अनुच्छेद 370: कश्मीरी पंडितों ने अमेरिका में निकाली समर्थन रैली

kashmiri-pandits-hold-rally-in-us-to-support-revocation-of-article-370
[email protected] । Aug 25 2019 12:14PM

जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने के भारत सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए अमेरिका में कश्मीरी पंडितों ने रैली निकाली। भारत सरकार ने पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाते हुए जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केन्द्रशासित प्रदेश बनाने का फैसला किया था।

वाशिंगटन। जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने के भारत सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए अमेरिका में कश्मीरी पंडितों ने रैली निकाली। भारत सरकार ने पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाते हुए जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केन्द्रशासित प्रदेश बनाने का फैसला किया था। कश्मीरी पंडितों ने भारतीय अमेरिकी समुदाय के अन्य लोगों के साथ अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने के समर्थन में अटलांटा में ‘सीएनएन’ मुख्यालय के समक्ष पिछले सप्ताह रैली निकाली।

इसे भी पढ़ें: भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए दो तरफा रणनीति पर काम कर रहा अमेरिका

कश्मीरी मूल के अटलांटा निवासी और ‘नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन अमेरिकन एसोसिएशन’ (एनएफआईए) के पूर्व अध्यक्ष सुभाष राजदान ने कहा कि रैली ने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि जम्मू- कश्मीर से संबंधित इन अस्थायी अनुच्छेदों में इन संशोधनों की आवश्यकता थी, क्योंकि ये लगभग सभी कश्मीरी अल्पसंख्यकों (जैसे शिया, दलित, गुर्जर, कश्मीरी पंडित, कश्मीरी सिखों) के खिलाफ अत्यधिक भेदभावपूर्ण थे।

इसे भी पढ़ें: चीन पर बरसे डोनाल्ड ट्रंप, जवाबी कार्रवाई का लिया संकल्प

रैली में कश्मीरी पंडितों ने अपने विस्थापन और अपनी मातृभूमि वापस जाने की तड़प के बारे में बताया, जो उन्होंने 1990 में आतंकवाद के कारण छोड़ी थी। राजदान ने कहा कि मोदी सरकार के इस कदम से भारत के हिंदुओं, मुस्लिमों, सिखों, ईसाइयों और अन्य अल्पसंख्यकों को कानून के समक्ष बराबरी का अवसर मिलेगा। इस बीच, ‘लैंसेट’ पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ. रिचर्ड होर्टन को लिखे एक पत्र में कश्मीरी-मूल के प्रवासी चिकित्सकों ने कहा कि 17 अगस्त को प्रकाशित उनकी हालिया राय में कई प्रासंगिक तथ्यों की अनदेखी की गई है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़