पाकिस्तानी सीनेट ने भारत की निंदा करते हुए प्रस्ताव पारित किया
पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के आत्मघाती हमले में 40 जवानों के शहीद होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सीनेट या संसद के उच्च सदन ने सोमवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से धमकी दिये जाने का आरोप लगाते हुए इसकी निंदा की। पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के आत्मघाती हमले में 40 जवानों के शहीद होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इसके बाद संसद के उच्च सदन ने यह प्रस्ताव पारित किया है।
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पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के रजा जफर-उल-हक ने प्रस्ताव पेश किया, जिसमें हमले की जांच में भारत को सहायता देने की पेशकश के इमरान खान सरकार के रुख की सराहना की गयी है। प्रस्ताव में कहा गया कि किसी को भी बाहरी हमले से पाकिस्तान की सीमाओं को बचाने की इस देश की क्षमता और प्रतिबद्धता को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
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