9 साल की बच्ची पर अमेरिका के पुलिस अधिकारी ने किया 'पेपर स्प्रे'

Rochester police

रोचेस्टर के पुलिस अधिकारी अमेरिका के एक वीडियो में नौ वर्षीय बच्ची पर ‘पेपर स्प्रे’ करते दिख रहे है।खबर के अनुसार शुक्रवार को ‘‘पारिवारिक विवाद’’ की खबर मिलने के बाद कुल नौ अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। अपने पिता से अलग करने की कोशिश करते समय बच्ची की वीडियो में चिल्लाने की आवाज सुनाई दे रही है।

रोचेस्टर (अमेरिका)। रोचेस्टर पुलिस ने रविवार को पुलिस अधिकारियों के ‘बॉडी कैमरा’ के दो वीडियो जारी किए हैं, जिसमें अधिकारी नौ वर्षीय एक बच्ची को काबू में करने के लिए कुछ स्प्रे करते नजर आ रहे हैं और बच्ची के हाथ भी बंधे हैं। पुलिस का कहना है कि वह ‘पेपर स्प्रे’ था। ‘डेमोक्रेट एंड क्रॉनिकल’ की खबर के अनुसार रोचेस्टर की मेयर लवली वॉरेन ने ‘‘शुक्रवार को हुए इस हादसे की पीड़ित बच्ची’’ को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा, ‘‘ मेरी भी 10 साल की एक बेटी है.... एक मां के तौर पर यह वीडियो आप कभी नहीं देखना चाहेंगे।’’ खबर के अनुसार शुक्रवार को ‘‘पारिवारिक विवाद’’ की खबर मिलने के बाद कुल नौ अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। अपने पिता से अलग करने की कोशिश करते समय बच्ची की वीडियो में चिल्लाने की आवाज सुनाई दे रही है।

इसे भी पढ़ें: अमोरिका को युद्ध के लिए उकसा रहा चीन, लगातार हो रहा दक्षिण चीन सागर में सैन्य प्रशिक्षण

उप पुलिस प्रमुख आंद्रे एंडरसन ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बच्ची को आत्मघाती बताया। उन्होंने कहा, ‘‘ वह खुद को मारना चाहती थी और वह अपनी मां की भी हत्या करनी चाहती थी।’’ उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने उसे गश्ती गाड़ी में बैठाने की कोशिश की लेकिन उसने उन्हें लात मारनी शुरू कर थी। पुलिस विभाग ने बताया कि बच्ची को नियंत्रित करने के लिए यह कार्रवाई ‘‘आवश्यक’’ थी। उसने कहा कि ‘‘ नाबालिग की सुरक्षा और अभिभावक के अनुरोध के बाद’’ बच्ची के हाथ बांधे गए थे और एम्बुलेंस आने तक उसे पुलिस के वाहन में बैठाया गया था। पुलिस प्रमुख सिनथिया हैरिएट सुलिवन ने रविवार को बताया कि बच्ची पर ‘पेपर स्प्रे’ किया गया था। हालांकि उन्होंने अधिकारियों की इस कारवाई का बचाव नहीं किया।

इसे भी पढ़ें: अज्ञात बदमाशों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा को उखाड़ा, 27 जनवरी से गायब था स्टैच्यू

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं यहां खड़े होकर यह नहीं कहने वाली कि नौ साल की बच्ची पर पेपर स्प्रे करना ठीक था.. क्योंकि ऐसा नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ एक विभाग के तौर पर जो हम हैं, यह उसको प्रदर्शित नहीं करता और हम यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे कि ऐसा दोबारा ना हो।’’ पुलिस ने बताया कि बच्ची को बाद में ‘रोचेस्टर जनरल हॉस्पिटल’ ले जाया गया। ‘‘उसका वहां इलाज किया गया’’ और बाद में उसे परिवार के हवाले कर दिया गया। रोचेस्टर पुलिस विभाग पिछले साल डेनियल प्रूड के मामले में भी सवालों के घेरे में आ गया था, जब उसके कुछ अधिकारियों ने प्रूड के सिर को किसी कपड़े से ढक उसका मुंह फुटपाथ में दबा दिया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़