इमरान खान बने मसीहा, वुहान में फंसे पाकिस्तानी छात्रों की करेंगे मदद

officers-should-take-all-possible-steps-to-help-pakistani-students-in-wuhan-says-imran-khan
[email protected] । Feb 13 2020 3:04PM

प्रधानमंत्री इमरान खान ने निर्देश दिया है कि चीन के वुहान में फंसे पाकिस्तानी छात्रों की सहायता के लिए वे हरसंभव कदम उठाएं।खान ने बुधवार रात ट्वीट किया, मैंने विदेश मंत्रालय और अनिवासी नागरिकों से संबंधित मंत्रालय को निर्देश जारी किए हैं और कहा है कि वुहानशहर में फंसे हमारे छात्रों की मदद के लिए वे हर संभव कदम उठाएं।

इस्लामाबाद। प्रधानमंत्री इमरान खान ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि चीन के वुहान में फंसे पाकिस्तानी छात्रों की सहायता के लिए वे हरसंभव कदम उठाएं। घातक कोरोना वायरस का पहला मामला वुहान से सामने आया था। यह इस संक्रमण का केंद्र बन चुका है और यहां फंसे पाकिस्तानी छात्रों के लिए कदम उठाने का सरकार पर दबाव बढ़ रहा है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक सरकार कह चुकी है कि वुहान से अपने नागरिकों को वह नहीं निकालेगी। इसके लिए उसका तर्क है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए ऐसा करना जरूरी है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कारण अब तक 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 50,000 लोग इससे संक्रमित हैं।

इसे भी पढ़ें: कोरोना वायरस: मास्क की किल्लत की वजह से डॉक्टरों को दिए गए डायपर पहनने के निर्देश

खान ने बुधवार रात ट्वीट किया, ‘‘मैंने विदेश मंत्रालय और अनिवासी नागरिकों से संबंधित मंत्रालय को निर्देश जारी किए हैं और कहा है कि वुहान शहर में फंसे हमारे छात्रों की मदद के लिए वे हर संभव कदम उठाएं।’’खान ने चीन के प्रति समर्थन जताया और इस खतरनाक वायरस से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने का वादा किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पाकिस्तान इस मुश्किल वक्त में चीन के लोगों और वहां की सरकार के साथ खड़ा है और जिस तरह चीन मुश्किल हालात में हमारे साथ रहा, उसी तरह पाकिस्तान भी हमेशा उनका साथ देगा। हम चीन को हर संभव समर्थन देंगे।’’विदेश मंत्रालय के मुताबिक 28,000 से अधिक पाकिस्तानी छात्र चीन में पढ़ रहे हैं, इनमें से 500 वुहान में हैं। छात्र सोशल मीडिया के जरिए लगातार पाकिस्तानी सरकार से वापस लौटने में मदद करने की गुहार लगा रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: कोरोना वायरस का विमान उद्योग पर कब्जा,2020 में बोइंग को हुआ भारी नुकसान

डॉन ने बताया कि चीनी मेडिकल यूनिवर्सिटी के पाकिस्तानी छात्र इस बात से परेशान हैं कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को उनकी यूनिवर्सिटी के नजदीक स्थित इमारत में रखा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस्लामाबाद ने चीन के अधिकारियों से मरीजों को कहीं और रखने का अनुरोध किया है। छात्रों को वापस लाने के मुद्दे पर बुधवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा की सीनेट स्थायी समिति में गरमागरम बहस छिड़ी। स्वास्थ्य मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक डॉ. जफर मिर्जा ने कहा कि उन्होंने तथा कुछ अन्य अधिकारियों ने वीडियो लिंक के जरिए पाकिस्तानी छात्रों से बात की। उन्होंने कहा, ‘‘कहा जा रहा है कि छात्र परेशान हैं, डरे हुए हैं लेकिन इसके साथ ही कई छात्र बेहद खुश हैं और वे वापस नहीं लौटना चाहते।’’ मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस का कोई मामला नहीं है।

इसे भी देखें-Coronavirus ने मचाई दुनियाभर में दहशत, क्या है इसके लक्षण और बचाव के उपाय

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़