ने एक बार फिर समुदाय के लोगों के सुरक्षित एवं स्वतंत्र जीवन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बयान के अनुसार, ‘‘ सुशील पंडित की हत्या की साजिश निदंनीय है, जिसे दिल्ली पुलिस ने नाकाम कर दिया। इसने पिछले 30 वर्षों से निर्वासित कश्मीरी हिंदू समुदाय में एक बार फिर व्रिदोह उत्पन्न कर दिया है।’’

इसे भी पढ़ें: परमाणु समझौते को लेकर ईरान के साथ बातचीत करने को तैयार बाइडेन प्रशासन

समूह ने बयान में कहा, ‘‘ यह लक्षित हत्या की साजिश पूरे कश्मीरी हिंदू समुदाय पर ढाए गए कहर की याद दिलाती है, जिन्हें पिछले कुछ दशकों में नरसंहार के जरिए कश्मीर घाटी में उनके पैतृक निवास स्थान से निकाल दिया गया।’’ विजय सज़ावल, राजीव पंडित, ललित कौल, राज कौल और राहुल पंडित इस समूह का हिस्सा हैं। आईएकेएफ का गठन 1991 में कश्मीरी पंडितों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न को दुनिया के सामने लाने के लिए किया गया था। समूह ने बयान में कहा, ‘‘ हत्या की कोशिश नाकाम करने के लिए आईएकेएफ दिल्ली पुलिस का शुक्रिया अदा करता है और वह साजिशकर्ताओं के खिलाफ पूर्ण एवं त्वरित जांच की मांग करता है। साथ ही उम्मीद करता है कि दिल्ली पुलिस और न्यायपालिका इसके मुख्य दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के दायरे में लाएगी।’’ उसने कहा, ‘‘ आईएकेएफ दिल्ली में गृह मंत्रालय से मामले को बेहद गंभीरता से लेने और सुशील पंडित को तुरंत आधिकारिक सुरक्षा देने की मांग करता है, अगर अभी तक ऐसा नहीं किया गया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़