पाक विदेश मंत्रालय का बयान, कहा- भारत-अमेरिका संयुक्त बयान में पाकिस्तान का जिक्र अवांछित

Indo-US Joint Statement

विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश के रूप में हम सीमा पार आतंकवाद से सबसे अधिक पीड़ित हैं और पाकिस्तान क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता के लिए सकारात्मक योगदान करता रहेगा। इसने कश्मीर में जमीन के मालिकाना कानून में भारत सरकार के संशोधन को भी खारिज कर दिया।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने नयी दिल्ली में ‘टू प्लस टू’ मंत्री स्तरीय वार्ता के बाद भारत और अमेरिका द्वारा जारी संयुक्त बयान में अपने देश का जिक्र किए जाने को बुधवार को ‘‘अवांछित’’ करार दिया। उच्चस्तरीय अमेरिका-भारत वार्ता के बाद मंगलवार को जारी संयुक्त बयान में पाकिस्तान से कहा गया कि वह तुरंत, स्थायी एवं अपरिवर्तनीय कार्रवाई कर सुनिश्चित करे कि उसके नियंत्रण वाले किसी क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी हमले के लिए नहीं किया जाए और 26...11 मुंबई, उरी तथा पठानकोट सहित ऐसे सभी हमले के षड्यंत्रकारियों पर न्याय का शिकंजा कसे।

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बयान में कहा गया, ‘‘दोनों पक्ष अल-कायदा, आईएसआईएस, डायेस, लश्कर-ए-तैयबा, जैश ए मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिद्दीन सहित सभी आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ समन्वित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल देते हैं।’’ संयुक्त बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए विदेश कार्यालय ने कहा, ‘‘संयुक्त बयान में हम पाकिस्तान के जिक्र को अवांछित एवं भ्रमित करने वाला करार देते हुए खारिज करते हैं।’’ विदेश कार्यालय ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि ‘‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के प्रयास, बलिदान और सफलता को पहचाने।’’ विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश के रूप में हम सीमा पार आतंकवाद से सबसे अधिक पीड़ित हैं और पाकिस्तान क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता के लिए सकारात्मक योगदान करता रहेगा। इसने कश्मीर में जमीन के मालिकाना कानून में भारत सरकार के संशोधन को भी खारिज कर दिया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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